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महिला के पेट से चिकित्सकों ने निकाला 15 किलो का ट्यूमर, जानें कैसे बची जान - rohtas fifteen kg tumor removed

रोहतास में (Rohtas News) एक महिला के अंडाशय से 15 किलो का ट्यूमर निकाला गया है. रोहतास के नारायण चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के डॉक्टरों की टीम ने महिला का सफल ऑपरेशन किया है. फिलहाल महिला की हालत सामान्य बनी हुई है.

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Published : Jun 18, 2021, 3:13 AM IST

रोहतास: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर वाकई एक महिला के लिए ईश्वर से कम नहीं थे. डॉक्टरों ने करगहर की रहनेवाली आरती देवी के पेट से 15 किलो का ट्यूमर निकाला है. जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Narayan Medical College) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में यह ऑपरेशन किया गया. चिकित्सकों की टीम ने आरती के अंडाशय से लगभग 15 किलोग्राम का एक सिस्ट ऑपरेशन करके निकाला है.

3 साल से महिला को थी पेट दर्द की शिकायत
ऑपरेशन के बाद मरीज स्टेबल है एवं स्वास्थ्य लाभ कर रही है. संस्थान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रोहतास जिले के करगहर की रहने वाली आरती देवी लगभग तीन वर्षों से पेट दर्द से परेशान थी. वह कई अस्पतालों का चक्कर लगा चुकी थी, लेकिन कोई भी उसकी सही बीमारी पकड़ नहीं सका.

15 किलो का ट्यूमर
15 किलो का ट्यूमर

275 सेंटीमीटर परिधि में था ट्यूमर
नारायण मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विभाग में जांच के उपरांत पाया गया कि लगभग 275 सेंटीमीटर परिधि का एक मांस का गोला उक्त महिला के अंडाशय में स्थापित हो गया है. जिसके कारण पेट के निचले हिस्से में काफी दर्द हो रहा था. जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने महिला को भर्ती करके उसका सफल ऑपरेशन किया और लगभग पंद्रह किलोग्राम का ट्यूमर निकाला गया.

डॉक्टरों ने बचाई महिला की जान
चिकित्सकों की टीम में विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉक्टर पुजिता, डॉक्टर सोनाक्षी, निश्चेतना विभाग से सह प्राध्यापक डॉ आर के चौबे शामिल रहे. इनको डॉ रूपम, डॉ विशाखा और नर्सिंग स्टाफ श्वेता ने भी ऑपरेशन में सहयोग किया.

ट्यूमर को जांच के लिए भेजा गया
चिकित्सकों की टीम ने आशंका जाहिर की है कि उक्त ट्यूमर में कैंसर की संभावना हो सकती है. ऐसे में इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है. ऑपरेशन के बाद मरीज और उसके परिजन काफी राहत महसूस कर रहे हैं.

जानें क्या है ओवेरियन कैंसर?
यूटेरस यानी अंडाशय कैंसर में ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाती हैं. इसके होने के बाद गर्भधारण करने में महिलाओं को समस्या आती है. साथ ही गर्भाशय और ट्यूब्स डैमेज होने लगती हैं. सबसे आम तरह के डिंबग्रंथि कैंसर को एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (ईओसी) कहा जाता है.

15 किलो का ट्यूमर
15 किलो का ट्यूमर

क्या है इसके लक्षण

  • ब्लोटिंग: पेट फूलना तो आजकल आम हो गया है, बदलते खान-पान की वजह से भी लोगों में ये समस्या देखने को मिलती है. लेकिन अगर आपका पेट हमेशा फूला रहे तो आपके तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरुरत है, इसे नजरअंदाज ना करें क्योंकि ये ओवेरियन कैंसर हो सकता है.
  • कम खाने पर भी पेट जल्दी भरना: कई बार लोग थोड़ा सा खाना खाकर कहते हैं कि उनका पेट भर गया है, हालांकि ऐसा बदलते मौसम औऱ कम भूख लगने की वजह हो सकता है. लेकिन यह ओवेरियन कैंसर को दावत देने वाला लक्षण भी हो सकता है. इसलिए अगर थोड़ा-बहुत खाने पर ही आपको ऐसा लगे कि आप अब और नहीं खा सकते और पेट भर गया है तो टेस्ट कराएं.
  • टॉइलट: टॉइलट जाते वक्त जलन होने के लक्षण को यूटीआई से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर टॉइलट जाते वक्त ब्लैडर में दर्द महसूस हो या प्रेशर का अहसास हो, बार-बार टॉइलट जाना पड़ रहा हो तो यह ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकता है.
  • गर्भनिरोधक गोलियां: गर्भनिरोधक गोलियों का आपके हार्मोन को नियंत्रित करने से लेकर अनचाहे गर्भधारण को रोकने तक कई फायदे है, लेकिन इनके अलावा, गर्भनिरोधक गोलियां कैंसर की शुरुआत को रोकने में प्रभावी पाई गई हैं.
    15 किलो का ट्यूमर
    15 किलो का ट्यूमर

यह भी पढ़ें-यूपी : पथराव से बचने के लिए उन्नाव पुलिस ने बनाया नया सुरक्षा कवच, आप भी देखें

ओवेरियन कैंसर टेस्ट
अगर किसी महिला को इसके लक्षण न दिखें तो इसका कोई सिंपल और विश्वसनीय तरीका नहीं है. हालांकि, नियमित रूप से स्त्री रोग संबंधी परीक्षा के दौरान डिम्बग्रंथि के कैंसर के स्क्रीनिंग के 2 तरीके हैं. पहला ब्लड टेस्ट के द्वारा और दूसरा ओवरी का अल्ट्रासाउंड करके. इस कैंसर को कीमोथेरेपी या फिर ओवरी की सर्जरी करके निजात पाया जा सकता है.

रोहतास: धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर वाकई एक महिला के लिए ईश्वर से कम नहीं थे. डॉक्टरों ने करगहर की रहनेवाली आरती देवी के पेट से 15 किलो का ट्यूमर निकाला है. जमुहार स्थित नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Narayan Medical College) के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में यह ऑपरेशन किया गया. चिकित्सकों की टीम ने आरती के अंडाशय से लगभग 15 किलोग्राम का एक सिस्ट ऑपरेशन करके निकाला है.

3 साल से महिला को थी पेट दर्द की शिकायत
ऑपरेशन के बाद मरीज स्टेबल है एवं स्वास्थ्य लाभ कर रही है. संस्थान द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार रोहतास जिले के करगहर की रहने वाली आरती देवी लगभग तीन वर्षों से पेट दर्द से परेशान थी. वह कई अस्पतालों का चक्कर लगा चुकी थी, लेकिन कोई भी उसकी सही बीमारी पकड़ नहीं सका.

15 किलो का ट्यूमर
15 किलो का ट्यूमर

275 सेंटीमीटर परिधि में था ट्यूमर
नारायण मेडिकल कॉलेज के स्त्री रोग विभाग में जांच के उपरांत पाया गया कि लगभग 275 सेंटीमीटर परिधि का एक मांस का गोला उक्त महिला के अंडाशय में स्थापित हो गया है. जिसके कारण पेट के निचले हिस्से में काफी दर्द हो रहा था. जांच के बाद चिकित्सकों की टीम ने महिला को भर्ती करके उसका सफल ऑपरेशन किया और लगभग पंद्रह किलोग्राम का ट्यूमर निकाला गया.

डॉक्टरों ने बचाई महिला की जान
चिकित्सकों की टीम में विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉक्टर पुजिता, डॉक्टर सोनाक्षी, निश्चेतना विभाग से सह प्राध्यापक डॉ आर के चौबे शामिल रहे. इनको डॉ रूपम, डॉ विशाखा और नर्सिंग स्टाफ श्वेता ने भी ऑपरेशन में सहयोग किया.

ट्यूमर को जांच के लिए भेजा गया
चिकित्सकों की टीम ने आशंका जाहिर की है कि उक्त ट्यूमर में कैंसर की संभावना हो सकती है. ऐसे में इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है. ऑपरेशन के बाद मरीज और उसके परिजन काफी राहत महसूस कर रहे हैं.

जानें क्या है ओवेरियन कैंसर?
यूटेरस यानी अंडाशय कैंसर में ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट बन जाती हैं. इसके होने के बाद गर्भधारण करने में महिलाओं को समस्या आती है. साथ ही गर्भाशय और ट्यूब्स डैमेज होने लगती हैं. सबसे आम तरह के डिंबग्रंथि कैंसर को एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर (ईओसी) कहा जाता है.

15 किलो का ट्यूमर
15 किलो का ट्यूमर

क्या है इसके लक्षण

  • ब्लोटिंग: पेट फूलना तो आजकल आम हो गया है, बदलते खान-पान की वजह से भी लोगों में ये समस्या देखने को मिलती है. लेकिन अगर आपका पेट हमेशा फूला रहे तो आपके तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरुरत है, इसे नजरअंदाज ना करें क्योंकि ये ओवेरियन कैंसर हो सकता है.
  • कम खाने पर भी पेट जल्दी भरना: कई बार लोग थोड़ा सा खाना खाकर कहते हैं कि उनका पेट भर गया है, हालांकि ऐसा बदलते मौसम औऱ कम भूख लगने की वजह हो सकता है. लेकिन यह ओवेरियन कैंसर को दावत देने वाला लक्षण भी हो सकता है. इसलिए अगर थोड़ा-बहुत खाने पर ही आपको ऐसा लगे कि आप अब और नहीं खा सकते और पेट भर गया है तो टेस्ट कराएं.
  • टॉइलट: टॉइलट जाते वक्त जलन होने के लक्षण को यूटीआई से जोड़कर देखा जाता है, लेकिन ऐसा नहीं है. अगर टॉइलट जाते वक्त ब्लैडर में दर्द महसूस हो या प्रेशर का अहसास हो, बार-बार टॉइलट जाना पड़ रहा हो तो यह ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकता है.
  • गर्भनिरोधक गोलियां: गर्भनिरोधक गोलियों का आपके हार्मोन को नियंत्रित करने से लेकर अनचाहे गर्भधारण को रोकने तक कई फायदे है, लेकिन इनके अलावा, गर्भनिरोधक गोलियां कैंसर की शुरुआत को रोकने में प्रभावी पाई गई हैं.
    15 किलो का ट्यूमर
    15 किलो का ट्यूमर

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ओवेरियन कैंसर टेस्ट
अगर किसी महिला को इसके लक्षण न दिखें तो इसका कोई सिंपल और विश्वसनीय तरीका नहीं है. हालांकि, नियमित रूप से स्त्री रोग संबंधी परीक्षा के दौरान डिम्बग्रंथि के कैंसर के स्क्रीनिंग के 2 तरीके हैं. पहला ब्लड टेस्ट के द्वारा और दूसरा ओवरी का अल्ट्रासाउंड करके. इस कैंसर को कीमोथेरेपी या फिर ओवरी की सर्जरी करके निजात पाया जा सकता है.

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