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पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में टूट रहा फिट इंडिया का सपना, खराब हो गए पार्कों में लगे उपकरण

वाराणसी में पीएम मोदी के संसदीय इलाके में पार्क और अन्य सार्वजनिक जगहों पर व्यायाम आदि के लिए लगाए गए उपकरण (Park Exercise Equipment) खराब हो चुके हैं. इनकी सुधि नहीं ली जा रही है.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 24, 2023, 7:57 PM IST

वाराणसी ओपेन जिम के उपकरण खराब हो चुके हैं.

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय इलाके में फिट इंडिया का सपना परवान नहीं चढ़ पा रहा है. पार्क और अन्य सार्वजनिक जगहों पर लगे व्यायाम उपकरण काफी समय से खराब हैं. रख-रखाव और मरम्मत न होने से कई ओपेन जेम केवल शोपीस बनकर रह गए हैं. ये हालात तब हैं जब पीएम मोदी ने खुद खिलाड़ियों और आम लोगों से फिट रहने के लिए जतन करने की अपील की थी. पीएम मोदी की पहल पर ही ओपेन जिम कॉन्सेप्ट के जरिए उपकरण लगाए गए थे, लेकिन अब अफसरों की अनदेखी से लोगों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

लोगों को जिम का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
लोगों को जिम का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

2021 में खोले गए थे ओपेन जिम : ओपेन जिम सबसे पहले साल 2021 में वाराणसी के शहीद उद्यान पार्क में बनाया गया था. वाराणसी नगर निगम मुख्यालय के ठीक सामने इस पार्क में बने जिम में रोज काफी संख्या में लोग अपनी सेहत को सुधारने के लिए पहुंच रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे ये उपकरण खराब होने लगे. वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई विकास कार्यों के लिए गुजरात की कंपनियों की मदद भी ले रहे हैं. वाराणसी प्रशासन भी गुजरात और कई मल्टीनेशनल कंपनियों की मदद से बनारस की तस्वीर को बदलने में जुटा है. साल 2021 में एक प्राइवेट कंपनी के साथ नगर निगम ने करार किया. ओपेन जिम खोलने का काम शुरू हुआ. एक-एक करके वाराणसी के कई पार्कों में ओपन जिम खोले गए.

उपकरणों के नट-बोल्ट भी ढीले हो चुके हैं.
उपकरणों के नट-बोल्ट भी ढीले हो चुके हैं.
कई उपकरण केवल शोपीस बने हुए हैं.
कई उपकरण केवल शोपीस बने हुए हैं.

लाखों के उपकरण खराब : शहीद उद्यान पार्क को सबसे बड़े ओपेन जिम के तौर पर विकसित किया गया. लाखों रुपये के व्यायाम उपकरण लगाए गए. कई स्टेडियम भी खोलने की बात कही गई. मेंटीनेंस न होने के कारण जिम के उपकरण एक-एक करके खराब होने लगे. इसके बाद अन्य ओपेन जिम का भी यही हाल हो गया. केवल एक से दो उपकरण ही चालू हालत में हैं. इनके भी नट-बोल्ट ढीले हो चुके हैं. कई पार्कों से तो उपकरण ही गायब हो चुके हैं. दो साल में ही उपरण जवाब दे गए. नगर निगम अधिकारियों के अनुसार ओपन जिम खोल तो दिया गया था, लेकिन इनके रख-रखाव की जिम्मेदारी किसी को सौंपी ही नहीं गई थी. नगर निगम ने कुछ प्रयास भी किए लेकिन ये कारगर नहीं थे. हालांकि अब नए सिरे से उपकरणों को लगने की बात कही जा रही है.

नगर निगम नए उपकरण लगवाने की बात कह रहा है.
नगर निगम नए उपकरण लगवाने की बात कह रहा है.

महापौर बोले-कार्यकारी में रखेंगे प्रस्ताव : अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय ने बताया कई उपकरण पूरी तरह खराब हो चुके हैं, उनकी जगह पर नए उपकरण लगाए जाएंगे. ओपेन जिम में लगे उपकरणों की शुरुआत में देखभाल की गई थी. महापौर अशोक कुमार तिवारी का कहना है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है, किन लोगों ने अनदेखी की. उपकरणों का रख-रखाव किया जाना जरूरी था. नगर निगम के कार्यकारी में प्रस्ताव रखकर कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी.

