हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने कार्यक्रम में मचे हंगामे को लेकर कहा है कि प्रशासन ने कल उनके (प्रदर्शनकारी किसानों) लोगों से बात की थी. वे सांकेतिक विरोध करने के लिए सहमत हो गए थे , लेकिन कोई आंदोलन नहीं किया. उन पर भरोसा करते हुए, प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी. आज इस कार्यक्रम में 5000 से अधिक लोग उपस्थित थे, लेकिन कुछ युवा अपना वादा निभाने में असफल रहे.
कृषि कानून गतिरोध : हंगामे पर बोले सीएम खट्टर, उकसाए गए युवाओं ने तोड़ा वादा - कृषि कानूनों के खिलाफ 46 दिनों से जारी आंदोलन
18:59 January 10
16:46 January 10
युवा अपना वादा निभाने में असफल रहे
16:45 January 10
किसान आंदोलन के बीच दंगल
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर आज कुश्ती का दंगल होने जा रहा है. इस दंगल में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के पहलवान शामिल होंगे. किसान आंदोलन के बीच दंगल की इस तस्वीर को देखने के लिए सुबह से किसानों के अलावा आम लोग भी एकत्रित हो रहे हैं. किसानों के मंच के पास दंगल के लिए सर्किल बना दिया गया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस दंगल में महिला पहलवान भी शामिल होंगी. दिन में करीब 2 बजे से ये दंगल शुरू होगा.
16:14 January 10
राजस्थान के अलवर में कृषि कानूनों को लेकर आक्रोश
राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बैरिकेट्स लगा रखे हैं. जिसके चलते स्थानीय लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को हरियाणा के बॉर्डर के पास के गांव वालों ने बैठक की और प्रशासन से बैरिकेट्स हटाने की मांग की.
स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके रोजगार और काम धंधे चौपट हो गए हैं. रूट डायवर्ट होने से गांव में वाहनों का आवागमन बढ़ गया है. जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. लोगों का जीना मुहाल हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर आंदोलनकारी हाईवे को खाली नहीं करेंगे तो उन्हें मजबूरी में जबरन हाईवे खाली करना पड़ेगा. प्रशासन ने मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. हरियाणा और राजस्थान पुलिस ग्रामीणों और किसानों के टकराव न हो इसके लिए समझाइश करने में जुटी हुई है.
16:12 January 10
हरियाणा में सीएम के खिलाफ आक्रोश, हेलीपैड उखाड़ा
कृषि कानूनों के खिलाफ आक्रोश का आलम यह रहा कि किसानों ने मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को भी उतरने नहीं दिया और उससे पहले ही किसानों ने हेलिपैड पर कब्जा कर लिया और हेलिपैड को उखाड़ दिया. गुस्साए किसानों ने हेलिपैड वाली जगह को ही उखाड़ फेंका और इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर बवाल हुआ. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की बात नहीं मानीत और कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती तब तक वो बीजेपी का कोई भी कार्यक्रम नहीं होने देंगे.
15:48 January 10
हरियाणा के कैमला गांव में सीएम का विरोध, रद्द करना पड़ा कार्यक्रम
मनोहर लाल खट्टर करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत करने वाले थे. लेकिन किसानों के भारी विरोध के चलते सीएम के कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा. मौके पर मौजूद ईटीवी भारत संवाददता ने बताया कि मुख्यमंत्री को कैमला गांव से कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करना था. लेकिन वो उद्घाटन भी किसानों ने ही कर दिया.
15:36 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम से पहले जमकर हुआ हंगामा
किसान खट्टर की रैली का विरोध करने जैसे ही कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़े तो पुलिस ने उनको रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, वाटर कैनन भी चलाई, लेकिन सभी इंतजामों को धता बताते हुए सैकड़ों किसान खट्टर की रैली स्थल तक पहुंच गए. उन्होंने यहां खासी तोड़फोड़ की. कुर्सियां, माइक और मंच सब तहस-नहस कर दिया.
वीडियो में आमने-सामने दिख रहे किसान और ग्रामीण
इस विरोध में एक और तस्वीर सामने आई. जब किसान सीएम के कार्यक्रम स्थल पर जा रहे थे, तब कैमला गांव के लोग किसानों के सामने आ खड़े हुए. किसानों और ग्रामीणों के आमने सामने होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में ग्रामीण किसानों की तरफ और किसानों ग्रामीणों की तरफ दौड़ते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन किसानों के गुस्से के सामने ग्रामीण पीछे हट जाते हैं.
