बेंगलुरु : बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (Bruhat Bengaluru Mahanagara Palike ) के मुख्य आयुक्त गौरव गुप्ता (Chief Commissioner Gaurav Gupta) ने गुरुवार को कहा कि कम से कम पांच लोग ओमीक्रोन वेरिएंट संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद पॉजिटिव हो गए हैं. इन सभी ने कोविड-19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है. उनके नमूने पुष्टि के लिए जीनोमिक सीक्वन्सिंग के लिए भेजे दिए गए हैं.
ओमीक्रोन वेरिएंट एक ऐसे व्यक्ति में पाया गया है जिसकी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. उसने बुखार के बाद उसका परीक्षण किया गया, उसमें शरीर में दर्द था. 22 नवंबर को उसके नमूनों का परीक्षण किया गया और बाद में 24 नवंबर को जीनोमिक सीक्वन्सिंग के लिए नमूने भेजे गए.
उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन वेरिएंट के कम्यूनिटी में वायरस की उपस्थिति की संभावना है. ऐसे में लोगों को सावधान रहने और मास्क पहनने की जरूरत है.
गुप्ता ने बताया कि जो दो लोग संक्रमित पाए गए हैं. इनमें से एक दक्षिण अफ्रीका का 66 वर्षीय व्यक्ति है. वह 20 नवंबर को बेंगलुरु हवाईअड्डे पर आया और उसमें कोविड-19 की पुष्टि हुई.
बाद में बीबीएमपी ने अपना सैंपल जीनोमिक सीक्वन्सिंग के लिए भेजा, जिसका परिणाम गुरुवार को आया. उसे एक होटल में आइसोलेट किया गया था.
इसके बाद उसके सभी प्राथमिक 24 संपर्कों और 240 माध्यमिक संपर्कों का पता लगाया गया और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों (Urban Primary Health Centre officials) द्वारा उनके नमूने लिए गए. इन सभी की जांच निगेटिव आई है.
उन्होंने बताया कि वह उन पर नजर रख रहे हैं. संक्रमित व्यक्ति ने दूसरी लैब में जांच कराई थी और उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. चूंकि उन्होंने कार्यक्रम पहले से तय किया था, इसलिए उन्हें बेंगलुरु हवाई अड्डे से दुबई जाने की अनुमति दी गई.
पढ़ें - Omicron Variant : भारत में ओमीक्रोन वेरिएंट के दो मामले, संपर्क में आए पांच अन्य भी पॉजिटिव
उन्होंने बताया कि 22 नवंबर को एक 46 वर्षीय व्यक्ति से सैंपल लिया गया और NCBS प्रयोगशाला में भेजा गया. उसके परिणाम से यह भी पता चला है कि वह ओमीक्रोन वायरस पॉजिटिव है.
उन्होंने कहा कि उसे पहले होम आइसोलेशन में रखा गया और बाद में अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. उसके 13 प्राथमिक संपर्कों और 205 माध्यमिक संपर्कों को ट्रैक किया गया है. प्राथमिक संपर्कों में से तीन और द्वितीयक संपर्कों में से दो को कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है.
उन्होंने बताया कि उन्हें अलग-थलग कर दिया गया है और आगे उनके नमूने जीनोमिक सीक्वन्सिंग के लिए भेजे गए हैं. अभी उसके परिणाम आना बाकी है.उन्होंने बताया कि दूसरे व्यक्ति ने कहीं यात्रा नहीं की.
जीनोमिक सीक्वन्सिंग परीक्षणों को पहले परिणाम देने में 2 महीने लगते थे. अब, परिणाम 8 दिनों में उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि नए संस्करण के आने के मद्देनजर स्थिति से निपटने पर चर्चा के लिए पहले ही कई बैठकें हो चुकी हैं.