श्रीनगर : श्रीनगर हवाईअड्डे पर बर्फबारी व खराब मौसम की वजह से प्रभावित हुई उड़ानें एक बार फिर बृहस्पतिवार से शुरू हो गई हैं. इसकी वजह से घाटी में फंसे कई पर्यटकों ने राहत की सांस ली है.
इस संबंध में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि दृश्यता कम होने के कारण सुबह की कुछ उड़ानों में देरी हुई. बता दें कि पूरे कश्मीर में बर्फबारी और कम दृश्यता के कारण बुधवार को 42 में से 37 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं थीं, जबकि श्रीनगर हवाईअड्डे से आने-जाने वाला हवाई यातायात मंगलवार को भी बुरी तरह प्रभावित हुआ.
कश्मीर घाटी में पिछले दो दिनों से खराब मौसम के कारण 87 उड़ानें रद्द की जा चुकी हैं. इसलिए जो लोग जो लोग कश्मीर आने की योजना बना रहे हैं और टिकट बुक करा ली हैं, वे पहले अपनी उड़ानों की स्थिति की पुष्टि कर लें, उसके बाद ही एयरपोर्ट के लिए निकलें. खराब मौसम की वजह से जम्मू-कश्मीर की फ्लाइट में देरी हो रही है. वहीं जम्मू में दो दिन बाद बारिश का सिलसिला थम गया है लेकिन खराब मौसम के चलते हवाई यातायात यहां भी प्रभावित हुआ है.
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बता दें कि श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अगले साल से मौसम की खराबी पर भी उड़ानें करवाई जा सकेंगी. इसको लेकर एयरपोर्ट पर दूसरी श्रेणी का इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (कैट-2 आईएलएस) लगाने की कवायद शुरू हो गई है. अप्रैल में इसे लगाने का काम शुरू होगा, जिसे नवंबर माह में पूरा कर लिया जाएगा. कैट-2 आईएलएस लगने से हवाई जहाज की लैंडिंग के लिए निर्धारित 900 मीटर दृश्यता का पैमाना घटकर 500 मीटर रह जाएगा. ऐसी परिस्थितियों में खराब मौसम में भी ज्यादातर उड़ानें हो सकेंगी.
(पीटीआई)