13:39 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम का विरोध कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज
हरियाणा के करनाल में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. कृषि कानूनों को लेकर आक्रोशित लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन को शांत कराने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. करनाल में जब पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया तो आक्रोशित ग्रामीण भी लाठी-डंडे लेकर किसानों से भिड़ गए.
13:18 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम से पहले विरोध, प्रशासन हलकान
हरियाणा के करनाल में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी शिरकत कर रहे हैं. मौके पर मौजूद ईटीवी भारत संवाददाता ने बताया कि सीएम के कार्यक्रम से पहले किसानों ने जबरदस्त हंगामा किया. इस कार्यक्रम में बवाल करने पहुंचे किसानों ने बेरिकेड तोड़ दिए. हंगामा कर रहे लोगों के कारण पुलिस प्रशासन हलकान है. करनाल कैमला गांव में किसानों ने सीएम खट्टर के लिए बनाए गए अस्थायी हेलीपैड को भी कब्जे में ले लिया.
13:11 January 10
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर कुश्ती का दंगल
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर आज कुश्ती का दंगल होने जा रहा है. इस दंगल में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के पहलवान शामिल होंगे. किसान आंदोलन के बीच दंगल की इस तस्वीर को देखने के लिए सुबह से किसानों के अलावा आम लोग भी एकत्रित हो रहे हैं. किसानों के मंच के पास दंगल के लिए सर्किल बना दिया गया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस दंगल में महिला पहलवान भी शामिल होंगी. दिन में करीब 2 बजे से ये दंगल शुरू होगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह दंगल 46 दिनों से सरकार के साथ चल रहा है. मगर सरकार अगर मांगे नहीं मानती है, तो दंगल महा दंगल का रूप ले लेगा. क्योंकि 26 जनवरी की तैयारी पूरी हो चुकी है. हालांकि आज यूपी गेट पर होने वाले कुश्ती के दंगल में जीतने वाले पहलवान को किसान आंदोलन में सेवा का मौका दिया जाएगा. साथ ही पुरस्कृत किया जाएगा.
12:37 January 10
हरियाणा में किसान महापंचायत, सीएम के पहुंचने से पहले किसानों का हंगामा
हरियाणा करनाल के घरौंडा में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी शिरकत करनी थी. लेकिन उससे पहले ही किसानों ने हंगामा किया. इस कार्यक्रम में किसानों ने बेरिकेड तोड़ दिए. जिसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे किसानों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.
11:44 January 10
कृषि कानूनों के विरोध में भरी ठंड में किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन बीते 46 दिनों जारी है. दिल्ली की कई सीमओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी मांग पर डटे हुए हैं. ऐसे में किसान हर तरह से अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. जहां किसानों ने पहले भूख हड़ताल की तो वहीं अब किसानों को अर्धनग्न व्यवस्था में प्रदर्शन करते हुए देखा गया है. ऐसे में किसानों ने दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से पेरिफेरल के रास्ते सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों की मांग है कि सरकार कृषि कानून को रद्द करें, तभी किसान आंदोलन खत्म होगा.
किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन
किसानों ने कहा कि आंदोलन को चलते हुए 46 दिन हो गए हैं, यदि सरकार किसानों की मांग नहीं मानेगी तो यह आंदोलन इसी तरह दिल्ली के बॉर्डर पर चलता रहेगा फिर चाहे सिंघु बॉर्डर हो या फिर दिल्ली का कोई भी बॉर्डर. वहीं किसानों ने कहा कि 15 जनवरी को होने वाली वार्ता में भी उम्मीद नजर नहीं आ रही है कि किसानों के हक में सरकार कोई फैसला लेगी.
बता दें कि अर्धनग्न किसान आंदोलन में युवाओं के साथ बुजुर्ग किसान भी नजर आए, हालांकि किसान और नेताओं के बीच लगातार कई दौर की वार्ता हो चुकी है और अभी तक किसानों और सरकार के बीच कृषि कानून को लेकर कोई हल नहीं निकला है.
11:39 January 10
सीएम मनोहर लाल की किसान महापंचायत आज
कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन 46वें दिन भी जारी रहा. इन कानूनों को लेकर किसानों का सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है. कई जगहों पर किसान बीजेपी नेताओं का विरोध तक कर चुके हैं. किसानों ने 10 जनवरी को करनाल में होने वाली बीजेपी की किसान महापंचायत का विरोध करने का फैसला किया है. बता दें कि 10 जनवरी को करनाल की घरौंडा विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसान महापंचायत की अध्यक्षता करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर किसान नेता गुरनाम चढूनी ने वीडियो जारी कर किसानों से विरोध करने की अपील की थी. जिसके बाद किसानों ने करनाल टोल प्लाजा पर बैठक कर प्रदर्शन की रूपरेखा तय की थी.
