नई दिल्ली : भारतीय नौसेना के लिए 126 समुद्री राफेल मरीन खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद पहली बार फ्रांसीसी रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम ने सौदे पर चर्चा करने के लिए भारत का दौरा किया. सूत्रों के हवाले से छपी एएनआई की एक रिपोर्ट में बताया कि पिछले सप्ताह एक बैठक हुई थी, भारत आए फ्रांसीसी दल का नेतृत्व एक अधिकारी ने किया था जो आयुध महानिदेशालय में एशिया के प्रभारी हैं. रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस के साथ आगे की वार्ता में, भारतीय नौसेना का प्रतिनिधित्व दो स्टार वाले अधिकारी करेंगे. दोनों पक्षों को उसी तरह से एक अनुबंध वार्ता टीम बनानी होगी, जैसा उन्होंने 2016 में भारतीय वायु सेना सौदे के दौरान किया था.
भारत नें राफेल मरीन खरीदने की योजना की घोषणा रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक में एक प्रस्ताव को मंजूरी देने के बाद की थी. एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत को सौदे के लिए फ्रांसीसी सरकार को प्रस्ताव के लिए एक अनुरोध भी भेजना होगा. रक्षा मंत्रालय की मंजूरी से पहले भारत और फ्रांस की इससे पहले कई बैठकें की हैं
फ्रांस के राफेल ने एक बार फिर भारतीय अनुबंध हासिल करने के लिए अमेरिकी एफ-18 को पीछे छोड दिया. फ्रांस ने कहा है कि यदि आवश्यक हुआ, तो वह उत्पादन की दर को मौजूदा 18 प्रति वर्ष से बढ़ाकर 30 विमान प्रति वर्ष कर सकता है. फ्रांस को विमान खरीदने के लिए कई ओर्डर प्राप्त हुए हैं भारत द्वारा पहली बार अपनी आवश्यकता के लिए 126 मल्टीरोल लड़ाकू विमान सौदे के लिए रफाल को चुनने के बाद फ्रांस को विभिन्न देशों से ऑर्डर आए, नए विमान भारतीय वायु सेना को प्रदान किए गए पहले के समान होने की उम्मीद है.
(एएनआई)