धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश में आसमान से कुदरत का कहर बरसा है. सोमवार को बारिश के बाद यहां पानी का वीभत्स रूप देखने को मिला. सड़कों पर गाडियां बहती नजर आईं.
पर्यटन नगरी धर्मशाला के भागसूनाग में सोमवार की सुबह बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली. भारी बारिश की वजह से नाला नदी के रूप में तब्दील हो गया. पानी का बहाव इतना तेज था कि इसकी चपेट में आई कई गाड़ियां बह गईं. भारी बारिश की वजह से नाले के किनारे बने मकानों और होटल्स के साथ-साथ बाजार को काफी नुकसान पहुंचा है. धर्मशाला के चैतरू गांव में पानी के तेज बहाव की वजह से एक मकान नदी में समा गया.
अंदेशा लगाया जा रहा है कि पहाड़ों पर कहीं बादल फटा है, जिसकी वजह से इस तरह की स्थिति उत्पन्न हुई है. राहत बचाव कार्य के लिए पुलिस टीम मौके पर रवाना हो गई हैं. वहीं, डीसी निपुण जिंदल का कहना है कि बादल फटने की अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है. भारी बारिश के चलते यह बाढ़ आई है. राहत टीमों को मौके पर भेज दिया गया है. उन्होंने पर्यटकों और स्थानीय लोगों से नदी नालों से दूर रहने की अपील की है.
बारिश शुरू होने से किसानों और बागवानों के चेहरों पर खुशी आ गई है. ऐसा माना जा रहा है कि ये बारिश सेब का आकार बढ़ाने और मक्की की फसल के लिए लाभकारी साबित होगी. हालांकि बारिश का पानी रिहाइशी इलाकों में घुस जाने से लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
इस बार हिमाचल में सामान्य से 13 दिन पहले ही 13 जून को मानसून ने दस्तक दे दी थी. बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से मानसून कमजोर पड़ गया था. अब मानसून दोबारा सक्रिय हो गया है. प्रदेश में रविवार से कई जिलों में बारिश का सिलसिला शुरू हो चुका है.
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