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को सही तरीके से करवाने के लिए हमने जरूरत से ज्यादा पुलिस को तैनात किया है. हमारे हर विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं, ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना इस कार्यक्रम के दौरान घटित ना हो. उन्होंने कहा कि अगर कोई फिर भी किसी तरह का उपद्रव फैलाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि हमने लगभग 2 घंटे की मीटिंग किसानों के साथ ली है और किसानों ने माना है कि हम अपना विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे. अगर फिर भी कोई उपद्रव करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कैमला गांव में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 10 जनवरी को 11 बजे से शुरू होगा. जिसमें वो जिले को लगभग 30 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे.
07:55 January 10
हरियाणा में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का भारी विरोध, किसानों ने कार का शीशा भी तोड़ा
हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा आर्य नगर में शनिवार को सहकारी संस्था इफको के कार्यक्रम समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने गए थे. समारोह के बाद जब डिप्टी स्पीकर गंगवा अपने काफिले के साथ वहां से वापस लौट रहे थे तो आर्यनगर बस स्टैंड पर किसान संगठनों ने डिप्टी स्पीकर का विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध के दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
दरअसल जब रणबीर गंगवा का काफिला आर्यनगर के बस स्टैंड पर पहुंचा. तभी किसानों ने रणबीर गंगवा के खिलाफ विरोध और नारेबाजी शुरू कर दी. इतना ही नहीं कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के सामने खड़े हो गए और नारेबाजी के साथ काले झंडे दिखाए. इस दौरान धक्का-मुक्की में डिप्टी स्पीकर की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
इसी दौरान डिप्टी स्पीकर के समर्थक भी मौके पर जा पहुंचे और वे प्रदर्शनकारियों का विरोध करने लगे. विरोध इतना बढ़ गया कि डिप्टी स्पीकर के समर्थक और प्रदर्शनकारी आमने-सामने आकर एक दूसरे को गालियां तक देने लगे. माहौल को तनावपूर्ण होते देख पुलिस ने स्थिति संभाली और दोनों पक्षों को अलग-अलग करते हुए रणबीर गंगवा के काफिले को वहां से रवाना किया.
इस मामले में डिप्टी स्पीकर के पीएसओ संदीप ने पुलिस को शिकायत दी है कि जब वो किसानों को गाड़ी के सामने से हटा रहे थे तो भीड़ में शामिल लोगों ने उनके साथ मारपीट की. फिलहाल मामला पुलिस थाना में पहुंच चुका है. पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के पीएसओ संदीप की शिकायत पर किसानों पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
07:02 January 10
किसान आंदोलन जारी
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 46 दिनों से जारी आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच आठवें दौर की वार्ता शुक्रवार को हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा. सरकार ने कानूनों को निरस्त करने की मांग खारिज कर दी तो किसानों ने कहा कि उनकी लड़ाई आखिरी सांस तक जारी रहेगी और घर वापसी तभी होगी जब इन कानूनों को वापस लिया जाएगा.
अब अगली बैठक 15 जनवरी को होगी. संकेत साफ है कि 11 जनवरी को किसानों के आंदोलन को लेकर उच्चतम न्यायालय में कई याचिकाओं पर एक साथ निर्धारित सुनवाई के बाद ही वार्ता का अगला रुख स्पष्ट होगा. इस बीच किसानों के संगठनों ने अगली रणनीति के लिए 11 जनवरी को बैठक बुलायी है. हालांकि कई किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें अगली बैठक में भी कोई नतीजा निकलने की उम्मीद नहीं है.
18:59 January 10
16:46 January 10
युवा अपना वादा निभाने में असफल रहे
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने अपने कार्यक्रम में मचे हंगामे को लेकर कहा है कि प्रशासन ने कल उनके (प्रदर्शनकारी किसानों) लोगों से बात की थी. वे सांकेतिक विरोध करने के लिए सहमत हो गए थे , लेकिन कोई आंदोलन नहीं किया. उन पर भरोसा करते हुए, प्रशासन ने पूरी तैयारी की थी. आज इस कार्यक्रम में 5000 से अधिक लोग उपस्थित थे, लेकिन कुछ युवा अपना वादा निभाने में असफल रहे.
