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छत्तीसिंहपोरा नरसंहार के आरोपी आतंकी नहीं, 21 वर्षों से न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे परिजन - पाथरीबल एनकाउंटर

छत्तीसिंहपोरा नरसंहार के आरोप में मारे गए आतंकियों के परिजनों का आरोप है कि वह आतंकी नहीं थे. वह बीते 21 वर्षों से प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने सेना पर फर्जी एनकाउंटर करने का आरोप लगाया और कहा कि वह न्याय मिलने तक विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.

Pathribal encounter victims
Pathribal encounter victims
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Published : Mar 26, 2021, 1:50 PM IST

Updated : Mar 26, 2021, 3:19 PM IST

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 21 वर्ष पहले एक एनकाउंटर हुआ था, जिसमें पांच आतंकी मारे गए थे. हालांकि, मृतकों के परिजनों ने सेना पर आरोप लगाया है कि वह फर्जी एनकाउंटर था और वह न्याय मिलने तक शांतिपूर्ण विरोध करते रहेंगे. परिजन मामले को फिर से खोलने और उस पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे हैं.

वर्ष 2000 में 25 मार्च को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पाथरीबल क्षेत्र में सेना ने पांच विदेशी आतंकियों को मार गिराया था. सेना ने कहा था कि वे छत्तीसिंहपोरा नरसंहार में शामिल थे. हालांकि बाद में स्थानीय लोगों ने यह दावा किया था कि वह विदेशी आतंकी नहीं आम स्थानीय नागरिक थे.

21 वर्षों से न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे परिजन

20 मार्च, 2000 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा की पूर्व संध्या पर छत्तीसिंगपोरा में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा 35 सिखों की हत्या कर दी गई थी. और 5 दिनों के बाद, सेना ने दावा किया कि उन्होंने पांच आतंकवादियों को मार डाला, वे 35 सिखों की हत्या में शामिल थे.

पढ़ें-जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत की मुख्यधारा से पूरी तरह जुड़े : सरकार

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 21 वर्ष पहले एक एनकाउंटर हुआ था, जिसमें पांच आतंकी मारे गए थे. हालांकि, मृतकों के परिजनों ने सेना पर आरोप लगाया है कि वह फर्जी एनकाउंटर था और वह न्याय मिलने तक शांतिपूर्ण विरोध करते रहेंगे. परिजन मामले को फिर से खोलने और उस पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे हैं.

वर्ष 2000 में 25 मार्च को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पाथरीबल क्षेत्र में सेना ने पांच विदेशी आतंकियों को मार गिराया था. सेना ने कहा था कि वे छत्तीसिंहपोरा नरसंहार में शामिल थे. हालांकि बाद में स्थानीय लोगों ने यह दावा किया था कि वह विदेशी आतंकी नहीं आम स्थानीय नागरिक थे.

21 वर्षों से न्याय के लिए प्रदर्शन कर रहे परिजन

20 मार्च, 2000 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की भारत यात्रा की पूर्व संध्या पर छत्तीसिंगपोरा में अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा 35 सिखों की हत्या कर दी गई थी. और 5 दिनों के बाद, सेना ने दावा किया कि उन्होंने पांच आतंकवादियों को मार डाला, वे 35 सिखों की हत्या में शामिल थे.

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Last Updated : Mar 26, 2021, 3:19 PM IST
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