मलप्पुरम : कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी द्वारा अपने लोक सभा क्षेत्र में नीलंबूर के लोगों को राहत सामग्री भेजी गई थी. इस सामग्री का एक हिस्सा एक दुकान में सड़ी-गली हालत में मिला है. इस हिस्से को लाभार्थियों को वितरित किए बिना ही डंप किया गया था.
इस किट में दिए गए चावल और अन्य स्टेपल में कीड़े पाए गए हैं.
गौरतलब है कि कांग्रेस की नीलंबूर नगर समिति को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में परिवारों के बीच वितरण के लिए राहत सामग्री दी गई थी. यही सामग्री जिले के पुराने नगर कार्यालय भवन के सामने एक बंद किराए की दुकान में ऐसे ही छोड़ दी गई थी.
राहुल गांधी वायनाड का प्रतिनिधित्व करते हैं. इसमें नीलंबूर भी शामिल है. आपदा के समय राहुल ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में राहत सामग्री पहुंचाई थी. यह सामग्री लाभार्थियों को दी जानी थी, लेकिन यहां कांग्रेस नेतृत्व की आराजकता के चलते यह सड़ने के लिए छोड़ दी गई.
खाद्य आपूर्ति की हिस्सा कंबल और कपड़े भी थे. उन्हें भी दुकान के एक कमरे में ऐसे ही छोड़ दिया गया.
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी (CPIM) की स्थानीय समिति ने कांग्रेस से जमाखोरी के लिए माफी मांगने के लिए कहा.
बता दें कि काफी समय से खाद्य सामग्री यहां सड़ रही थी. आज जब दुकान का ताला खोला गया, तो इस सामग्री में कीड़े मिले.
सीपीआईएम ने आरोप भी लगाया है कि कांग्रेसी चुनाव से ठीक पहले इसे वितरित करने के लिए यह सामग्री जमा कर रहे थे.
उन्होंने कहा, कोरोना संकट के दौरान भी आपूर्ति तक पहुंचने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए थे.
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वी वी प्रकाश ने कहा कि किट वितरण के लिए स्थानीय कांग्रेस नेताओं को सौंपी गई है और जो हुआ है वह एक गंभीर चूक है. प्रकाश ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी और उन सभी के खिलाफ गंभीर कार्रवाई शुरू की जाएगी, जो लाभार्थियों को सामग्री वितरित करने में विफल रहे.