नासिक : नासिक के मशहूर बिल्डर गजरा ग्रुप के चेयरमैन हेमंत पारख का उनके घर के बाहर से अपहरण कर लिया गया. इसके बाद रविवार उन्हें सूरत के पास रिहा कर दिया गया. निर्माण पेशेवर हेमंत पारख को शनिवार की रात चार पहिया वाहन में चार बदमाश उनके घर से ले गए और तेज गति से फरार गए. हेमंत पारख का उनके घर के पास से अपहरण हो गया और इलाके में हड़कंप मच गया.
पुलिस आयुक्त अंकुश शिंदे, उपायुक्त प्रशांत, मोनिका राऊत और पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की तलाश के लिए कई टीमें रवाना कीं, सीसीटीवी भी चेक किए गए. शहर में कई जगहों की घेराबंदी कर दी गई. शहर से बाहर जाने वाले हर वाहन की सघन जांच की गई. इस घटना से नासिक शहर और इंदिरानगर इलाके में हड़कंप मच गया.
पुलिस इस बात की जांच कर रही थी कि क्या किसी ने उन्हें धमकी दी थी. हालांकि जांच के दौरान ही अपहरणकर्ता उन्हें सूरत में छोड़कर भाग गए. पुलिस को आधी रात को पारख की आखिरी लोकेशन अंबेबाहु की मिली थी. इसके बाद पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि उन्हें छोड़ दिया गया है. बताया जा रहा है कि यह रिहाई पारख से फिरौती लेकर की गई थी. हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली.
पारख को रिहा करने के बाद अपहरणकर्ता भाग गए. लेकिन उनका अपहरण किसने किया? इस तरह के कई प्रश्नों के जवाब सामने आने बाकी हैं. पुलिस घटना की जांच कर रही है, मंत्री छगन भुजबल ने रविवार को पारख के परिवार से मुलाकात की और उन्होंने कहा कि वह इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे. छगन भुजबल ने कहा कि पारख की आंखों पर पट्टी बंधी थी, इसलिए पता नहीं चल सका कि अपहरणकर्ता कौन थे.