16:45 January 10
किसान आंदोलन के बीच दंगल
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर आज कुश्ती का दंगल होने जा रहा है. इस दंगल में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के पहलवान शामिल होंगे. किसान आंदोलन के बीच दंगल की इस तस्वीर को देखने के लिए सुबह से किसानों के अलावा आम लोग भी एकत्रित हो रहे हैं. किसानों के मंच के पास दंगल के लिए सर्किल बना दिया गया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस दंगल में महिला पहलवान भी शामिल होंगी. दिन में करीब 2 बजे से ये दंगल शुरू होगा.
16:14 January 10
राजस्थान के अलवर में कृषि कानूनों को लेकर आक्रोश
राजस्थान हरियाणा बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं. हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए बैरिकेट्स लगा रखे हैं. जिसके चलते स्थानीय लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. रविवार को हरियाणा के बॉर्डर के पास के गांव वालों ने बैठक की और प्रशासन से बैरिकेट्स हटाने की मांग की.
स्थानीय लोगों ने कहा कि उनके रोजगार और काम धंधे चौपट हो गए हैं. रूट डायवर्ट होने से गांव में वाहनों का आवागमन बढ़ गया है. जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. लोगों का जीना मुहाल हो गया है. उन्होंने कहा कि अगर आंदोलनकारी हाईवे को खाली नहीं करेंगे तो उन्हें मजबूरी में जबरन हाईवे खाली करना पड़ेगा. प्रशासन ने मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है. हरियाणा और राजस्थान पुलिस ग्रामीणों और किसानों के टकराव न हो इसके लिए समझाइश करने में जुटी हुई है.
16:12 January 10
हरियाणा में सीएम के खिलाफ आक्रोश, हेलीपैड उखाड़ा
कृषि कानूनों के खिलाफ आक्रोश का आलम यह रहा कि किसानों ने मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर को भी उतरने नहीं दिया और उससे पहले ही किसानों ने हेलिपैड पर कब्जा कर लिया और हेलिपैड को उखाड़ दिया. गुस्साए किसानों ने हेलिपैड वाली जगह को ही उखाड़ फेंका और इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच जमकर बवाल हुआ. किसानों का कहना है कि जब तक सरकार किसानों की बात नहीं मानीत और कृषि कानूनों को रद्द नहीं करती तब तक वो बीजेपी का कोई भी कार्यक्रम नहीं होने देंगे.
15:48 January 10
हरियाणा के कैमला गांव में सीएम का विरोध, रद्द करना पड़ा कार्यक्रम
मनोहर लाल खट्टर करनाल के कैमला गांव में किसान महापंचायत करने वाले थे. लेकिन किसानों के भारी विरोध के चलते सीएम के कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा. मौके पर मौजूद ईटीवी भारत संवाददता ने बताया कि मुख्यमंत्री को कैमला गांव से कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन भी करना था. लेकिन वो उद्घाटन भी किसानों ने ही कर दिया.
15:36 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम से पहले जमकर हुआ हंगामा
किसान खट्टर की रैली का विरोध करने जैसे ही कार्यक्रम स्थल की ओर बढ़े तो पुलिस ने उनको रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े, वाटर कैनन भी चलाई, लेकिन सभी इंतजामों को धता बताते हुए सैकड़ों किसान खट्टर की रैली स्थल तक पहुंच गए. उन्होंने यहां खासी तोड़फोड़ की. कुर्सियां, माइक और मंच सब तहस-नहस कर दिया.
वीडियो में आमने-सामने दिख रहे किसान और ग्रामीण
इस विरोध में एक और तस्वीर सामने आई. जब किसान सीएम के कार्यक्रम स्थल पर जा रहे थे, तब कैमला गांव के लोग किसानों के सामने आ खड़े हुए. किसानों और ग्रामीणों के आमने सामने होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में ग्रामीण किसानों की तरफ और किसानों ग्रामीणों की तरफ दौड़ते दिखाई दे रहे हैं, लेकिन किसानों के गुस्से के सामने ग्रामीण पीछे हट जाते हैं.
13:39 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम का विरोध कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज
हरियाणा के करनाल में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया है. कृषि कानूनों को लेकर आक्रोशित लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विरोध कर रहे हैं. विरोध प्रदर्शन को शांत कराने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. करनाल में जब पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया तो आक्रोशित ग्रामीण भी लाठी-डंडे लेकर किसानों से भिड़ गए.
