सारण : बिहार के महाराजगंज से बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के खाते से लगभग 89 लाख के फर्जीवाड़े की बात सामने आई है. इस बात की जानकारी बीजेपी सांसद ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दी. उन्होंने कहा कि मेरे एमपी फंड खाते से लगभग 89 लाख का फर्जीवाड़ा कर महाराष्ट्र के किसी व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया है.
सांसद निधि खाते में फर्जीवाड़ा
इस बात की जानकारी सांसद को 1 फरवरी को हुई. जब उन्होंने अपने खाते की जानकारी लेने के लिए बैंक से संपर्क किया. वहीं, इस फर्जीवाड़े को लेकर बीजेपी सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि इस घटना में बैंक अधिकारी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं और उन्हें तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए.
''4 नवंबर 2020 को एक ही दिन में चेक संख्या 211 से 47 लाख और चेक संख्या 212 से 42 लाख कुल 89 लाख रुपए की निकासी फर्जी ढंग से की गई और महाराष्ट्र के किसी व्यक्ति के खाते में ये रकम डाली गई है. जबकि मैं अपने एमपी फंड का भुगतान बिहार में या महाराजगंज संसदीय क्षेत्र में ही करता हूं''- जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, सांसद
सांसद निधि खाते से लाखों उड़ाए
- 4 नवंबर 2020 को हुआ फर्जीवाड़ा
- 1 फरवरी को फर्जीवाड़े की हुई जानकारी
- दो चेक से 89 लाख रुपए की निकासी
- चेक संख्या 211 से 47 लाख किए पार
- चेक संख्या 212 से 42 लाख उड़ाए
बैंककर्मियों पर मिलीभगत का आरोप
सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि 2014 से मेरा एमपी फंड का खाता छपरा के बैंक ऑफ बड़ौदा में है. अभी तक इस तरह की कभी कोई गड़बड़ी नहीं हुई है, लेकिन इस बार इतनी बड़ी राशि का फर्जीवाड़ा किया गया है. इसमें बैंककर्मी, बैंक अधिकारी और ब्रांच मैनेजर की संलिप्तता उजागर हुई है. इनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए जब एक सांसद निधि की राशि का इस तरह से फर्जीवाड़ा किया गया है, तो आम आदमी के साथ बैंक कर्मी क्या करते होंगे.
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आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
सांसद सिग्रीवाल ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष, वित्त मंत्री, गृह मंत्री, बिहार के डीजीपी, सारण की कमिश्नर, डीआईजी और पुलिस अधीक्षक से भी बात की है और जानकारी दी है. उन्होंने मामले को लेकर छपरा के एसपी संतोष कुमार से भी बात की. उन्होंने कहा कि हमें पूरी जानकारी मिली है. हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं. वहीं, सांसद सिग्रीवाल ने आशंका जताई कि कहीं ब्रांच मैनेजर और अन्य पदाधिकारी बाहर न चले जाएं. इसलिए उनकी अविलंब गिरफ्तारी हो कर कठोर कार्रवाई की जाए.