अयोध्याः कांग्रेस के नेता सलमान खुर्शीद ने अयोध्या को लेकर सनराइज ओवर अयोध्या नाम की एक किताब लिखी है. जिसमें उन्होंने हिंदुत्व को मानने वाले रामभक्तों और हिंदू धर्म की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकी संगठन से की है. जिसके बाद वे अयोध्या के संतों के निशाने पर आ गए हैं.
अपनी लिखी किताब में सलमान खुर्शीद ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकवादी संगठनों से की है. इस प्रकरण को लेकर अयोध्या के संत भड़क गए हैं और सलमान खुर्शीद के खिलाफ अयोध्या कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी है. इतना ही नहीं संतों ने सलमान खुर्शीद को चेतावनी भी दी है.
शुक्रवार की दोपहर अयोध्या के तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने कोतवाली अयोध्या में सलमान खुर्शीद को अभियुक्त बनाते हुए उनके ऊपर धार्मिक भावनाओं को आहत करने आपसी विद्वेष फैलाने और धर्म का अपमान करने का आरोप लगाते हुए एक तहरीर दी है.
इस तहरीर के माध्यम से महंत परमहंस दास ने मांग की है कि सलमान खुर्शीद के ऊपर आपराधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की जाए. महंत परमहंस दास ने कहा कि हिंदू धर्म जैसे सहिष्णु धर्म और उसे मानने वाले लोगों की तुलना आईएसआईएस और बोको हराम जैसे आतंकवादियों से करके सलमान खुर्शीद ने अपने कुत्सित मानसिकता का परिचय दिया है. ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. अगर कार्रवाई नहीं होगी तो लोकतांत्रिक तरीके से अयोध्या के संत विरोध करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.
वहीं इस मामले पर हनुमानगढ़ी के प्रतिष्ठित संत राजू दास ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि इन दिनों कांग्रेस के नेताओं को न जाने क्या हो गया है. पहले राशिद अल्वी ने हिंदू धर्म और रामभक्तों को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. अब सलमान खुर्शीद ने जिस तरह की बातें अपनी किताब में लिखी हैं. वो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. ऐसे लोगों का सामाजिक बहिष्कार होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि अगर हिंदू धर्म और इसको मानने वालों से इतनी ही नफरत है, तो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी मंदिर क्यों घूम रहे हैं. ये जवाब सलमान खुर्शीद को राहुल और प्रियंका को देना चाहिए. जिनके लिए दिन-रात वो काम कर रहे हैं. इस तरह की बातें लिखकर सलमान खुर्शीद ने दुनिया भर के करोड़ों हिंदुओं की आस्था को चोट पहुंचाई है. उन्हें आतंकवादी का दर्जा दिया है. इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और इसके लिए सार्वजनिक मंच पर आकर सलमान खुर्शीद को माफी मांगनी चाहिए.
भले ही साल 2022 चुनाव को लेकर कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी गले में माला पहनकर और भगवा वस्त्र ओढ़कर इन दिनों मंदिर-मंदिर घूम रहे हों. लेकिन असल हकीकत में कांग्रेस नेताओं का हिंदू विरोधी चरित्र और उनकी मानसिकता सामने आ ही जाती है.
एक ओर वाराणसी की रैली में नवरात्र के मौके पर प्रियंका गांधी ने जय माता दी के नारे से भाषण की शुरुआत की है, तो वहीं उन्हीं के पार्टी के एक नेता सलमान खुर्शीद और राशिद अल्वी ने हिंदू धर्म को बोको हराम और आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठन की तरह बताया है. ऐसे में स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस जैसे राजनीतिक दलों का कथित सेक्युलरिज्म वोट अपनाने का सिर्फ एक हथकंड़ा है.
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