सोनीपत (हरियाणा): तीन कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. इसके साथ ही देश में ऑक्सीजन की कमी को लेकर किसान सचेत हैं. इसका सबूत तब मिला, जब सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाली गाड़ियों के लिए एक तरफ का रास्ता खोल दिया. लेकिन अभी भी दिल्ली पुलिस की तरफ दिल्ली क्षेत्र में भारी बैरिकेडिंग की गई है.
किसानों का कहना है हमने आपतकालीन सेवाओं को कभी नहीं रोका. उनके लिए रास्ता हमेशा से ही खुला है, लेकिन दिल्ली पुलिस की बैरिकेडिंग की वजह से वाहन आगे नहीं जा पा रहे हैं. किसानों ने कहा कि उन्हें बिना किसी वजह से बदनाम किया जा रहा है.
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सोनीपत कुंडली बॉर्डर पर ऑटो चालक राजेश ने बताया कि किसानों ने पहले से ही कुंडली बॉर्डर तक रास्ता खोल रखा है. जिसके चलते उन्हें कोई दिक्कत नहीं हो रही है, लेकिन अब दिल्ली पुलिस रास्ता नहीं खोल रही है. जिसकी वजह से उन्हें परेशानी होती है.
बैठक में लिया गया फैसला
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने हरियाणा प्रशासन के अधिकारियों के साथ एक विस्तृत बैठक की थी. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि ऑक्सीजन, एम्बुलेंस व अन्य जरूरी सेवाओं के लिए GT करनाल रोड का एक तरफ का मार्ग खोला जाएगा. जिसपर दिल्ली पुलिस ने कड़े बैरिकेड लगाए हुए हैं. किसानों ने कहा कि वो कोरोना के खिलाफ जंग में हरसंभव मदद करेंगे.
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सोनीपत के एसपी, सीएमओ समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई इस बैठक में सिंघु बॉर्डर से सयुंक्त किसान मोर्चा के नेता शामिल हुए. बैठक में लिए फैसले के मुताबिक किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर मुख्य सड़क का एक हिस्सा इमरजेंसी सेवाओं के लिए खोल दिया है. सयुंक्त किसान मोर्चा व सभी संघर्षशील किसान इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि उनके कारण किसी आम नागरिक को कोई समस्या ना हो व कोरोना के खिलाफ जल्दी ही जंग जीती जाए.