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कक्षा पांच से लेकर डॉक्टर और पीएचडी तक शैक्षिक हैं असम विधानसभा के सदस्य - सदस्यों के शैक्षिक योग्यता.

एक जन प्रतिनिधि के लिए न्यूनतम योग्यता क्या होनी चाहिए? इस सवाल पर कई बार बहस हुई, खासकर भारतीय राजनीति के संदर्भ में. असम में जल्द ही चुनाव होने जा रहा हैं, ऐसे में असम विधानसभा के सदस्यों के शैक्षिक योग्यता पर एक नजर डालते हैं.

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Published : Feb 22, 2021, 9:46 PM IST

गुवाहाटी : एक जन प्रतिनिधि के लिए न्यूनतम योग्यता क्या होनी चाहिए? इस सवाल पर कई बार बहस हुई, खासकर भारतीय राजनीति के संदर्भ में. भारत में विधायकों की शैक्षिक योग्यता पर हुई बहस में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की साख भी दांव पर लग गई थी. इस विवाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी हिला दिया है.

असम में जल्द ही चुनाव होने जा रहा हैं, ऐसे में असम विधानसभा के सदस्यों के शैक्षिक योग्यता पर एक नजर डालते हैं.

असम इलेक्शन वॉच के विश्लेषण के अनुसार निवर्तमान असेंबली विधानसभा में तीन डॉक्टर (एमबीबीएस और से अधिक शैक्षित) हैं और इसके अलावा दो सदस्य पीएचडी डिग्री धारक हैं. विधानसभा में एक विधायक ऐसा भी है जिसने केवल (5 वीं कक्षा) तक की शिक्षा गर्हण की है.

डॉक्टरों में रानोज पेगू (धेमाजी), नजरुल इस्लाम (लाहोरीघाट) और नुमाल मोमीन (बोकाजान) के नाम शामिल हैं, जबकि क्लास पांच तक सबसे कम शैक्षणिक योग्यता हासिल करने वाले सदस्य का नाम जमाल उद्दीन अहमद (बदरपुर) है.

पीएचडी करने वालों में असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (जलुकबरी) और रफीकुल इस्लाम (जानिया) शामिल हैं.

इसके अलावा असम विधानसभा में कक्षा आठवीं तक शैक्षिक योग्यता रखने वाले दो विधायक अजीज अहमद खान (करीमगंज साउथ) और निजाम उद्दीन चौधरी (अल्गापुर) शामिल हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक असम विधानसभा में कुल 38 सदस्य ग्रेजुएट हैं, जबकि 25 सदस्य पोस्ट ग्रेजुएट हैं. इसके बाद 20 सदस्यों ने 12वीं तक शिक्षा ग्रहण की है, जबकि 21 सदस्य केवल 10वीं कक्षा पास हैं.

असम इलेक्शन वॉच ने यह रिपोर्ट चुनाव के दौरान विधायकों द्वारा पेश किए गए हलफनामों के आधार पर तैयार की है.

पढ़ें - बिहार बजट में 'अटल बिहारी' : वित्त मंत्री ने पढ़ी कविता- 'कदम मिलाकर चलना होगा'

आंकड़ों को देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि 44 (37 प्रतिशत) विधायकों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5 वीं पास और 12 वीं पास के बीच घोषित की है, जबकि 74 (62 प्रतिशत) विधायकों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता होने की घोषणा की है. एक विधायक है, जो डिप्लोमा होल्डर है.

पार्टी वार आंकड़े देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि AIUDF के 43 प्रतिशत विधायक (14 में से 6), 41 प्रतिशत भाजपा विधायक (59 में से 24), 35 प्रतिशत कांग्रेस विधायक (20 में से 7), 33 प्रतिशत बीपीएफ (12 में से 4), 15 प्रतिशत एजीपी विधायकों (13 में से 2) ने 5 वीं से 12 वीं कक्षा तक शिक्षा हासिल की है.

गुवाहाटी : एक जन प्रतिनिधि के लिए न्यूनतम योग्यता क्या होनी चाहिए? इस सवाल पर कई बार बहस हुई, खासकर भारतीय राजनीति के संदर्भ में. भारत में विधायकों की शैक्षिक योग्यता पर हुई बहस में पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी की साख भी दांव पर लग गई थी. इस विवाद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भी हिला दिया है.

असम में जल्द ही चुनाव होने जा रहा हैं, ऐसे में असम विधानसभा के सदस्यों के शैक्षिक योग्यता पर एक नजर डालते हैं.

असम इलेक्शन वॉच के विश्लेषण के अनुसार निवर्तमान असेंबली विधानसभा में तीन डॉक्टर (एमबीबीएस और से अधिक शैक्षित) हैं और इसके अलावा दो सदस्य पीएचडी डिग्री धारक हैं. विधानसभा में एक विधायक ऐसा भी है जिसने केवल (5 वीं कक्षा) तक की शिक्षा गर्हण की है.

डॉक्टरों में रानोज पेगू (धेमाजी), नजरुल इस्लाम (लाहोरीघाट) और नुमाल मोमीन (बोकाजान) के नाम शामिल हैं, जबकि क्लास पांच तक सबसे कम शैक्षणिक योग्यता हासिल करने वाले सदस्य का नाम जमाल उद्दीन अहमद (बदरपुर) है.

पीएचडी करने वालों में असम के वित्त मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (जलुकबरी) और रफीकुल इस्लाम (जानिया) शामिल हैं.

इसके अलावा असम विधानसभा में कक्षा आठवीं तक शैक्षिक योग्यता रखने वाले दो विधायक अजीज अहमद खान (करीमगंज साउथ) और निजाम उद्दीन चौधरी (अल्गापुर) शामिल हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक असम विधानसभा में कुल 38 सदस्य ग्रेजुएट हैं, जबकि 25 सदस्य पोस्ट ग्रेजुएट हैं. इसके बाद 20 सदस्यों ने 12वीं तक शिक्षा ग्रहण की है, जबकि 21 सदस्य केवल 10वीं कक्षा पास हैं.

असम इलेक्शन वॉच ने यह रिपोर्ट चुनाव के दौरान विधायकों द्वारा पेश किए गए हलफनामों के आधार पर तैयार की है.

पढ़ें - बिहार बजट में 'अटल बिहारी' : वित्त मंत्री ने पढ़ी कविता- 'कदम मिलाकर चलना होगा'

आंकड़ों को देते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि 44 (37 प्रतिशत) विधायकों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 5 वीं पास और 12 वीं पास के बीच घोषित की है, जबकि 74 (62 प्रतिशत) विधायकों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता होने की घोषणा की है. एक विधायक है, जो डिप्लोमा होल्डर है.

पार्टी वार आंकड़े देते हुए, रिपोर्ट में कहा गया है कि AIUDF के 43 प्रतिशत विधायक (14 में से 6), 41 प्रतिशत भाजपा विधायक (59 में से 24), 35 प्रतिशत कांग्रेस विधायक (20 में से 7), 33 प्रतिशत बीपीएफ (12 में से 4), 15 प्रतिशत एजीपी विधायकों (13 में से 2) ने 5 वीं से 12 वीं कक्षा तक शिक्षा हासिल की है.

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