बेंगलुरू: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर (Karnataka Health Minister Dr K Sudhakar) ने कहा कि यूक्रेन से लौटे कर्नाटक के मेडिकल छात्रों की पढ़ाई पूरी कराई जाएगी. मेडिकल कॉलेजों में उन्हें मुफ्त शिक्षा मुहैया कराई जाएगी. एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि छात्रों के शैक्षिक मुद्दों पर चर्चा की गई है. बैठक सीएम की अगुवाई में की गई है. छात्रों की शिक्षा को जारी रखना हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है.
मंत्री के सुधाकर ने कहा कि यूक्रेन से लौटे छात्रों की शिक्षा बंद नहीं होनी चाहिए. ये छात्र, राज्य के मेडिकल एजुकेशन कॉलेजों में मुफ्त में अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 60 मेडिकल कॉलेज हैं. हम सभी छात्रों को तुरंत पढ़ाई जारी रखने की अनुमति देते हैं. नैदानिक प्रशिक्षण भी जारी रखा जाना चाहिए. सरकार खुद उनके लिए कॉलेज चुनेगी और उनके पते के आधार पर नजदीकी मेडिकल कॉलेजों का चयन किया जाएगा.
महासचिव की अध्यक्षता में कमेटी
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के सहयोग से प्रदेश के मेडिकल छात्रों का भविष्य संवारने के लिए विभाग के महासचिव की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा. समिति केंद्र को रिपोर्ट करेगी कि यूक्रेन के छात्रों के बारे में हमें क्या करना चाहिए. कुछ मेडिकल छात्र कोविड से लौटे हैं. मुझे इस संबंध में समिति को रिपोर्ट करने के लिए भी कहा गया है. इसके अलावा हम सीएम के नेतृत्व में एक बैठक करेंगे. हम चर्चा करेंगे कि उन्हें न्याय कैसे दिया जाए. हम मौजूदा कानून के तहत उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं. पैनल में मेडिकल कॉलेजों के चार डीन भी होंगे. उन्होंने कहा कि समिति को दस दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है.
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चौथी लहर का डर
स्वास्थ्य मंत्री सुधाकर ने कहा कि अगस्त में कोविड की चौथी लहर आने की उम्मीद है और स्वास्थ्य विभाग स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहा है. हमें तीसरी लहर को नियंत्रित करने का अनुभव है. लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन सभी को कोविड नियमों का पालन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यहां हम पहले से ही टीकाकरण अभियान के अच्छे चरण में हैं. राज्य में 4.74 करोड़ की पहली खुराक का टीका पूरा हो चुका है. 96% लोगों को दूसरी खुराक भी मिली है. 12 वर्ष से अधिक बच्चों को 1.25 करोड़ खुराकें दी गईं हैं.