वापी/छोटा उदयपुर : गुजरात के कई जिलों में बाढ़ का कहर जारी है. वलसाड, नवसारी में सभी नदियां उफान पर हैं. तटीय इलाके के कई लोग बाढ़ में फंस गए हैं. नवसारी के गणदेवी क्षेत्र से होकर कावेरी नदी बहती है जो उफान पर है. गुरुवार को तोरणा गांव में कई परिवार बाढ़ के पानी में फंस गए. उन्हें बचाने के लिए भारतीय तटरक्षक बल की मदद मांगी गई. तटरक्षक दल ने फंसे लोगों को बचाने के लिए अभियान शुरू किया.
इस ऑपरेशन में दमन कोस्टगार्ड की टीम लोगों के लिए फरिश्ता बन गई है. हेलीकॉप्टर में एक पायलट और एक को-पायलट समेत 4 जवानों की टीम है. टीम ने गांव की छत पर दो दिनों से बाढ़ के पानी में फंसी 72 वर्षीय दादी, 11 महीने की पोती और उसकी मां को एयरलिफ्ट किया. बच्ची बीमार थी. सभी को रिश्तेदारों के यहां पनाह मिली. 11 महीने की बच्ची बीमार थी. दमन तटरक्षक बल ने पहले 16 लोगों को वलसाड जिले में एयरलिफ्ट किया.
नवसारी में NDRF का मेगा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी : सबसे ज्यादा प्रभावित नवसारी जिले में एनडीआरएफ तैनात की गई है. टीम ने यहां फंसे लोगों के लिए मेगा ऑपरेशन शुरू किया है. आज सुबह से 150 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.एनडीआरएफ की 2 टीमें नवसारी में तैनात हैं. एक टीम नवसारी में और दूसरी बिलिमोरा में है. बाढ़ के कारण जिले में 10,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. नवसारी के गणदेवी तहसील में भाठा गांव में 6 दिन से एनडीआरएफ की टीम लोगों को रेस्क्यू कर रही है, वहां पक 4 बोट से लोगों को निकाल जा रहा है. भारी बारिश की वजह से नवसारी के गणदेवी का पुल भी टूट गया है. पुल को अभी दोनों तरफ से बंद कर दिया गया है. नवसारी और चिखली को जोड़ने वाला रास्ता भी बह गया है.
मध्य प्रदेश के पांच लोगों को ग्रामीणों ने बचाया : मध्य प्रदेश के धार जिले के मनावर गांव के वोहरा समाज के पांच सदस्य कार से अहमदाबाद मजार जा रहे थे. बुधवार आधी रात को बोडेली तालुका के नानी बुमदीपास से जब वह गुजर रहे थे तो अचानक तेज धार में उनकी कार फंस गई. शोर सुनकार गांव के लोगों ने उन्हें बचाया. बचाए गए अली अशगर खड़कीवाला ने कहा, 'अगर किसी ने दो मिनट तक चिल्लाहट नहीं सुनी होती तो हम आज मर जाते.' उनके साथ मुस्तफा अवंदावाला, मुस्तफा स्टील वाला, मकबुल खड़की वाला और चालक गाबू ने कहा कि पांच लोग मौत के मुंह में समा जाते.
दोगुनी बारिश हो चुकी है गुजरात में : इस साल जुलाई के 14 दिनों में हुई औसत वर्षा 2021 में इसी अवधि के दौरान दोगुनी से अधिक दर्ज की गई है. 2021 में औसत वर्षा 155.92 मिमी थी, लेकिन 2022 में यह 397.02 मिमी है जबकि राज्य में औसत वर्षा 850 मिमी है. राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने गांधीनगर में राज्य में बारिश की स्थिति की समीक्षा बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण रेस्क्यू टीम की मदद से एक हेलीकॉप्टर द्वारा छह लोगों को बचाया गया. अभी भी लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राज्य प्रशासन द्वारा कुल 39,177 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें से कुल 17,394 लोग घर लौट चुके हैं. वहीं 21,243 लोगों ने विभिन्न स्थानों पर शरण ली है. उन्हें प्रशासन द्वारा भोजन समेत अन्य जरूरी सामान दिया जा रहा है. राज्य के आठ जिले अभी भी रेड अलर्ट पर हैं.
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