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पुडुचेरी में नारायणसामी सरकार धड़ाम

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Published : Feb 22, 2021, 8:47 AM IST

Updated : Feb 22, 2021, 11:41 AM IST

इस्तीफे के बाद लक्ष्मीनारायणन ने पत्रकारों से कहा कि नारायणसामी नीत सरकार ने बहुमत खो दिया है. लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वेंकटेशन ने कहा कि उन्होंने केवल विधायक पद से इस्तीफा दिया है और वह द्रमुक का हिस्सा बने रहेंगे.

floor test in puducherry
अल्पमत में नारायणसामी सरकार

पुडुचेरी : पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई है. स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी की विदाई तय मानी जा रही है. बता दें कि विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा 3 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन था.

  • Today, ministers, MLAs of Congress & DMK, MPs and other party leaders met and discussed the strategy to be adopted by us in the Legislative Assembly (tomorrow). We have decided to disclose our strategy on the floor of the House: Puducherry CM V Narayanasamy pic.twitter.com/mc6bzLyg6X

    — ANI (@ANI) February 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें, पिछले दिनों चार विधायकों ने इस्तीफा दिया था अब कांग्रेस के एक और विधायक लक्ष्मीनारायण के इस्तीफे के साथ ही कुल संख्या पांच पहुंच गई है. वहीं, गठबंधन वाली डीएमके के विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं. लक्ष्मीनारायणन और वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोलुंधु को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा है.

इस्तीफे के बाद लक्ष्मीनारायणन ने पत्रकारों से कहा कि नारायणसामी नीत सरकार ने बहुमत खो दिया है. लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वेंकटेशन ने कहा कि उन्होंने केवल विधायक पद से इस्तीफा दिया है और वह द्रमुक का हिस्सा बने रहेंगे.

पढ़ें: पुडुचेरी : विश्वास मत से पहले दो विधायकों का इस्तीफा, संकट में सरकार

हाल ही में यहां उपराज्यपाल किरण बेदी को जिम्मेदारी से मुक्त कर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदराजन को पुडुचेरी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है. नारायणसामी अगर आज बहुमत साबित नहीं कर पाते तो पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी और अगर ऐसा हुआ तो यहां राष्ट्रपति शासन लग जाएगा. आने वाले महीनों में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में कांग्रेस कतई नहीं चाहेगी कि यहां विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन के तहत हों.

पुडुचेरी : पुडुचेरी विधानसभा में कांग्रेस अपना बहुमत साबित नहीं कर पाई है. स्पीकर ने ऐलान किया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. इसके बाद मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी की विदाई तय मानी जा रही है. बता दें कि विधानसभा में कांग्रेस के पास उसके 9 विधायकों के अलावा 3 डीएमके और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन था.

  • Today, ministers, MLAs of Congress & DMK, MPs and other party leaders met and discussed the strategy to be adopted by us in the Legislative Assembly (tomorrow). We have decided to disclose our strategy on the floor of the House: Puducherry CM V Narayanasamy pic.twitter.com/mc6bzLyg6X

    — ANI (@ANI) February 21, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बता दें, पिछले दिनों चार विधायकों ने इस्तीफा दिया था अब कांग्रेस के एक और विधायक लक्ष्मीनारायण के इस्तीफे के साथ ही कुल संख्या पांच पहुंच गई है. वहीं, गठबंधन वाली डीएमके के विधायक ने भी इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस के विधायक के. लक्ष्मीनारायणन और द्रमुक के विधायक वेंकटेशन के इस्तीफा देने के बाद 33 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस-द्रमुक गठबंधन के विधायकों की संख्या घटकर 11 हो गई है, जबकि विपक्षी दलों के 14 विधायक हैं. लक्ष्मीनारायणन और वेंकटेशन ने विधानसभा अध्यक्ष वी. पी. शिवकोलुंधु को उनके आवास पर अपना इस्तीफा सौंपा है.

इस्तीफे के बाद लक्ष्मीनारायणन ने पत्रकारों से कहा कि नारायणसामी नीत सरकार ने बहुमत खो दिया है. लक्ष्मीनारायणन ने कहा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. वेंकटेशन ने कहा कि उन्होंने केवल विधायक पद से इस्तीफा दिया है और वह द्रमुक का हिस्सा बने रहेंगे.

पढ़ें: पुडुचेरी : विश्वास मत से पहले दो विधायकों का इस्तीफा, संकट में सरकार

हाल ही में यहां उपराज्यपाल किरण बेदी को जिम्मेदारी से मुक्त कर तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसई सौंदराजन को पुडुचेरी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है. नारायणसामी अगर आज बहुमत साबित नहीं कर पाते तो पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिर जाएगी और अगर ऐसा हुआ तो यहां राष्ट्रपति शासन लग जाएगा. आने वाले महीनों में यहां विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में कांग्रेस कतई नहीं चाहेगी कि यहां विधानसभा चुनाव राष्ट्रपति शासन के तहत हों.

Last Updated : Feb 22, 2021, 11:41 AM IST
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