चंडीगढ़: देश में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (यूकेएम) के आह्वान पर किसानों ने गुरुवार को केंद्र सरकार के खिलाफ दो घंटे तक धरना दिया. इस दौरान किसानों ने ढोल पीटकर केंद्र सरकार को जगाने का प्रयास किया.
किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार बढ़ती महंगाई रोकने के लिए कारगर कदम नहीं उठाती. किसानों ने मनसा में भी धरना दिया. केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. किसान नेताओं ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने जल्द ही बढ़ती कीमतों में कमी नहीं की तो किसानों का आंदोलन जारी रहेगा.
बरनाला में भी किसानों ने केंद्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की लड़ाई यह थी कि अगर खेती, कॉरपोरेट्स के पास चली गई तो लोगों को आटा दाल, डीजल और पेट्रोल की कीमतों की तरह महंगे दाम पर मिलेगा.
बठिंडा में किसानों ने कहा कि महंगाई के खिलाफ हर वर्ग को आगे आने की जरूरत है. अमृतसर में महिलाएं सिलेंडर लेकर विरोध जताने पहुंचीं. केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लुधियाना में महंगाई के विरोध में सड़कों पर उतरे किसानों का कहना है कि सरकारें लूट की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट घरानों को लाभ देने के चक्कर में सरकार आम आदमी का ध्यान नहीं रख रही है. फतेहगढ़ साहिब में भी धरना प्रदर्शन हुआ.
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किसान जहां कृषि कानूनों को लेकर केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं अब वे तेल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों का विरोध कर रहे हैं. जिसके चलते किसान श्री फतेहगढ़ साहिब में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.