कुरुक्षेत्र: कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में धान की खरीद को लेकर नेशनल हाईवे 44 पर किसानों ने जाम लगा रखा (FARMERS PROTEST IN Kurukshetra) है. वहीं दिल्ली अमृतसर नेशनल हाइवे पर लगे जाम को लेकर पंजाब हरियाणा हाइकोर्ट में आधी रात सुनवाई हुई है. कोर्ट ने हरियाणा सरकार को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है. कोर्ट ने मामले पर सुनवाई करते हुए स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए कि ऐसा नहीं होना चाहिए था. इसके अलावा कोर्ट ने स्थानीय प्रशासन को यह भी आदेश दिया है कि नेशनल हाइवे 44 पर ट्रैफिक मूवमेंट को जल्द से जल्द सुचारू किया जाय.
गुरनाम सिंह चढूनी ने आज जारी किया नया बयान- शुक्रवार को गुरनाम सिंह ने कहा था कि अगर शनिवार सुबह 10:00 बजे तक धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं होगी तो पूरे हरियाणा को जाम कर दिया जायेगा. उसी के ऊपर आज सुबह गुरनाम सिंह ने अपने सोशल अकाउंट से एक बयान जारी किया है. इस बयान में उन्होंने कहा है कि मौसम खराब होने के चलते फिलहाल पूरे हरियाणा को अभी जाम नहीं किया जाएगा. यह जाम सिर्फ यही कुरुक्षेत्र के शाहबाद में एक जगह पर ही लगा हुआ है. अभी इसी को बरकरार रखना है. प्रदेश से जो भी भाई आना चाहे तो कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में लगे जाम में शामिल हो सकता है.
किसानों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश- वहीं दूसरी ओर गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि पुलिस किसानों को बलपूर्वक राष्ट्रीय राजमार्ग से उठा सकती है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसान नेताओं को गिरफ्तार करने के लिए दबिश देना शुरू कर दिया (Police Raid To Arrest Farmer Leaders) है. गुरनाम ने कहा है कि सभी पदाधिकारी जो शाहाबाद आंदोलन में नहीं है. वह सभी अपने अपने घर से साइड में हो जाएं. फोन घर पर छोड़ दें. पुलिस ने दबिश देनी शुरू कर दी है.
गुरनाम ने दी थी हरियाणा जाम करने की चेतावनी- किसान नेता गुरनाम ने कहा कि अब चाहे लाठी मारो या फिर जेल में बंद कर दो, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं. चढूनी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर शुक्रवार शाम तक धान की खरीद शुरू नहीं हुई तो 24 सितंबर को पूरे हरियाणा की सड़कों को जाम करेंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. वहीं चढूनी ने सभी किसानों से अपील की है कि वे अन्य किसानों को ये संदेश दें कि ज्यादा से ज्यादा किसान अपने ट्रैक्टरों को लेकर शनिवार को तैयार रहें.
दिल्ली अमृतसर नेशनल हाइवे पर चरमराई ट्रैफिक व्यवस्था इससे पहले शुक्रवार दोपहर को किसानों ने दिल्ली अमृतसर नेशनल हाइवे जाम (Delhi Amritsar National Highway jam) कर दिया. किसानों के जाम लगाने से ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई. आवाजाही करने वालों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा. रोड में गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई. गुस्साए किसानों ने हाईवे पर लगे सरकार के फ्लैक्श को भी उखाड़कर फेंक दिया. किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग भी लगा रखी थी.
पुलिस ने रूट किए डायवर्ट- किसानों द्वारा हाइवे जाम किए जाने की सूचना मिलते ही पुलिस ने रूटों को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है. चंडीगढ़ जाने वाले वाहनों को कुरुक्षेत्र में एंट्री होने से पहले उमरी चौक से वाया पिहोवा, पिहोवा से अंबाला निकाला जा रहा है. वहीं जो पंजाब जाना चाहते हैं उनको पिहोवा से गुहला चीका और गुहला चीका से पंजाब में एंट्री दी जा रही है. इसके अलावा दिल्ली से चंडीगढ़ की तरफ आने वाले वाहन इंद्री से लाडवा, लाडवा से यमुनानगर, युमनानगर से अंबाला निकाले जा रहे. वहीं हर थाना क्षेत्र की टीम अपने एरिया में हर मोड पर तैनात है जो वाहन चालकों को रास्ता बता रही है.
बैठकें बेनतीजा- वहीं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ किसानों की बीते दो दिन में 6 मीटिंग हो चुकी है, लेकिन धान की सरकारी खरीद को लेकर कोई भी हल अभी तक नहीं निकला है. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने पहले भी कहा था कि किसानों की फसलें अगर नहीं खरीदी गई (Government crop Purchase in Haryana) तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे. गुरनाम सिंह चढूनी ने साफतौर पर प्रशासन और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक धान कि सरकारी खरीद शुरू नहीं होती तब तक किसान राष्ट्रीय राजमार्ग को नही खोलेंगे.
बता दें कि हरियाणा की मंडियों में धान की आवक जोर पकड़ चुकी है हालांकि अब तक सरकारी खरीद शुरू नहीं हो सकी है. फसल की खरीद ना होने की वजह से किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसको लेकर भाकियू (चढूनी) राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी की अध्यक्षता में दो दिन पहले शाहाबाद किसान रेस्ट हाउस में मीटिंग हुई थी. इस बैठक में फैसला लिया गया था कि सरकार अगर गुरुवार शाम तक धान की ख़रीद शुरू नहीं करती तो शुक्रवार के दिन शाहाबाद के पास राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया जाएगा.