नई दिल्ली : धरनारत किसान संगठनों के संयुक्त किसान मोर्चा ने पहले संसद मार्च और संसद घेराव का आवाह्न किया था लेकिन अब किसानों को जंतर मंतर पर 200 की सीमित संख्या में धरना प्रदर्शन करने की अनुमति मिली है.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि उनका कॉल किसान संसद की ही थी और सरकार अनुमति नहीं देती फिर भी वे यहां जरूर आते.
युद्धवीर सिंह ने आस्वस्त किया है कि धरना अनुमति अनुसार 11 बजे सुबह से 5 बजे शाम तक ही चलेगा. अगले दिन कोई और किसान जत्था जंतर-मंतर आएगा और यह क्रम संसद सत्र चलने तक चलता रहेगा. संसद में हंगामे के कारण कार्रवाई बार बार स्थगित हो रही है और किसानों के मुद्दे पर भी चर्चा नहीं हो सकी है.
किसान नेता युद्धवीर सिंह ने इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि वह संसद की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं. किसानों के मुद्दों पर प्रमुखता से चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन अन्य मुद्दों के बीच यह अहम मुद्दा संसद के पटल पर पीछे छूटता दिखाई दे रहा है.
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अन्य मुद्दे भी महत्वपूर्ण हैं लेकिन सभी पार्टी के सांसदों को किसानों के हित में सोचकर सदन की कार्रवाई में व्यवधान उत्पन्न नहीं करना चाहिए बल्कि चर्चा पर जोर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अब किसान नेता बताएंगे कि चर्चा किस तरह से की जानी चाहिए.