लाहौल/स्पीति: भारत में पहली बार स्नो मैराथन (First snow marathon of India) का आयोजन किया गया है. स्नो मैराथन की मेजबानी लाहौल स्पीति जिले (Snow marathon in Lahaul spiti) ने की. शनिवार को सिस्सू में 42 किलोमीटर की फुल मैराथन और 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन का आयोजन किया गया. इस मैराथन में बर्फ की मोटी चादर पर प्रतिभागियों ने दौड़ लगाई. एसडीएम केलांग प्रिया नांगटा ने मैराथन को हरी झंडी दिखाई जबकि लाहौल स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए.
कर्नाटक के शाश्वत और मनाली की डोलमा ने जीती मैराथन-देश की पहली स्नो मैराथन (Snow Marathon in Himachal pradesh) कर्नाटक के शाश्वत ने जीती. शनिवार को आयोजित 42 किलोमीटर की फुल मैराथन को शाश्वत ने 4 घंटे और 41 मिनट में पूरा किया. शाश्वत इस मैराथन की तैयारी के लिए लंबे वक्त से मनाली में कर रहे थे, जहां वो बर्फीले इलाकों में दौड़ने की प्रैक्टिस करते थे. वहीं, महिलाओं की फुल मैराथन पलचान (मनाली) की डोलमा ने जीती, उन्होंने 5 घंटे और 5 मिनट में ये मैराथन पूरी की थी. शाश्वत मनाली में ही रहते हैं और उन्हें ट्रैकिंग का शौक है, जिसने ये रेस जीतने में उनकी मदद की है.
किसने करवाया आयोजन: देश की पहली स्नो मैराथन का आयोजन रीच इंडिया और गोल्डड्रॉप एडवेंचर्स संस्था (Gold Drop Adventures) ने लाहौल स्पीति जिला प्रशासन के साथ मिलकर करवाया था. इस मैराथन को पांच श्रेणियों में आयोजित करवाया गया था. जिसमें 42 किलोमीटर की फुल मैराथन के अलावा 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन, 10 और 5 किलोमीटर की दौड़ का आयोजन किया गया. जिसमें महिला और पुरुष दोनों कैटेगरी रखी गई थी. इसके अलावा एक किलोमीटर की रेस का भी आयोजन किया गया था जिसमें बच्चों, महिलाओं और आम लोगों ने भी हिस्सा लिया.
लाहौल स्पीति के उपायुक्त नीरज ठाकुर ने स्नो मैराथन के सफल आयोजन के लिये रीच इंडिया और गोल्डड्रॉप एडवेंचर्स (Snow marathon in Lahaul spiti) का आभार व्यक्त किया. उन्होंनें उम्मीद जताई कि आगामी वर्षों में स्नो मैराथन की यह परंपरा कायम रहेगी. वहीं, आयोजक गौरव शिमर और राजेश चंद ने भी जिला प्रशासन के तत्पर सहयोग का आभार व्यक्त किया. उन्होंनें भरोसा दिलाया कि अगले वर्ष इस आयोजन का ओर बड़े स्तर पर आयोजित किया जायेगा जिसमें इंटरनैश्नल धावकों को भी आमंत्रित किया जायेगा.
किस-किसने लिया हिस्सा: इस स्नो मैराथन में करीब 100 से अधिक लोगों (snow marathon in siss) ने हिस्सा लिया जिसमें आर्मी और नेवी के 10-10 धावकों के अलावा ट्रैकर और अन्य लोग भी शामिल थे. इसके अलावा एक किलोमीटर की दौड़ (Snow marathon in Lahaul spiti) में स्थानीय लोगों से लेकर पर्यटकों तक ने हिस्सा लिया.
बर्फ पर हाफ मैराथन: स्नो मैराथन के अलावा हाफ मैराथन का भी आयोजन किया गया. पुरुष वर्ग में 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन के विजेता रोहन रहे. उन्होंने दो घंटे 53 मिनट में अपनी रेस पूरी की, जबकि महिला वर्ग में ये खिताब दीक्षा के नाम रहा. दीक्षा ने दो घंटे और 59 मिनट का समय लिया. वहीं 10 किलोमीटर की दौड़ दौलतराम के नाम रही जिन्होंने एक घंटा और 4 मिनट का समय लिया.
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महिला वर्ग में 10 किलोमीटर की दौड़ हेमलता ने एक घंटा और 20 मिनट में (Snow marathon organized in Himachal) जीतकर अपने नाम किया. पांच किलोमीटर कैटेगरी में पुरुषों के वर्ग में नवनीत जबकि महिलाओं के वर्ग में यह रेस सृष्टि के नाम रही. स्थानीय लोगों में दौड़ के प्रति उत्साह जगाने के लिए एक किलोमीटर की रेस भी आयोजित की गई जिसमें बच्चों और महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. मैराथन के ब्रांड एम्बेसेडर कैरेन डिसूजा ने भी इस अवसर पर शिरकत की और प्रतिभागियों के साथ दस किलोमीटर तक की दौड़ लगाई.
भारत में पहली स्नो मैराथन: मुंबई, दिल्ली, जयपुर समेत देश के कई शहरों में मैराथन का आयोजन होता रहता है, लेकिन ये देश की पहली स्नो मैराथन है, जहां मैराथन में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों ने बर्फ की चादर पर दौड़ लगाई. इससे पहले इस तरह की स्नो मैराथन का आयोजन अंटार्कटिका, रूस, उत्तरी यूरोप के ठंडे बर्फीले देशों में होता था. हिमाचल ने देश की पहली स्नो मैराथन की मेजबानी का गौरव हासिल किया है, इसके अलावा सर्वाधिक 10 हजार फीट की ऊंचाई पर स्नो मैराथन का आयोजन कर एक नया कीर्तिमान भी स्थापित हुआ है.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा: बड़ी संख्या में देश के विभिन्न भागों से आए सैलानियों ने भी स्नो मैराथन (Tourism in Himachal) को देखा और इस साहसिक दौड़ को अपने कैमरों और मोबाइल में कैद किया. प्रशासन की मानें तो इस मैराथन के आयोजन से लाहौल में पर्यटन (tourism in lahaul Spiti) और साहसिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा.