जयपुर. राजस्थान समेत देशभर में कोरोना का कहर जारी है. प्रदेश में लॉकडाउन के हालात हैं. इसके बावजूद सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क में बाघों की शूटिंग जारी है. वह भी तब जब रणथंभौर में बाघों की सुरक्षा में लगे 30 फीसदी रेंजर और कार्मिक पॉजिटिव हैं. वहीं हैदराबाद में शेरों में भी कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फिल्म की शूटिंग की अनुमति देने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
प्रदेश में वन्यजीवों को संक्रमण से बचाने की कोशिश के मद्देनजर वन्यजीव प्रेमी इसे एक खतरा मान रहे हैं. जबकि केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की ओर से पहले ही कोरोना अलर्ट जारी कर दिया गया था. जिसमें बिग कैट्स में कोरोना के संक्रमण की संभावना भी जताई गई थी. इसके बाद हैदराबाद चिड़ियाघर में एक साथ 8 शेरों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. ऐसे मुश्किल हालात में भी रणथंभौर टाइगर रिजर्व में वन विभाग ने फिल्म शूटिंग की इजाजत दे दी. जहां डॉक्यूमेंट्री फिल्म 3 बड़े प्रोडक्शन हाउस के लिए बनाई जा रही है.
ऐसे में अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि अगर रणथंभौर नेशनल पार्क में बाघों में कोरोना फैला तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा. जबकि प्रदेशभर के सभी नेशनल पार्क, बायोलॉजिकल पार्क, अभारण्य और चिड़ियाघर बंद कर दिया गया है. इसके बावजूद भी रणथंभौर नेशनल पार्क में शूटिंग चल रही है.
सरकार के निर्देश पर शूटिंग के आदेश दिए गए हैं: वन विभाग
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सरकार के निर्देश पर शूटिंग के आदेश दिए गए हैं. अगर सरकार बंद करने को कहेगी तो बंद भी करवा दिया जाएगा. जंगल में फिल्म शूटिंग के मामले में सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाएगा.
इन फिल्मों की हो रही शूटिंग
जानकारी के मुताबिक यहां टाइटन इंडिया, टाइगर, सीक्रेट इंडिया और रिसर्च जेनेटिक वेरिएशन और इनब्रीडिंग इन रणथंभौर फिल्मों की शूटिंग की जा रही है.
हैदराबाद जू में 8 शेर कोरोना पॉजिटिव
बता दें, तेलंगाना के हैदराबाद में प्राणी उद्यान में रहने वाले 8 एशियाई शेर कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं. यहां के सीएसआईआर-कोशिकीय एवं आणविक जीवविज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) में सलाहकार राकेश मिश्र ने मंगलवार को बताया कि प्रमुख अनुसंधान संस्थान में शेरों की लार के नमूनों की अच्छी तरह से जांच की गई थी. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने कहा कि वायरस के चिंतित करने वाले स्वरूप से यह संक्रमण नहीं हुआ है और सभी आठों शेरों को पृथक कर दिया गया है और उन पर इलाज का असर हो रहा है और वे ठीक हो रहे हैं.
मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के साक्ष्य नहीं है कि पशु मनुष्यों में बीमारी को प्रसारित कर सकें. मिश्रा ने बताया, 'एशियाई शेरों की लार के नमूनों की अच्छी तरह से जांच की गई और उनमें संक्रमण पाया गया. वे पास-पास रहते हैं, इसलिए उनमें संक्रमण फैल गया होगा.'
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न्यूयॉर्क शहर के ब्रांक्स जू नामक चिड़िया घर में एक टाइगर भी इस घातक वायरस का शिकार है. तब से ही भारत सरकार ने भी चिड़ियाघरों को सतर्क रहने की चेतावनी दी थी. इस बीच सोशल मीडिया पर कई ऐसे फोटो और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग पालतू जानवरों का टेस्ट करवाते नजर आ रहे हैं.