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पहली बार छह महिला अधिकारियों ने पास की डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज परीक्षा

भारतीय सेना के मुताबिक पहली बार छह महिला अधिकारियों ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज की परीक्षा पास की है (Defence Services Staff College exams).

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भारतीय सेना
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Published : Nov 15, 2022, 11:00 PM IST

नई दिल्ली : पहली बार छह महिला अधिकारियों ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज की परीक्षा पास की है (Defence Services Staff College exams). एक महिला अधिकारी ने अपने पति के साथ परीक्षा पास की है जो सेना अधिकारी भी हैं. इनमें से दो महिला अधिकारी सैन्य खुफिया कोर से हैं. भारतीय सेना के अधिकारी (Indian Army officials) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है.

  • For the first time, six women officers have cleared the Defence Services Staff College exams. One lady officer has cleared the exam with her husband who is also an Army officer. Two of these lady officers are from the Corps of Military Intelligence: Indian Army officials pic.twitter.com/GJJ09NK8v0

    — ANI (@ANI) November 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सेना का फोकस 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर स्थायी रक्षा तंत्र स्थापित करने पर : उधर, प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अत्याधुनिक 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हुए 'स्थायी रक्षा' के निर्माण की परिकल्पना की है. रक्षा तैयारियों, सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि 3डी प्रिंटिंग तकनीक जटिल सॉफ्टवेयर और रोबोटिक यूनिट का उपयोग करती है जो एक डिजिटल मॉडल से कई चरणों के माध्यम से एक संरचना बनाने में मदद करती है.

उन्होंने कहा कि ये 3डी-प्रिंटेड स्थायी बचाव करीब 100 मीटर की दूरी से टी-90 टैंक की सीधी आग का सामना कर सकते हैं. रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के बाद से, पिछले दो वर्षों में लगभग 22,000 सैनिकों के लिए आश्रय स्थल आए हैं. सेना ने अपनी क्षमता विकास को बढ़ावा देने और आधुनिकीकरण हासिल करने के लिए कई कदम उठाए हैं सूत्रों ने कहा कि 3डी प्रिंटेड रक्षा के उपयोग पर परीक्षण सफल रहे हैं.

पढ़ें- पूर्वी लद्दाख में हालात पर थलसेना प्रमुख बोले: स्थिति स्थिर, लेकिन अप्रत्याशित

नई दिल्ली : पहली बार छह महिला अधिकारियों ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज की परीक्षा पास की है (Defence Services Staff College exams). एक महिला अधिकारी ने अपने पति के साथ परीक्षा पास की है जो सेना अधिकारी भी हैं. इनमें से दो महिला अधिकारी सैन्य खुफिया कोर से हैं. भारतीय सेना के अधिकारी (Indian Army officials) ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है.

  • For the first time, six women officers have cleared the Defence Services Staff College exams. One lady officer has cleared the exam with her husband who is also an Army officer. Two of these lady officers are from the Corps of Military Intelligence: Indian Army officials pic.twitter.com/GJJ09NK8v0

    — ANI (@ANI) November 15, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

सेना का फोकस 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल कर स्थायी रक्षा तंत्र स्थापित करने पर : उधर, प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय सेना ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अत्याधुनिक 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हुए 'स्थायी रक्षा' के निर्माण की परिकल्पना की है. रक्षा तैयारियों, सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि 3डी प्रिंटिंग तकनीक जटिल सॉफ्टवेयर और रोबोटिक यूनिट का उपयोग करती है जो एक डिजिटल मॉडल से कई चरणों के माध्यम से एक संरचना बनाने में मदद करती है.

उन्होंने कहा कि ये 3डी-प्रिंटेड स्थायी बचाव करीब 100 मीटर की दूरी से टी-90 टैंक की सीधी आग का सामना कर सकते हैं. रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि 2020 में पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध के बाद से, पिछले दो वर्षों में लगभग 22,000 सैनिकों के लिए आश्रय स्थल आए हैं. सेना ने अपनी क्षमता विकास को बढ़ावा देने और आधुनिकीकरण हासिल करने के लिए कई कदम उठाए हैं सूत्रों ने कहा कि 3डी प्रिंटेड रक्षा के उपयोग पर परीक्षण सफल रहे हैं.

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