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Flood in Himachal: हिमाचल के कुल्लू में बारिश का कहर, मौहल खड्ड में बाढ़ आने से बहीं गाड़ियां

हिमाचल के कुल्लू जिले में बारिश कहर बनकर बरस रही है. शनिवार रात कुल्लू की मौहल खड्ड में अचानक जलस्तर बढ़ गया, जिससे खड्ड के आसपास खड़ी 10 गाड़ियां बह गईं. सुबह होने पर लोगों ने खुद से ही राहत बचाव कार्य शुरू करते हुए जेसीबी और क्रेन की मदद से गाड़ियां बाहर निकाली. (Flood in Kullu Mohal Khad) (Monsoon in Kullu) (Destruction in Kullu due to rain )

Flood in Kullu Mohal Khad
कुल्लू में बारिश का कहर
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Published : Jun 25, 2023, 1:51 PM IST

कुल्लू में बारिश का कहर

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश पहली बारिश ने ही तबाही का मंजर ला दिया है. कुल्लू जिले में बीती रात हुई भारी बारिश से मौहल खड्ड में अचानक बड़ी मात्रा में पानी आ जाने के चलते खासा नुकसान हुआ है. मौहल खड्ड में आई इस बाढ़ में तकरीबन 10 गाड़ियों की बहने की सूचना मिली है. मिली जानकारी के अनुसार मौहल के मुजक में देर रात बादल फटा था, जिसके बाद नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ गया. जिसके चलते नाले किनारे खड़ी हुई गाड़ियां तेज बहाव में बह गई. हालांकि इसमें किसी प्रकार के जान को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन तकरीबन 10 गाड़ियां पानी में बहने से स्थानीय लोगों सहित वहां रह रहे अप्रवासी लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है.

मौहल खड्ड में बहीं गाड़ियां: वहीं, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मौहल खड्ड में अचानक बाढ़ आने पर उनकी गाड़ियां बह गईं, जिन्हें उन्होंने अपने स्तर पर ही खड्ड से बाहर निकाला है. इस दौरान प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है. रात करीब 1:00 बजे खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे ये घटना घटित हुई. इसमें बहीं 5 गाड़ियां, तीन ट्रैक्टर एक तार कोल प्लांट के मिक्सचर को जेसीबी और क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया गया.

आधी रात को मौहल खड्ड में दिखा बाढ़ जैसा मंजर: स्थानीय ग्रामीण एवं प्रत्यक्षदर्शी अनूप राम का कहना है कि रात करीब 1:00 बजे उन्हें तेज आवाज सुनाई दी. जिसके बाद जब वह उठे तो उन्होंने देखा कि नाले में काफी अधिक मात्रा में पानी आया हुआ है. इसके बाद वहां पर उन्होंने गाड़ियों को बहते हुए भी देखा. फिर उन्होंने अपने साथ रहने वाले लोगों को भी जगाया, लेकिन काफी अधिक पानी होने के चलते वह गाड़ियों को बहने से नहीं बचा सके. वहीं, उन्होंने कहा कि सुबह होने तक उन्होंने खुद ही गाड़ियों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी को बुलाया था, जिसके माध्यम से गाड़ियों को बहने से बचाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यक्ति, अधिकारी वहां नहीं पहुंचा है और उन्हें अपने स्तर पर ही अपने वाहनों को बचाना पड़ा.

ये भी पढ़ें: Rain in Himachal: हिमाचल में आफत बनकर बरसे बादल, 2 लोगों की गई जान, सैकड़ों भेड़-बकरियां भी बनी मौत का ग्रास

ग्रामीणों ने खुद से निकाली गाड़ियां: स्थानीय ग्रामीण सागर राम ने कहा कि मौहल खड्ड में बहुत अधिक पानी आ गया था. जिसमें उनकी गाड़ी भी डूब गई थी और गाड़ी के ऊपर ट्रैक्टर भी गिरे हुए थे. जिसके बाद सुबह उन्होंने मौके पर पहुंचकर अपनी गाड़ी को बाहर निकाला. मौके पर पहुंचे बनवारी ने बताया कि देर रात आई बाढ़ में खड्ड में खड़े सभी वाहन बह गए थे. जिसके बाद सुबह उन्होंने वहां पहुंचकर गाड़ियों को बाहर निकाला.

प्रशासन की ओर से नहीं मिली कोई मदद: इस दौरान मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्राम पंचायत के उप प्रधान राज कुमार ने बताया कि सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि बादल फटने से पानी मोहल्ले में भी पहुंच गया है. जिसमें तकरीबन 8 गाड़ियां और एक तारकोल का मिक्सर बह गया है. जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे और यहां पर गाड़ियों को बाहर निकालने का काम शुरू किया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का कोई भी व्यक्ति अभी तक मौके पर नहीं पहुंचा है. स्थानीय लोग अपने स्तर पर ही वाहनों को बाहर निकालने के कार्य में जुटे हुए हैं.

