नई दिल्ली : बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुदेश वर्मा ने कहा कि पंजाब निकाय चुनाव बीजेपी के खिलाफ में नहीं था क्योंकि बीजेपी वहां सत्ता में नहीं है. वहां कांग्रेस की सरकार है. पंजाब में बीजेपी का कोई ज्यादा राजनीतिक वजूद भी नहीं है. कई वर्षों तक अकाली दल के साथ हमारा गठबंधन था. बीजेपी वहां अभी अपने पांव पर खड़ा हो रही है. पंजाब में बीजेपी खुद को मजबूत कर रही है.
सुदेश शर्मा ने कहा केंद्र सरकार के कृषि कानूनों एवं उसे खिलाफ में चल रहे किसान आंदोलन के चलते पंजाब निकाय चुनाव में बीजेपी की हार हो रही है इसको मैं नहीं मानता हूं.
सुदेश शर्मा ने कहा कि कुछ समय पहले बिहार विधानसभा चुनाव हुए और बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कृषि कानूनों को लेकर लोगों में नाराजगी होती तो बिहार में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी नहीं बनती.
सुदेश शर्मा ने कहा कि पंजाब में भारी हिंसा के बीच निकाय चुनाव हुए. बीजेपी के कई उम्मीदवारों को नामांकन दाखिल नहीं करने दिया गया. निकाय चुनाव के नतीजे अभी पूरी तरह से आए नहीं है. उम्मीद है जब पूरी तरह से नतीजे आ जाएंगे तो बीजेपी ठीक-ठाक प्रदर्शन जरूर कर लेगी.
बता दें, ये चुनाव इस लिहाज से ज़्यादा अहम हैं क्योंकि अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए इन्हें सत्ता का सेमीफाइनल माना जा रहा है.
कांग्रेस सांसद औजला बोले, यह कैप्टन की जीत
उधर, पंजाब के लोकल चुनाव में कांग्रेस की बढ़त पर अमृतसर से पार्टी सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा, यह मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की जीत है. अमरिंदर सिंह ने चार साल में जो विकास कार्य किए हैं लोगों ने उन पर अपना विश्वास जताया है.
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शिरोमणि अकाली दल पर बोलते हुए औजला ने कहा कि 10 साल तक भाजपा और शिरोमणि अकाली दल के गठजोड़ की सरकार पंजाब में रही है उस दौरान गुंडागर्दी बढ़ी. श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लोग आज तक भूल नहीं पाए हैं और इन राजनीतिक पार्टियों से दूरी बनाकर रखते हैं. औजला ने कहा कि भाजपा को लोगों ने नकार दिया है.