कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पांच महिला 'संविदा' शिक्षकों ने राज्य के शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने जहर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की है. ये शिक्षिकाएं अपने तबादले के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही थीं.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि शिक्षिकाएं शिक्षा विभाग के सामने धरना प्रदर्शन कर रही थी, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची. पुलिस ने उन्हें मौके से हटाने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस के साथ हाथापाई की. हाथापाई के बाद तनाव बढ़ गया. इसके तुरंत बाद ही महिला शिक्षिकों ने जहर पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की.
जहर पीने के बाद महिला शिक्षिकों की हालत बिगड़ने लगी. इसके बाद उन्हें आनन-फानन में पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर उनका इलाज चल रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि सभी महिला शिक्षक दक्षिण 24 परगना जिले की रहने वाली हैं. ये सभी महिला शिक्षक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राज्य शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर रही थी.
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महिला शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उनका अवैध रूप से उत्तर बंगाल में कूचबिहार और दिनहाटा जैसी जगहों पर तबादला कर दिया गया है. उन्हें इन स्कूलों में जाना बड़ा मुश्किल हो रहा है. ये स्कूल उनके घरों से बहुत दूर हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उनके वेतनमान भी बहुत कम है.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आत्महत्या का प्रयास करने वाली महिला शिक्षिकाएं शिक्षक ओक्या मुक्तमंच (शिक्षक एकता मुक्त मंच) की सदस्य हैं.