राजनांदगांव/बस्तर/रायपुर: छत्तीसगढ़ में चुनावी रण का आगाज हो चुका है. नेताओं के चुनाव प्रचार और दावों के बाद अब वोटर्स की बारी है. प्रदेश की 20 सीटों पर मंगलवार को वोटिंग होगी. इनमें कई सीटें नक्सल प्रभावित इलाकों में है. राजनांदगांव संभाग के बाद बस्तर संभाग सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाकों में आता है. चुनाव से पहले बस्तर के कांकेर और नारायणपुर में भी नक्सली हिंसा हुई है. जिसमें दो सुरक्षाकर्मी और दो मतदानकर्मी घायल हुए हैं. बस्तर में चप्पे चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. कई इलाकों में मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से रवाना कर वोटिंग सेंटर्स तक पहुंचाया गया है.
20 सीटों के वोटिंग सेंटर्स पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारी: 20 सीटों के वोटिंग सेंटर्स पर सुरक्षा की पुख्ता तैयारी की गई है. 60 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. उसके साथ ही कुल 25 हजार 249 मतदान कर्मियों की तैनाती की गई है. कुल 156 मतदान दलों को हेलीकॉप्टरों पर सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और नारायणपुर जिलों में भेजा गया है. जबकि 5,148 मतदान दलों को बसों द्वारा संबंधित बूथों पर भेजा गया है. 5,304 बूथों में से 2431 पर वेब कास्टिंग की सुविधा मुहैया कराई गई है.
बस्तर में थ्रीलेयर सुरक्षा की व्यवस्था: बस्तर संभाग में मतदान के लिए थ्रीलेयर सुरक्षा सिस्टम को तैयार किया गया है.इसमें छत्तीसगढ़ पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स, डीआरजी, बस्तररिया फाइटर्स और महिला कमांडो की भी तैनाती की गई है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इस बात की जानकारी दी है. बस्तर में 100 से अधिक गांवों में पहली बार लोग मतदान करेंगे. बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीटों पर कुल 40 हजार जवानों की तैनाती की गई है. पूरे छत्तीसगढ़ में कुल 60 हजार पुलिस कर्मियों और जवानों की तैनाती हुई है.
पहले चरण के चुनाव में कुल 20 सीटों पर 223 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा. कुल 40,78,681 वोटर्स अपने वोट का प्रयोग करेंगे, जिनमें 19,93,937 पुरुष मतदाता शामिल हैं, जबकि महिला वोटर्स की संख्या 20,84,675 है. इस चुनाव में 69 ट्रांस जेंडर भी वोट करेंगे. पहले चरण के चुनाव के लिए कुल 5304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.