13:18 January 10
हरियाणा में सीएम के कार्यक्रम से पहले विरोध, प्रशासन हलकान
हरियाणा के करनाल में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी शिरकत कर रहे हैं. मौके पर मौजूद ईटीवी भारत संवाददाता ने बताया कि सीएम के कार्यक्रम से पहले किसानों ने जबरदस्त हंगामा किया. इस कार्यक्रम में बवाल करने पहुंचे किसानों ने बेरिकेड तोड़ दिए. हंगामा कर रहे लोगों के कारण पुलिस प्रशासन हलकान है. करनाल कैमला गांव में किसानों ने सीएम खट्टर के लिए बनाए गए अस्थायी हेलीपैड को भी कब्जे में ले लिया.
13:11 January 10
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर कुश्ती का दंगल
दिल्ली-यूपी की सीमा गाजीपुर बॉर्डर पर आज कुश्ती का दंगल होने जा रहा है. इस दंगल में हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के पहलवान शामिल होंगे. किसान आंदोलन के बीच दंगल की इस तस्वीर को देखने के लिए सुबह से किसानों के अलावा आम लोग भी एकत्रित हो रहे हैं. किसानों के मंच के पास दंगल के लिए सर्किल बना दिया गया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस दंगल में महिला पहलवान भी शामिल होंगी. दिन में करीब 2 बजे से ये दंगल शुरू होगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह दंगल 46 दिनों से सरकार के साथ चल रहा है. मगर सरकार अगर मांगे नहीं मानती है, तो दंगल महा दंगल का रूप ले लेगा. क्योंकि 26 जनवरी की तैयारी पूरी हो चुकी है. हालांकि आज यूपी गेट पर होने वाले कुश्ती के दंगल में जीतने वाले पहलवान को किसान आंदोलन में सेवा का मौका दिया जाएगा. साथ ही पुरस्कृत किया जाएगा.
12:37 January 10
हरियाणा में किसान महापंचायत, सीएम के पहुंचने से पहले किसानों का हंगामा
हरियाणा करनाल के घरौंडा में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी शिरकत करनी थी. लेकिन उससे पहले ही किसानों ने हंगामा किया. इस कार्यक्रम में किसानों ने बेरिकेड तोड़ दिए. जिसके बाद पुलिस ने हंगामा कर रहे किसानों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल भी किया.
11:44 January 10
कृषि कानूनों के विरोध में भरी ठंड में किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन बीते 46 दिनों जारी है. दिल्ली की कई सीमओं पर प्रदर्शन कर रहे किसान अपनी मांग पर डटे हुए हैं. ऐसे में किसान हर तरह से अपनी बात सरकार तक पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. जहां किसानों ने पहले भूख हड़ताल की तो वहीं अब किसानों को अर्धनग्न व्यवस्था में प्रदर्शन करते हुए देखा गया है. ऐसे में किसानों ने दिल्ली के टिकरी बॉर्डर से पेरिफेरल के रास्ते सिंघु बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन किया. किसानों की मांग है कि सरकार कृषि कानून को रद्द करें, तभी किसान आंदोलन खत्म होगा.
किसानों का अर्धनग्न प्रदर्शन
किसानों ने कहा कि आंदोलन को चलते हुए 46 दिन हो गए हैं, यदि सरकार किसानों की मांग नहीं मानेगी तो यह आंदोलन इसी तरह दिल्ली के बॉर्डर पर चलता रहेगा फिर चाहे सिंघु बॉर्डर हो या फिर दिल्ली का कोई भी बॉर्डर. वहीं किसानों ने कहा कि 15 जनवरी को होने वाली वार्ता में भी उम्मीद नजर नहीं आ रही है कि किसानों के हक में सरकार कोई फैसला लेगी.
बता दें कि अर्धनग्न किसान आंदोलन में युवाओं के साथ बुजुर्ग किसान भी नजर आए, हालांकि किसान और नेताओं के बीच लगातार कई दौर की वार्ता हो चुकी है और अभी तक किसानों और सरकार के बीच कृषि कानून को लेकर कोई हल नहीं निकला है.
11:39 January 10
सीएम मनोहर लाल की किसान महापंचायत आज
कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन 46वें दिन भी जारी रहा. इन कानूनों को लेकर किसानों का सरकार के प्रति गुस्सा बढ़ता जा रहा है. कई जगहों पर किसान बीजेपी नेताओं का विरोध तक कर चुके हैं. किसानों ने 10 जनवरी को करनाल में होने वाली बीजेपी की किसान महापंचायत का विरोध करने का फैसला किया है. बता दें कि 10 जनवरी को करनाल की घरौंडा विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल किसान महापंचायत की अध्यक्षता करेंगे. इस कार्यक्रम को लेकर किसान नेता गुरनाम चढूनी ने वीडियो जारी कर किसानों से विरोध करने की अपील की थी. जिसके बाद किसानों ने करनाल टोल प्लाजा पर बैठक कर प्रदर्शन की रूपरेखा तय की थी.
पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को सही तरीके से करवाने के लिए हमने जरूरत से ज्यादा पुलिस को तैनात किया है. हमारे हर विभाग पूरी तरह से अलर्ट हैं, ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना इस कार्यक्रम के दौरान घटित ना हो. उन्होंने कहा कि अगर कोई फिर भी किसी तरह का उपद्रव फैलाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. वहीं जिला उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि हमने लगभग 2 घंटे की मीटिंग किसानों के साथ ली है और किसानों ने माना है कि हम अपना विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे. अगर फिर भी कोई उपद्रव करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कैमला गांव में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 10 जनवरी को 11 बजे से शुरू होगा. जिसमें वो जिले को लगभग 30 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देंगे.
07:55 January 10
हरियाणा में डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा का भारी विरोध, किसानों ने कार का शीशा भी तोड़ा
हरियाणा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा आर्य नगर में शनिवार को सहकारी संस्था इफको के कार्यक्रम समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने गए थे. समारोह के बाद जब डिप्टी स्पीकर गंगवा अपने काफिले के साथ वहां से वापस लौट रहे थे तो आर्यनगर बस स्टैंड पर किसान संगठनों ने डिप्टी स्पीकर का विरोध करना शुरू कर दिया. विरोध के दौरान डिप्टी स्पीकर की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
दरअसल जब रणबीर गंगवा का काफिला आर्यनगर के बस स्टैंड पर पहुंचा. तभी किसानों ने रणबीर गंगवा के खिलाफ विरोध और नारेबाजी शुरू कर दी. इतना ही नहीं कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने डिप्टी स्पीकर की गाड़ी के सामने खड़े हो गए और नारेबाजी के साथ काले झंडे दिखाए. इस दौरान धक्का-मुक्की में डिप्टी स्पीकर की गाड़ी का शीशा भी टूट गया.
इसी दौरान डिप्टी स्पीकर के समर्थक भी मौके पर जा पहुंचे और वे प्रदर्शनकारियों का विरोध करने लगे. विरोध इतना बढ़ गया कि डिप्टी स्पीकर के समर्थक और प्रदर्शनकारी आमने-सामने आकर एक दूसरे को गालियां तक देने लगे. माहौल को तनावपूर्ण होते देख पुलिस ने स्थिति संभाली और दोनों पक्षों को अलग-अलग करते हुए रणबीर गंगवा के काफिले को वहां से रवाना किया.
इस मामले में डिप्टी स्पीकर के पीएसओ संदीप ने पुलिस को शिकायत दी है कि जब वो किसानों को गाड़ी के सामने से हटा रहे थे तो भीड़ में शामिल लोगों ने उनके साथ मारपीट की. फिलहाल मामला पुलिस थाना में पहुंच चुका है. पुलिस ने डिप्टी स्पीकर के पीएसओ संदीप की शिकायत पर किसानों पर एफआईआर दर्ज कर ली है.
07:02 January 10
किसान आंदोलन जारी
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 46 दिनों से जारी आंदोलन को समाप्त करने के लिए सरकार और किसानों के प्रतिनिधियों के बीच आठवें दौर की वार्ता शुक्रवार को हुई लेकिन नतीजा सिफर रहा. सरकार ने कानूनों को निरस्त करने की मांग खारिज कर दी तो किसानों ने कहा कि उनकी लड़ाई आखिरी सांस तक जारी रहेगी और घर वापसी तभी होगी जब इन कानूनों को वापस लिया जाएगा.
अब अगली बैठक 15 जनवरी को होगी. संकेत साफ है कि 11 जनवरी को किसानों के आंदोलन को लेकर उच्चतम न्यायालय में कई याचिकाओं पर एक साथ निर्धारित सुनवाई के बाद ही वार्ता का अगला रुख स्पष्ट होगा. इस बीच किसानों के संगठनों ने अगली रणनीति के लिए 11 जनवरी को बैठक बुलायी है. हालांकि कई किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें अगली बैठक में भी कोई नतीजा निकलने की उम्मीद नहीं है.