पटना : विधान परिषद का सदस्य बनने के बाद भी कैबिनेट मंत्री शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain), जनक राम (Janak Ram), उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और संजय पासवान (Sanjay Paswan) पूर्व सांसद पेंशन का लाभ उठा रहे हैं. सूचना के अधिकार (RTI) से इसका खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद बिहार एनडीए के इन चारों नेताओं को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
आरटीआई एक्टिविस्ट श्रीप्रकाश राय ने कहा है कि नियम के मुताबिक पूर्व सांसद के रूप में वह व्यक्ति पेंशन नहीं ले सकता है, जो दूसरे सदन का सदस्य हो और वहां की सुविधाओं का लाभ ले रहा हो. ऐसे में जिन चारों नेताओं के नाम सामने आए हैं, ये सभी लोग फिलहाल बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं. लिहाजा उनका पेंशन लेना सवालों के घेरे में है.
हालांकि, इस खुलासे के बाद उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन, खनन मंत्री जनक राम, जेडीयू विधान परिषद सदस्य उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी एमएलसी संजय पासवान की ओर से सफाई आनी शुरू हो गई है. खास बात ये है कि अक्टूबर महीने तक इनके खाते में पेंशन की राशि गई है.
बीजेपी कोटे से एमएलसी बने उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन से ईटीवी भारत संवाददाता की बातचीत नहीं हो पाई है, लेकिन बीजेपी कोटे से एमएलसी बने खनन मंत्री जनक राम का कहना है कि हमने लोकसभा सचिवालय को पेंशन बंद करने के लिए पत्र दे दिया है. वहीं, बीजेपी विधान पार्षद संजय पासवान का कहना है कि मैं विधान परिषद से वेतन नहीं लेता हूं. जबकि जेडीयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा से इस बावत संपर्क करने की कोशिश की गई है, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया है.
आपको बता दें कि जिन चार नेताओं के नाम सामने आए हैं, उनमें से शाहनवाज हुसैन, जनक राम और संजय पासवान बीजेपी के नेता हैं और उपेंद्र कुशवाहा जेडीयू के नेता हैं. ये चारों नेता पूर्व सांसद रह चुके हैं, लेकिन अब विधान परिषद के सदस्य हैं.
पढ़ेंः आजादी को लेकर कंगना रनौत की टिप्पणी पर बोले वरुण गांधी - इसे पागलपन कहूं या देशद्रोह