मुंबई : महाराष्ट्र के मुंबई में कांदिवली (Kandivli ) स्थित एक हाउसिंग सोसाइटी ( housing society) के 390 निवासियों द्वारा कथित टीकाकरण घोटाले (vaccination scam) में ठगे जाने का दावा करने के बाद पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को हिरासत में लिया है.
मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के सूत्रों ने कहा कि टीकाकरण करवाने वालों को उनके प्रमाण पत्र (certificates) तो प्राप्त हुए, लेकिन टीकाकरण की अलग-अलग तिथियों और स्थानों के साथ. फिलहाल मामले की जांच चल रही है. बता दें मामले में मुख्य आरोपी फरार है. पुलिस ने कहा कि फरार आरोपी डॉक्टर है जिसके खिलाफ तीन जगह शिकायत दर्ज है और इस मामलों में उसकी बड़ी संलिप्तता है. महाराष्ट्र के खार, वर्सोवा और कांदिवली क्षेत्र में मामले दर्ज हैं.
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बता दें सोसायटी के एक निवासी ने कहा था कि विभिन्न अस्पताल के नामों के साथ टीकाकरण प्रमाण पत्र जारी किए गए थे, जिससे उन्हें बड़े टीकाकरण धोखाधड़ी का संदेह है. टीकाकरण अभियान (vaccination drive) के तहत बीते 30 मई को लगभग 390 लोगों को टीका लगाया गया था. टीकाकरण के बाद किसी में कोई साइड एफेक्ट नहीं हुआ.
हीरानंदानी एस्टेट सोसाइटी (Hiranandani Estate Society) के निवासी हिरेन वोहरा (Hiren Vohra) ने कहा था कि हमें अलग-अलग अस्पतालों के नाम से सर्टिफिकेट मिले वो भी बिना किसी प्रमाण के, जिससे हमें धोखाधड़ी का संदेह हुआ. उन्होंने कहा कि यहां टीकाकरण को लेकर बड़ी धोखाधड़ी की प्रबल संभावना है. अस्पतालों से प्रमाणीकरण (authentication) के बिना प्रमाण पत्र कैसे जारी किया जा सकता है? सोसायटी के निवासियों द्वारा दर्ज एक शिकायत के अनुसार, 30 मई को हीरानंदानी हेरिटेज (management committee of Hiranandani Heritage) की प्रबंधन समिति ने अपने निवासियों और उनके इन-हाउस कर्मचारियों के लिए एक कोविड टीकाकरण अभियान की व्यवस्था की थी, जिसमें सुरक्षा गार्ड, ड्राइवर और घरेलू नौकर शामिल थे.