अहमदाबाद : प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक शीर्ष अधिकारी के रूप में खुद को पेश कर जम्मू-कश्मीर की यात्रा करने वाले का पर्दाफाश हो गया. हालांकि जिस तरह का ये मामला है वह हैरान करने वाला है.
शहर के घोड़ासर इलाके के रहने वाले किरण पटेल ने पीएमओ अधिकारी की फर्जी पहचान बताकर जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों से मुलाकात की. वह लालचौक ही नहीं गया बल्कि उरी के कमांड पोस्ट तक गया. उसे जेड प्लस सुरक्षा मिली. किरण पटेल की गिरफ्तारी के बाद पूरा मामला सामने आया है.
अहमदाबाद के किरण पटेल ने विजिटिंग कार्ड बनाया, जिसमें उसका नाम डॉ. किरण पटेल लिखा है. साथ ही अपर निदेशक (रणनीति एवं अभियान), पीएमओ का पद दिखाया गया. साथ ही नई दिल्ली का आवासीय पता भी दिखाया गया है. इस विजिटिंग कार्ड का गलत इस्तेमाल किया गया और सभी विभागों में एंट्री कर दी गई.
किरण पटेल मूल रूप से अहमदाबाद के इसनपुर का रहने वाला है. उसने हाल ही में अहमदाबाद के पॉश इलाके सिंधु भवन रोड पर एक बंगला लिया है और अपने परिवार के साथ रहने आया है. किरण पटेल अपनी बात रखने में एक्सपर्ट है, अच्छी तरह से अंग्रेजी बोल सकता हैं, इसलिए बातचीत में किसी को भी शामिल करने की उसकी शैली है. उसने सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें पोस्ट की हैं और हाई प्रोफाइल लाइफ जीता नजर आ रहा है.
किरण पटेल ने सोशल मीडिया पर एक विदेशी यूनिवर्सिटी का लेटर शेयर किया है कि वह कितना पढ़ा लिखा है. फिलहाल किरण कश्मीर पुलिस की हिरासत में है और देश की विभिन्न एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी, जिसके बाद और भी नई जानकारियां सामने आएंगी.
एजेंसियां विदेशी विश्वविद्यालय से प्राप्त डिग्री प्रमाण पत्र के बारे में पूछताछ करेंगी और उसकी प्रामाणिकता की जांच करेंगी, तब सही स्थिति सामने आएगी. सोशल मीडिया पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक तस्वीर और अहमदाबाद की पूर्व मेयर मीनाक्षी पटेल के साथ एक तस्वीर सहित ठग किरण पटेल की राजनीतिक नेताओं के साथ तस्वीरें वायरल हुई हैं. तो जय वासवदा के साथ फोटो भी ट्विटर पर पोस्ट की गई है. उसने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी के साथ और कश्मीर में घूमने की जगहों की तस्वीरें भी शेयर की हैं.
पत्नी ने कहा फंसाया गया : किरण पटेल की पत्नी मालिनीबेन ने कहा, किरण को किसी ने गलत फंसाया है. हमने कुछ गलत नहीं किया है. वह कश्मीर के विकास के लिए गए हैं.
पढ़ें- PMO का टॉप अधिकारी बताकर JK में 'धोखेबाजी' करने वाले शख्स को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा