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Mega Corridor Deal : जी20 समिट में बड़ा एलान, भारत को मध्य पूर्व यूरोप से जोड़ेगा मेगा कॉरिडोर

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Sep 9, 2023, 8:24 PM IST

Updated : Sep 9, 2023, 9:51 PM IST

जी20 समिट के दौरान भारत मध्य पूर्व यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर शुरू करने की घोषणा की गई. पीएम मोदी ने कहा कि यह मेगा डील दुनिया भर में कनेक्टिविटी और स्थिरता को एक स्थायी दिशा देगी. वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'यह वास्तव में एक बड़ी बात है.'

PM Modi with Biden and Saudi Crown Prince
बाइडेन व सऊदी के क्राउन प्रिंस के साथ पीएम मोदी

नई दिल्ली : भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, सऊदी अरब और यूरोपीय संघ ने शनिवार को जल्द ही एक मेगा भारत-मध्य पूर्व-यूरोप शिपिंग और रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर शुरू करने के लिए एक ऐतिहासिक समझौते की घोषणा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना की घोषणा की. G20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन, सऊदी अरब के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन सलमान और यूरोपीय संघ के नेता मौजूद थे.

लॉन्च के बाद बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मैं इस कार्यक्रम में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं. मैं अपने मित्र राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता करके बहुत खुश हूं. आज हम सभी ने एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण समझौते का समापन देखा है. आने वाले दिनों में यह भारत, दक्षिण एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का एक प्रभावी माध्यम होगा.'

  • #WATCH | G 20 in India: Handshake by Prime Minister Narendra Modi, US President Joe Biden and Crown Prince of Saudi Arabia Muhammed Bin Salman, at PGII & India Middle East Europe connectivity corridor launch event, in Delhi pic.twitter.com/YgW22tbcpw

    — ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यहां जी20 शिखर सम्मेलन के भारत मंडपम स्थल पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह मेगा डील दुनिया भर में कनेक्टिविटी और स्थिरता को एक स्थायी दिशा देगी. उन्होंने कनेक्टिविटी कॉरिडोर का हिस्सा रहे सभी नेताओं को भी बधाई दी.

पीएम मोदी ने कहा, 'मजबूत कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचा मानव सभ्यता के विकास की नींव है. भारत ने अपने विकास क्रम में इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक और वित्तीय बुनियादी ढांचे में भी अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है.'

  • #WATCH | G 20 in India | European Commission President Ursula von der Leyen says "More large-scale projects are seeing the light...We are presenting two of them today. First the India-Middle East-Europe economic corridor...It will be the most direct connection to date between… pic.twitter.com/QgopIdtfSL

    — ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'इसके माध्यम से हम विकसित भारत की मजबूत नींव रख रहे हैं. एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में, भारत ने वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच रेलवे, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी साझेदारी के क्षेत्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं स्थापित की हैं. हमने मांग-संचालित और पारदर्शी दृष्टिकोण पर विशेष जोर दिया है.'

प्रधानमंत्री ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने पर जोर दिया और कहा कि विभिन्न देशों के बीच कनेक्टिविटी से न केवल व्यापार बढ़ता है बल्कि उनके बीच विश्वास भी बढ़ता है.

पीएम मोदी ने कहा कि 'हमारा मानना ​​है कि विभिन्न देशों के बीच कनेक्टिविटी न केवल व्यापार बल्कि उनके बीच विश्वास भी बढ़ाती है. कनेक्टिविटी पहल को बढ़ावा देकर, हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हम अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान पर कायम रहें.'

मध्य पूर्व के देशों को रेलवे नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने की उम्मीद : बुनियादी ढांचे के सौदे से मध्य पूर्व के देशों को रेलवे के नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने की उम्मीद है. यह नेटवर्क क्षेत्र के बंदरगाहों से शिपिंग लेन के माध्यम से भारत से भी जुड़ेगा.

व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने पहले कहा था, 'इस सौदे से क्षेत्र के निम्न और मध्यम आय वाले देशों को लाभ होगा और वैश्विक वाणिज्य में मध्य पूर्व को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद मिलेगी. हम इसे इसमें शामिल देशों के लिए एक अपील के रूप में देखते हैं, और विश्व स्तर पर भी क्योंकि यह पारदर्शी है क्योंकि यह एक उच्च मानक है क्योंकि यह जबरदस्ती नहीं है.'

पहल के बारे में फाइनर ने कहा कि यह सिर्फ एक रेलवे परियोजना नहीं, बल्कि एक शिपिंग और रेलवे परियोजना है. फाइनर ने कहा कि 'यह सिर्फ रेलवे परियोजना नहीं है, यह एक शिपिंग और रेलवे परियोजना है और लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह कितना व्यापक, महत्वाकांक्षी और अभूतपूर्व होगा.'

फाइनर ने इस बनने वाली परियोजना को 'अफरमेटिव पॉजिटिव' करार दिया, जिसका उद्देश्य वंचितों की सेवा करना है. व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा, 'जिस तरह से हम इन्फ्रा प्रोजेक्ट को देखते हैं, यह एक 'अफरमेटिव पॉजिटिव' प्रोजेक्ट है. इसमें बुनियादी सुविधाओं से वंचित देशों के लिए अपील है. हम देशों से शून्य-राशि विकल्प चुनने के लिए नहीं कह रहे हैं. हमने अन्य प्रयास भी देखे हैं जो उतने महत्वाकांक्षी नहीं हैं.'

बाइडेन ने भी किया कार्यक्रम को संबोधित : भारत मंडपम में पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट (पीजीआईआई) और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'यह वास्तव में एक बड़ी बात है. मैं पीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं. 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' जो इस जी 20 शिखर सम्मेलन का फोकस है और कई मायनों में, यह इस साझेदारी का भी फोकस है जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं. टिकाऊ, लचीले बुनियादी ढांचे का निर्माण, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे में निवेश करना और बेहतर भविष्य का निर्माण करना...'

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने ये कहा : इसी मंच पर बोलते हुए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, '... हम इस पहल और आर्थिक गलियारा परियोजना के एकीकरण की आशा करते हैं जिसकी घोषणा इस बैठक में की गई है. मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिए इस संस्थापक कदम तक पहुंचने के लिए हमारे साथ काम किया...'

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा, '...तो अब यहां यूरोपीय कमीशन के साथ, हम इस रोड पर आपके साथ निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. और यह बड़े अवसर प्रदान करने और लोगों को जोड़ने के लिए एशिया से मध्य पूर्व तक यूरोप तक एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है.'

मैक्रॉन ने कहा, 'लेकिन हमारा इरादा इसे वास्तविक बनाने और यह सुनिश्चित करने का भी है कि इस प्रतिबद्धता के बाद हमारे पास ठोस परिणाम हों और विशेष रूप से पहली वैश्विक हरित व्यापार सड़क हो, जिसका अर्थ है शुद्ध शून्य परिवहन बुनियादी ढांचा हो…'

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, 'अधिक बड़े पैमाने की परियोजनाएं प्रकाश में आ रही हैं... हम आज उनमें से दो प्रस्तुत कर रहे हैं. पहला भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा... यह सबसे सीधा संबंध होगा भारत, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच. आज तक...यह दूसरी परियोजना की भावना भी है जिसकी हम आज घोषणा करते हैं ट्रांस अफ्रीकन कॉरिडोर...'

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(ANI)

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लॉन्च के बाद बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मैं इस कार्यक्रम में आप सभी का हार्दिक स्वागत करता हूं. मैं अपने मित्र राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता करके बहुत खुश हूं. आज हम सभी ने एक ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण समझौते का समापन देखा है. आने वाले दिनों में यह भारत, दक्षिण एशिया और यूरोप के बीच आर्थिक एकीकरण का एक प्रभावी माध्यम होगा.'

  • #WATCH | G 20 in India: Handshake by Prime Minister Narendra Modi, US President Joe Biden and Crown Prince of Saudi Arabia Muhammed Bin Salman, at PGII & India Middle East Europe connectivity corridor launch event, in Delhi pic.twitter.com/YgW22tbcpw

    — ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

यहां जी20 शिखर सम्मेलन के भारत मंडपम स्थल पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि यह मेगा डील दुनिया भर में कनेक्टिविटी और स्थिरता को एक स्थायी दिशा देगी. उन्होंने कनेक्टिविटी कॉरिडोर का हिस्सा रहे सभी नेताओं को भी बधाई दी.

पीएम मोदी ने कहा, 'मजबूत कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचा मानव सभ्यता के विकास की नींव है. भारत ने अपने विकास क्रम में इस मुद्दे को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है. भौतिक बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक और वित्तीय बुनियादी ढांचे में भी अभूतपूर्व निवेश किया जा रहा है.'

  • #WATCH | G 20 in India | European Commission President Ursula von der Leyen says "More large-scale projects are seeing the light...We are presenting two of them today. First the India-Middle East-Europe economic corridor...It will be the most direct connection to date between… pic.twitter.com/QgopIdtfSL

    — ANI (@ANI) September 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने कहा, 'इसके माध्यम से हम विकसित भारत की मजबूत नींव रख रहे हैं. एक विश्वसनीय भागीदार के रूप में, भारत ने वैश्विक दक्षिण के देशों के बीच रेलवे, ऊर्जा और प्रौद्योगिकी साझेदारी के क्षेत्र में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं स्थापित की हैं. हमने मांग-संचालित और पारदर्शी दृष्टिकोण पर विशेष जोर दिया है.'