यह भी पढ़ें : दीवारें गंदी करने पर पड़ेगी दोहरी मार, जेब खाली करने के साथ जेल के भी होंगे दर्शन, ऐसे होगी पहचान

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वाराणसी ओपेन जिम के उपकरण खराब हो चुके हैं.

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय इलाके में फिट इंडिया का सपना परवान नहीं चढ़ पा रहा है. पार्क और अन्य सार्वजनिक जगहों पर लगे व्यायाम उपकरण काफी समय से खराब हैं. रख-रखाव और मरम्मत न होने से कई ओपेन जेम केवल शोपीस बनकर रह गए हैं. ये हालात तब हैं जब पीएम मोदी ने खुद खिलाड़ियों और आम लोगों से फिट रहने के लिए जतन करने की अपील की थी. पीएम मोदी की पहल पर ही ओपेन जिम कॉन्सेप्ट के जरिए उपकरण लगाए गए थे, लेकिन अब अफसरों की अनदेखी से लोगों को इनका लाभ नहीं मिल पा रहा है.

लोगों को जिम का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
लोगों को जिम का लाभ नहीं मिल पा रहा है.

2021 में खोले गए थे ओपेन जिम : ओपेन जिम सबसे पहले साल 2021 में वाराणसी के शहीद उद्यान पार्क में बनाया गया था. वाराणसी नगर निगम मुख्यालय के ठीक सामने इस पार्क में बने जिम में रोज काफी संख्या में लोग अपनी सेहत को सुधारने के लिए पहुंच रहे थे, लेकिन धीरे-धीरे ये उपकरण खराब होने लगे. वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई विकास कार्यों के लिए गुजरात की कंपनियों की मदद भी ले रहे हैं. वाराणसी प्रशासन भी गुजरात और कई मल्टीनेशनल कंपनियों की मदद से बनारस की तस्वीर को बदलने में जुटा है. साल 2021 में एक प्राइवेट कंपनी के साथ नगर निगम ने करार किया. ओपेन जिम खोलने का काम शुरू हुआ. एक-एक करके वाराणसी के कई पार्कों में ओपन जिम खोले गए.

उपकरणों के नट-बोल्ट भी ढीले हो चुके हैं.
उपकरणों के नट-बोल्ट भी ढीले हो चुके हैं.
कई उपकरण केवल शोपीस बने हुए हैं.
कई उपकरण केवल शोपीस बने हुए हैं.

लाखों के उपकरण खराब : शहीद उद्यान पार्क को सबसे बड़े ओपेन जिम के तौर पर विकसित किया गया. लाखों रुपये के व्यायाम उपकरण लगाए गए. कई स्टेडियम भी खोलने की बात कही गई. मेंटीनेंस न होने के कारण जिम के उपकरण एक-एक करके खराब होने लगे. इसके बाद अन्य ओपेन जिम का भी यही हाल हो गया. केवल एक से दो उपकरण ही चालू हालत में हैं. इनके भी नट-बोल्ट ढीले हो चुके हैं. कई पार्कों से तो उपकरण ही गायब हो चुके हैं. दो साल में ही उपरण जवाब दे गए. नगर निगम अधिकारियों के अनुसार ओपन जिम खोल तो दिया गया था, लेकिन इनके रख-रखाव की जिम्मेदारी किसी को सौंपी ही नहीं गई थी. नगर निगम ने कुछ प्रयास भी किए लेकिन ये कारगर नहीं थे. हालांकि अब नए सिरे से उपकरणों को लगने की बात कही जा रही है.

नगर निगम नए उपकरण लगवाने की बात कह रहा है.
नगर निगम नए उपकरण लगवाने की बात कह रहा है.

महापौर बोले-कार्यकारी में रखेंगे प्रस्ताव : अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय ने बताया कई उपकरण पूरी तरह खराब हो चुके हैं, उनकी जगह पर नए उपकरण लगाए जाएंगे. ओपेन जिम में लगे उपकरणों की शुरुआत में देखभाल की गई थी. महापौर अशोक कुमार तिवारी का कहना है कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है, किन लोगों ने अनदेखी की. उपकरणों का रख-रखाव किया जाना जरूरी था. नगर निगम के कार्यकारी में प्रस्ताव रखकर कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी.

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