वाराणसीः वाराणसी में जी-20 के तहत आयोजित होने वाली Y20 समिट का शुक्रवार को औपचारिक आगाज हो गया. इसकी शुरुआत सीएम योगी आदित्यनाथ ने की. इसमें 20 देशों से आए 150 डेलीगेट्स भाग ले रहे हैं. 20 अगस्त तक चलने वाली इस समिट में पांच मुख्य बिंदुओं पर मंथन किया जा रहा है. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी भाग ले रहे हैं.
शुभारंभ के मौके पर सीएम योगी ने वहां उपस्थित सभी लोगों का अभिनंदन किया. कहा कि देश की सबसे प्राचीन आध्यात्मिक नगरी में काशी वासियों की तरफ से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का स्वागत करता हूं. प्रधानमंत्री और वाराणसी के सांसद नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूं. उन्होंने जी20 से संबंधित कई कार्यक्रमों का अवसर उत्तर प्रदेश को दिया. उसी में वाराणसी में वाई20 का कार्यक्रम भी हो रहा है. वाराणसी प्राचीन और आध्यात्मिक नगरी होने के साथ ही शिक्षा, साहित्य और कला की नगरी के रूप में वाराणसी जानी जाती रही है.
सीएम योगी बोले, वाराणसी हमारे लिए प्रमुख इसलिए भी है कि भगवान बुद्ध ने सारनाथ में यहां शिक्षा दी थी. वैश्विक मंच पर अपने आप को उभरते हुए भारत गौरवान्वित महसूस कर रहा है. भारत ने हजारों वर्ष पहले वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया था यानी यह दुनिया एक परिवार है. उच्च चरित्र वाले लोग समस्त संसार को अपना परिवार मानते हैं. जी20 का ये समिट इस बात का उदाहरण है कि भारत ने इसका प्रतिनिधित्व किया है.
जी20 के अंदर वाई20 का आय़ोजन इसकी प्रमाणिकता को बढ़ाता है. यह पहली बार नहीं हुआ है. जब मैं अपने युवा साथियों के बारे में सोचता हूं. जब मुझे लगता है कि जब हमारे युवाओं की प्रतिभा पर प्रश्न चिन्ह लगाता है तो मुझे दुख होता है. ऐसा कौन सा कालखंड था जब युवाओं ने एक नई दिशा नहीं दी. जब हम युवा शक्ति की बात करते हैं तो हमें मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम याद आते हैं. प्रभु राम ने भारत की धरती से राक्षसी शक्तियों को नष्ट करने का आह्वान किया था. मथुरा को कंस के और उनके राक्षसों के अत्याचार से मुक्त करने वाले श्री कृष्ण भी युवा ही थे. दुनिया को निर्वाण का संदेश देने वाले महात्मा बुद्ध ज्ञान प्राप्त करने के बाद पहला उपदेश सारनाथ में देते हैं, तब भी वह युवा थे. भारत के चार कोनों में चार पीठों की स्थापना करने वाले आदि शंकराचार्य मात्र 32 वर्ष तक जीवित थे. सवा लाख से एक लड़ाऊं का उपदेश देने वाले गुरु गोविंद सिंह, छत्रपति शिवाजी या महाराणा प्रताप युवा ही थे.
'खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी' झांसी की ऐसी रानी वाराणसी में ही जन्मी थीं. तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का उद्घोष करने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा थे. चंद्र शेखर आजाद, पं राम प्रसाद बिस्मिल, भगत सिंह आदि क्रांतिकारी युवा ही थे. विनायक दामोदर सावरकर को मात्र 28 वर्ष की उम्र में 2 आजीवन कारावास की सजा हुई, वह युवा ही थे. 16 वर्ष का अभिमन्यु महाभारत में युवा ही थे. फ्रांस के लुईस ने 15 साल की उम्र में दृष्टिहीनों के लिए लिपि की खोज की थी. सापेक्षता का सिद्धांत जब आइंस्टीन ने दिया तो वह 16 साल के थे. न्यूटन ने 23 साल की उम्र में गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत दिया था.