प्रधानमंत्री ने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने पर जोर दिया और कहा कि विभिन्न देशों के बीच कनेक्टिविटी से न केवल व्यापार बढ़ता है बल्कि उनके बीच विश्वास भी बढ़ता है.

पीएम मोदी ने कहा कि 'हमारा मानना ​​है कि विभिन्न देशों के बीच कनेक्टिविटी न केवल व्यापार बल्कि उनके बीच विश्वास भी बढ़ाती है. कनेक्टिविटी पहल को बढ़ावा देकर, हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हम अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान पर कायम रहें.'

मध्य पूर्व के देशों को रेलवे नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने की उम्मीद : बुनियादी ढांचे के सौदे से मध्य पूर्व के देशों को रेलवे के नेटवर्क के माध्यम से जोड़ने की उम्मीद है. यह नेटवर्क क्षेत्र के बंदरगाहों से शिपिंग लेन के माध्यम से भारत से भी जुड़ेगा.

व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने पहले कहा था, 'इस सौदे से क्षेत्र के निम्न और मध्यम आय वाले देशों को लाभ होगा और वैश्विक वाणिज्य में मध्य पूर्व को महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद मिलेगी. हम इसे इसमें शामिल देशों के लिए एक अपील के रूप में देखते हैं, और विश्व स्तर पर भी क्योंकि यह पारदर्शी है क्योंकि यह एक उच्च मानक है क्योंकि यह जबरदस्ती नहीं है.'

पहल के बारे में फाइनर ने कहा कि यह सिर्फ एक रेलवे परियोजना नहीं, बल्कि एक शिपिंग और रेलवे परियोजना है. फाइनर ने कहा कि 'यह सिर्फ रेलवे परियोजना नहीं है, यह एक शिपिंग और रेलवे परियोजना है और लोगों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि यह कितना व्यापक, महत्वाकांक्षी और अभूतपूर्व होगा.'

फाइनर ने इस बनने वाली परियोजना को 'अफरमेटिव पॉजिटिव' करार दिया, जिसका उद्देश्य वंचितों की सेवा करना है. व्हाइट हाउस के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा, 'जिस तरह से हम इन्फ्रा प्रोजेक्ट को देखते हैं, यह एक 'अफरमेटिव पॉजिटिव' प्रोजेक्ट है. इसमें बुनियादी सुविधाओं से वंचित देशों के लिए अपील है. हम देशों से शून्य-राशि विकल्प चुनने के लिए नहीं कह रहे हैं. हमने अन्य प्रयास भी देखे हैं जो उतने महत्वाकांक्षी नहीं हैं.'

बाइडेन ने भी किया कार्यक्रम को संबोधित : भारत मंडपम में पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट (पीजीआईआई) और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा, 'यह वास्तव में एक बड़ी बात है. मैं पीएम को धन्यवाद देना चाहता हूं. 'एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य' जो इस जी 20 शिखर सम्मेलन का फोकस है और कई मायनों में, यह इस साझेदारी का भी फोकस है जिसके बारे में हम आज बात कर रहे हैं. टिकाऊ, लचीले बुनियादी ढांचे का निर्माण, गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे में निवेश करना और बेहतर भविष्य का निर्माण करना...'

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने ये कहा : इसी मंच पर बोलते हुए सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने कहा, '... हम इस पहल और आर्थिक गलियारा परियोजना के एकीकरण की आशा करते हैं जिसकी घोषणा इस बैठक में की गई है. मैं उन लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने इस महत्वपूर्ण आर्थिक गलियारे की स्थापना के लिए इस संस्थापक कदम तक पहुंचने के लिए हमारे साथ काम किया...'

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा, '...तो अब यहां यूरोपीय कमीशन के साथ, हम इस रोड पर आपके साथ निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. और यह बड़े अवसर प्रदान करने और लोगों को जोड़ने के लिए एशिया से मध्य पूर्व तक यूरोप तक एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है.'

मैक्रॉन ने कहा, 'लेकिन हमारा इरादा इसे वास्तविक बनाने और यह सुनिश्चित करने का भी है कि इस प्रतिबद्धता के बाद हमारे पास ठोस परिणाम हों और विशेष रूप से पहली वैश्विक हरित व्यापार सड़क हो, जिसका अर्थ है शुद्ध शून्य परिवहन बुनियादी ढांचा हो…'

यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, 'अधिक बड़े पैमाने की परियोजनाएं प्रकाश में आ रही हैं... हम आज उनमें से दो प्रस्तुत कर रहे हैं. पहला भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा... यह सबसे सीधा संबंध होगा भारत, अरब की खाड़ी और यूरोप के बीच. आज तक...यह दूसरी परियोजना की भावना भी है जिसकी हम आज घोषणा करते हैं ट्रांस अफ्रीकन कॉरिडोर...'

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Last Updated : Sep 9, 2023, 9:51 PM IST
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