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1,123 किलो प्याज बेचकर किसान ने कमाए मात्र ₹13, रसीद वायरल - farmers earns 13 by selling 1123 onion

सर्दी के मौसम में प्याज की कीमतों में वृद्धि के बाद भी किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है. महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में एक किसान को 1,123 किलो प्याज बेचने के बाद मुनाफे के रूप में मात्र 13 रुपये मिले. प्याज बिक्री की रसीद वायरल होने के बाद किसान नेताओं ने इस पर चिंता जताई है.

महाराष्ट्र किसान प्याज
महाराष्ट्र किसान प्याज
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Published : Dec 4, 2021, 3:55 PM IST

Updated : Dec 4, 2021, 7:32 PM IST

कोल्हापुर : देश के अधिकांश शहरों में प्याज जहां 20-30 रुपये प्रति किलो मिल रही है, वहीं महाराष्ट्र के किसानों को प्याज का उचित दाम भी नहीं मिल रहा है. किसान को फसल की लागत भी मिल पाना मुश्किल हो गया है.

इसकी एक बागनी कोल्हापुर जिले में देखने को मिली. यहां एक किसान को 1,123 किलो प्याज बेचने के बाद मुनाफे के रूप में मात्र 13 रुपये मिले. सर्दियों के मौसम में प्याज की कीमतों में वृद्धि के बाद भी किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है.

प्याज बिक्री की रसीद
प्याज बिक्री की रसीद

बताया जा रहा है कि खराब गुणवत्ता के कारण मंडी में प्याज की कम कीमत लगाई जा रही है.

प्याज बिक्री की रसीद वायरल होने के बाद किसान नेताओं ने इस पर चिंता जताई है. किसान नेता राजू शेट्टी ने सवाल किया कि क्या खेतों में पसीने बहाने के बाद पैदा हुई उपज का कोई मूल्य है.

दो दिन पहले सोलापुर जिले के किसान बापू कावड़े ने कृषि उपज मंडी समिति के व्यापारी रुद्रेश पाटिल को 24 बोरी प्याज बेची थी. उन्होंने करीब 1123 किलो प्याज बेचा और उन्हें 1665 रुपये मिले. माल भाड़ा, तोलाई और वाहन किराए में कटौती के बाद बापू कावड़े को केवल 13 रुपये मिले.

यह भी पढ़ें- 'सरकार नहीं मानती बाजार में प्याज की कीमत अधिक है'

किसान नेता राजू शेट्टी ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्याज बेचने के बाद भी किसान को 13 रुपये मिले, इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की नीति जिम्मेदार है. प्याज के दाम बढ़ने पर निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. जिसस प्याज का दाम गिर जाता है.

कोल्हापुर : देश के अधिकांश शहरों में प्याज जहां 20-30 रुपये प्रति किलो मिल रही है, वहीं महाराष्ट्र के किसानों को प्याज का उचित दाम भी नहीं मिल रहा है. किसान को फसल की लागत भी मिल पाना मुश्किल हो गया है.

इसकी एक बागनी कोल्हापुर जिले में देखने को मिली. यहां एक किसान को 1,123 किलो प्याज बेचने के बाद मुनाफे के रूप में मात्र 13 रुपये मिले. सर्दियों के मौसम में प्याज की कीमतों में वृद्धि के बाद भी किसानों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है.

प्याज बिक्री की रसीद
प्याज बिक्री की रसीद

बताया जा रहा है कि खराब गुणवत्ता के कारण मंडी में प्याज की कम कीमत लगाई जा रही है.

प्याज बिक्री की रसीद वायरल होने के बाद किसान नेताओं ने इस पर चिंता जताई है. किसान नेता राजू शेट्टी ने सवाल किया कि क्या खेतों में पसीने बहाने के बाद पैदा हुई उपज का कोई मूल्य है.

दो दिन पहले सोलापुर जिले के किसान बापू कावड़े ने कृषि उपज मंडी समिति के व्यापारी रुद्रेश पाटिल को 24 बोरी प्याज बेची थी. उन्होंने करीब 1123 किलो प्याज बेचा और उन्हें 1665 रुपये मिले. माल भाड़ा, तोलाई और वाहन किराए में कटौती के बाद बापू कावड़े को केवल 13 रुपये मिले.

यह भी पढ़ें- 'सरकार नहीं मानती बाजार में प्याज की कीमत अधिक है'

किसान नेता राजू शेट्टी ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्याज बेचने के बाद भी किसान को 13 रुपये मिले, इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार की नीति जिम्मेदार है. प्याज के दाम बढ़ने पर निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है. जिसस प्याज का दाम गिर जाता है.

Last Updated : Dec 4, 2021, 7:32 PM IST
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