भारत सरकार ने स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया और इनोवेश के क्षेत्र में प्रतिभा दिखाने का मौका दिया. भारत आज वैश्विक स्तर पर जी20 की अध्यक्षता कर रहा है. भारत प्राचीन काल से यह करता आ रहा है. दुनियाभर से वाराणसी आए लोगों को जोड़ने और साथ में आगे बढ़ने का संदेश दिया है. युवा आज का नेता और कल का निर्माता है. हम युवा की प्रतिभा का सम्मान करते हुए उसे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकेंगे. दुनिया भर के युवाओं के लिए वाराणसी का यह प्रवास एक प्रेरणा का संदेश देकर जाएगा.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्ष पर बोला हमला
इस कार्यक्रम के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस को जमकर सुनाया. ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही लोकतंत्र की हत्या कर रही है. आज वोटर्स को राक्षस बोल रही है. कहा कि 'कांग्रेस लोकतंत्र को कुचलने का काम करती है'. वहीं कांग्रेस नेता सुरजेवाला द्वारा भाजपा को वोट देने वालों को राक्षस कहने पर उन्होंने कहा कि जिसके अंदर जो छिपा होता है वह बाहर दिखता है. कांग्रेस की सोच सामने आई है कि वह भारत के लोगों को जो निर्णय लेते हैं, उनको वह राक्षस कहते हैं. वो लोग जो भाजपा को वोट देते हैं उनको राक्षस कहते हैं. यानी की भारत के लगभग 40 करोड़ ऐसे परिवारों को वो राक्षस कह रहे हैं. यह दिखाता है कि कांग्रेस लोकतंत्र को कुचलने का काम आपातकाल में करती थी. और अब जो लोग भाजपा को वोट देते हैं तो उन्हें राक्षस कहकर परिभाषित कर रही है. वह बोले कि मणिपुर पर विपक्ष राजनीति न करें. हम वहां सभी लोगो से शांति की अपील कर रहे हैं. जल्द हालत सामान्य हो जाएंगे. विपक्ष से ये अपील है की वो मणिपुर की हालत में घी डालने का काम न करें. सरकार का साथ दें. विपक्ष जनता के हित को समझने को तैयार नहीं है.
कल इन स्थानों का डेलिगेट्स ने किया था भ्रमण
बता दें की Y20 समिट में भाग लेने के लिए बुधवार देर रात डेलिगेट्स वाराणसी पहुंच गए थे. उसके बाद गुरुवार को सबसे पहले 20 देशों के 125 डेलीगेट काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सुपर कंप्यूटर सेंटर और प्रेसिंग इंजीनियरिंग हब का निरीक्षण करने पहुंचे थे.जहां वह सुपर कंप्यूटर से जुड़ी हुई जानकारी को हासिल करने के बाद आईआईटी BHU की उपलब्धियां को जानने के लिए उत्सुक नजर आए. BHU भ्रमण के बाद वह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचें, जहां ओरिएंटेशन की शुरुआत हुई. दोपहर बाद यह सारे डेलीगेट सारनाथ का भ्रमण करने पहुंचे और देर शाम तक सारनाथ संग्रहालय को निहारने के बाद साउंड और लाइट शो का आनन्द लेने पहुंचे थे. मेहमानों के लिए सारनाथ में खास इंतजाम भी किए गए.
कल्चरल प्रोग्राम भी आयोजित होंगे
वहीं, यूथ अफेयर के डायरेक्टर पंकज सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में हमने काशी की संस्कृति और विरासत को शामिल किया है. इसमें एक कल्चरल प्रोग्राम भी रखा गया है, जिसमें लोकल सभ्यता और लोकल विरासत को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके साथ ही सारनाथ का एक विजिट का प्रोग्राम हो चुका है. गंगा घाट को दिखाने के लिए रिवर क्रूज को भी रखा गया है. इस कार्यक्रम में हमारे पांच महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं. इसमें फ्यूचर ऑफ वर्क, क्लाइमेट चेंज एंड डिजास्टर डिस रिडक्शन, पीस बिल्डिंग एंड रिकंसिलेशन, शेयर्ड फ्यूचर और हेल्थ वेल बींग एंड स्पोर्ट्स को रखा गया है. इन्हीं बिन्दुओं पर इस साल चर्चा हुई है.
Y20 के माध्यम से युवाओं को मिलेगा स्टेज
उन्होंने बताया कि किसी भी देश के विकास में यूथ का बहुत बड़ा रोल होता है. यूथ20 एक बहुत बड़ा माध्यम है, जो सभी युवाओं को मौका देता है कि वह अपनी आवाज रखें. उनकी बातों को मौका देने का एक स्टेज इस कार्यक्रम के माध्यम से मिलने वाला है. बता दें कि वाराणसी में इस तरह से आयोजनों से न सिर्फ यहां के लोकल चीजों का प्रचार-प्रसार हो रहा है, बल्कि यहां की संस्कृति और विरासत का उत्सव भी मनाया जा रहा है. इन कार्यक्रमों में आने वाले विदेशी डेलीगेट्स को वाराणसी घाट व अन्य हैरिटेज भ्रमण कराने से यहां टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा.
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