बेंगलुरू : कर्नाटक पुलिस ने ईसाइयों के प्रति नफरत भरा भाषण देने के आरोप में कर्नाटक के मंत्री मुनिरत्ना के खिलाफ मामला दर्ज किया है. चुनाव अधिकारी मनोज कुमार की शिकायत पर मंत्री मुनिरत्ना के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने मंत्री पर लोगों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की सरकार में बागवानी मंत्री मुनिरत्ना ने 31 मार्च को एक निजी समाचार चैनल से साक्षात्कार में कथित तौर पर कहा था कि अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय को पीटा गया और भगा दिया गया. ईसाई इस समय भी लोगों का धर्मांतरण कर रहे हैं. झुग्गी-बस्तियों में धर्मांतरण के मामले सबसे ज्यादा हैं. जिन जगहों पर 1,400 लोग हैं, वहां 400 लोगों का धर्मांतरण किया गया है. अगर वे (धर्मांतरण के लिए) आते हैं तो उन्हें बाहर निकाल दें या थाने में शिकायत करें.
राजराजेश्वरीनगर पुलिस ने नफरत भरा भाषण देने के बारे में चुनाव अधिकारी मनोज कुमार की शिकायत के बाद भारतीय दंड संहिता की धाराओं 117 (अपराध करने के लिए उकसाना) और 153ए (विभिन्न समूहों या धर्मों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना) और लोक प्रतिनिधित्व कानून की धारा 125 (चुनाव के सिलसिले में वर्गों के बीच वैमनस्य को बढ़ावा देना) के तहत मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया है. गौरतलब है कि मंत्री मुनिरत्ना, बसवराज बोम्मई सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर हैं. उन्होंने बागवानी और योजना, कार्यक्रम निगरानी और सांख्यिकी मंत्री पद संभाला है.
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 का आगाज हो चुका है. चुनाव आयोग ने मतदान की तारीखों का ऐलान कर दिया है. कर्नाटक में 10 मई को मतदान होगा और 13 मई को मतों की गणना होगी. वहीं, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पत्रकार सम्मेलन में यह भी घोषणा कर दी थी कि वोटिंग के तारीखों की घोषणा होने के साथ ही राज् में आचार संहिता भी लागू हो गई है. ऐसे में चुनाव आयोग विभिन्न पार्टियों के नेताओं के भाषणों, बयानों और उनके द्वारा किये जा रहे प्रचार पर पैनी नजर रखे हुए हैं.
(एजेंसी-इनपुट)