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जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस चालक बनीं पूजा

जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस ड्राइवर बनीं पूजा के हौसले को लोग सराह रहे हैं. पूजा जम्मू-कठुआ रोड पर यात्री बस चलाती हैं. उनका कहना है कि वह इस प्रोफेशन में आकर काफी खुश हैं.

पहली महिला बस चालक बनीं पूजा
पहली महिला बस चालक बनीं पूजा
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Published : Dec 25, 2020, 5:40 PM IST

Updated : Dec 25, 2020, 8:15 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस ड्राइवर बन पूजा ने अपने सपने को साकार कर लिया है. वह जम्मू से कठुआ मार्ग पर यात्री बस चलाती हैं. महिला ड्राइवर को सोशल मीडिया पर लोगों के साथ-साथ जम्मू में भी जबरदस्त समर्थन मिल रहा है.

पहली महिला बस चालक बनीं पूजा

जम्मू-कश्मीर को अपनी पहली महिला बस ड्राइवर मिल गई है, जो जम्मू-कठुआ रोड पर यात्री बस चलाती है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूजा ने कहा कि पेशेवर ड्राइवर बनने के अपने जुनून के कारण उन्होंने इस पेशे को अपनाया है. वह बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिस कारण वह पढ़ाई नहीं कर सकीं.

उन्होंने आगे कहा, 'यह किसी सपने से कम नहीं था, जब जम्मू-कठुआ रोड बस यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने मेरा अनुरोध स्वीकार कर लिया. उन्होंने मेरी ड्राइविंग पर भरोसा कर मुझे एक बस दी और प्रोत्साहित किया.'

पढ़ें- सफेद दाग की दवा खोजने वाले वैज्ञानिक को साइंटिस्ट ऑफ द ईयर अवार्ड

उन्होंने आगे कहा कि एक महिला पायलट, डॉक्टर, पुलिस अधिकारी और कई अन्य पेशे को अपना सकती है तो वह पेशेवर ड्राइवर क्यों नहीं बन सकती. यात्री हर स्टॉप पर मेरा स्वागत कर मेरा हौसला बढ़ाते हैं. मैं इस प्रोफेशन में आकर काफी खुश हूं.'

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर की पहली महिला बस ड्राइवर बन पूजा ने अपने सपने को साकार कर लिया है. वह जम्मू से कठुआ मार्ग पर यात्री बस चलाती हैं. महिला ड्राइवर को सोशल मीडिया पर लोगों के साथ-साथ जम्मू में भी जबरदस्त समर्थन मिल रहा है.

पहली महिला बस चालक बनीं पूजा

जम्मू-कश्मीर को अपनी पहली महिला बस ड्राइवर मिल गई है, जो जम्मू-कठुआ रोड पर यात्री बस चलाती है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूजा ने कहा कि पेशेवर ड्राइवर बनने के अपने जुनून के कारण उन्होंने इस पेशे को अपनाया है. वह बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं, जिस कारण वह पढ़ाई नहीं कर सकीं.

उन्होंने आगे कहा, 'यह किसी सपने से कम नहीं था, जब जम्मू-कठुआ रोड बस यूनियन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने मेरा अनुरोध स्वीकार कर लिया. उन्होंने मेरी ड्राइविंग पर भरोसा कर मुझे एक बस दी और प्रोत्साहित किया.'

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उन्होंने आगे कहा कि एक महिला पायलट, डॉक्टर, पुलिस अधिकारी और कई अन्य पेशे को अपना सकती है तो वह पेशेवर ड्राइवर क्यों नहीं बन सकती. यात्री हर स्टॉप पर मेरा स्वागत कर मेरा हौसला बढ़ाते हैं. मैं इस प्रोफेशन में आकर काफी खुश हूं.'

Last Updated : Dec 25, 2020, 8:15 PM IST
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