ये भी पढ़ें: Beas River Alert in Mandi: चेतावनी! ब्यास नदी का बढ़ा जलस्तर, भूलकर भी इस समय न जाएं Beas River के किनारे

कुल्लू में बारिश का कहर

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में मानसून की बारिश पहली बारिश ने ही तबाही का मंजर ला दिया है. कुल्लू जिले में बीती रात हुई भारी बारिश से मौहल खड्ड में अचानक बड़ी मात्रा में पानी आ जाने के चलते खासा नुकसान हुआ है. मौहल खड्ड में आई इस बाढ़ में तकरीबन 10 गाड़ियों की बहने की सूचना मिली है. मिली जानकारी के अनुसार मौहल के मुजक में देर रात बादल फटा था, जिसके बाद नाले का जलस्तर एकाएक बढ़ गया. जिसके चलते नाले किनारे खड़ी हुई गाड़ियां तेज बहाव में बह गई. हालांकि इसमें किसी प्रकार के जान को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन तकरीबन 10 गाड़ियां पानी में बहने से स्थानीय लोगों सहित वहां रह रहे अप्रवासी लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ा है.

मौहल खड्ड में बहीं गाड़ियां: वहीं, स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि मौहल खड्ड में अचानक बाढ़ आने पर उनकी गाड़ियां बह गईं, जिन्हें उन्होंने अपने स्तर पर ही खड्ड से बाहर निकाला है. इस दौरान प्रशासन का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा है. रात करीब 1:00 बजे खड्ड का जलस्तर अचानक बढ़ गया जिससे ये घटना घटित हुई. इसमें बहीं 5 गाड़ियां, तीन ट्रैक्टर एक तार कोल प्लांट के मिक्सचर को जेसीबी और क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया गया.

आधी रात को मौहल खड्ड में दिखा बाढ़ जैसा मंजर: स्थानीय ग्रामीण एवं प्रत्यक्षदर्शी अनूप राम का कहना है कि रात करीब 1:00 बजे उन्हें तेज आवाज सुनाई दी. जिसके बाद जब वह उठे तो उन्होंने देखा कि नाले में काफी अधिक मात्रा में पानी आया हुआ है. इसके बाद वहां पर उन्होंने गाड़ियों को बहते हुए भी देखा. फिर उन्होंने अपने साथ रहने वाले लोगों को भी जगाया, लेकिन काफी अधिक पानी होने के चलते वह गाड़ियों को बहने से नहीं बचा सके. वहीं, उन्होंने कहा कि सुबह होने तक उन्होंने खुद ही गाड़ियों को बाहर निकालने के लिए जेसीबी को बुलाया था, जिसके माध्यम से गाड़ियों को बहने से बचाया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन की तरफ से कोई भी व्यक्ति, अधिकारी वहां नहीं पहुंचा है और उन्हें अपने स्तर पर ही अपने वाहनों को बचाना पड़ा.

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ग्रामीणों ने खुद से निकाली गाड़ियां: स्थानीय ग्रामीण सागर राम ने कहा कि मौहल खड्ड में बहुत अधिक पानी आ गया था. जिसमें उनकी गाड़ी भी डूब गई थी और गाड़ी के ऊपर ट्रैक्टर भी गिरे हुए थे. जिसके बाद सुबह उन्होंने मौके पर पहुंचकर अपनी गाड़ी को बाहर निकाला. मौके पर पहुंचे बनवारी ने बताया कि देर रात आई बाढ़ में खड्ड में खड़े सभी वाहन बह गए थे. जिसके बाद सुबह उन्होंने वहां पहुंचकर गाड़ियों को बाहर निकाला.

प्रशासन की ओर से नहीं मिली कोई मदद: इस दौरान मौके पर पहुंचे स्थानीय ग्राम पंचायत के उप प्रधान राज कुमार ने बताया कि सुबह उन्हें सूचना मिली थी कि बादल फटने से पानी मोहल्ले में भी पहुंच गया है. जिसमें तकरीबन 8 गाड़ियां और एक तारकोल का मिक्सर बह गया है. जिसके बाद वह मौके पर पहुंचे और यहां पर गाड़ियों को बाहर निकालने का काम शुरू किया. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन का कोई भी व्यक्ति अभी तक मौके पर नहीं पहुंचा है. स्थानीय लोग अपने स्तर पर ही वाहनों को बाहर निकालने के कार्य में जुटे हुए हैं.

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