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गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाला दलाल गिरफ्तार, आरोपी का UP से है संबंध

गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाला दलाल महफूज खान उर्फ भूरा को रोहिणी से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी ने 18 हजार रुपए में दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनवाया था.

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Published : Apr 13, 2023, 9:44 AM IST

Updated : Apr 13, 2023, 10:51 AM IST

नई दिल्ली: मैक्सिको से गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले महफूज खान उर्फ भूरा दलाल (47) को स्पेशल सेल ने रोहिणी से गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में उसने बताया कि इसके लिए उसने 18 हजार रुपए लिए थे. पांच-पांच हजार रुपए फर्जी दस्तावेज बनाने और स्लॉट बुक कराने के नाम पर लिए थे, जबकि पासपोर्ट बनवाकर देने के लिए 8 हजार रुपये लिए थे. पुलिस ने भूरा दलाल से 15 पासपोर्ट, 7 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड और 6 वोटर कार्ड भी बरामद किए हैं.

किसी को पासपोर्ट देने के लिए आरोपी आया था दिल्ली: स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि मैक्सिको से गिरफ्तार करके लाए गए गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले एजेंट की पहचान यूपी के मुरादाबाद निवासी भूरा दलाल के रूप में हुई है. दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी के बाद से ही वह फरार था. भूरा बरेली से दिल्ली में किसी को पासपोर्ट देने के लिए आया था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने मुरादाबाद स्थित उसके घर से कई दस्तावेज बरामद किए हैं.

अभियुक्त ने पॉलिटिकल साइंस में किया है M.A: मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में एमए करने के बाद उसने 2015 में मुरादाबाद में ही लिम्रा टूर एंड ट्रैवल्स का ऑफिस खोला था. बरेली पासपोर्ट ऑफिस के बाहर उसकी एक एजेंट से मुलाकात हुई थी. उसी की मदद से भूरा ने विदेश जाने की चाहत रखने वालों के दस्तावेजों में कमी होने पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पासपोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया.

आरोपी ने एलएलबी में भी लिया था दाखिला: कानून की जानकारी और नियम कानून में होने वाली कमियों का फायदा उठाकर बचने का तरीका सीखने के लिए उसने 2016 में एलएलबी में एडमिशन लिया. उसने दो साल पढ़ाई की, लेकिन लॉकडाउन के कारण फाइनल ईयर नहीं किया. कोरोना में उसने ऑफिस बंद कर दिया, लेकिन ऑनलाइन काम चालू रखा. वह बरेली के अलावा राज्य के सात अन्य पासपोर्ट सेवा केंद्र के जरिए पासपोर्ट के लिए स्लॉट बुक करवाता था. भूरा ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2022 को बरेली पासपोर्ट सेवा केंद्र के बाहर मिले एक व्यक्ति ने रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाने की इच्छा जाहिर की. 14 दिसंबर 2022 रवि अंतिल उर्फ दीपक बॉक्सर उसे पासपोर्ट ऑफिस के बाहर मिला, जहां उसकी पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया पूरी करवाई गई.

ये भी पढ़ें: पेट्रोलिंग स्टाफ ने शातिर बदमाश को दबोचा, चार केस भी सुलझे

नई दिल्ली: मैक्सिको से गिरफ्तार किए गए गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाने वाले महफूज खान उर्फ भूरा दलाल (47) को स्पेशल सेल ने रोहिणी से गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में उसने बताया कि इसके लिए उसने 18 हजार रुपए लिए थे. पांच-पांच हजार रुपए फर्जी दस्तावेज बनाने और स्लॉट बुक कराने के नाम पर लिए थे, जबकि पासपोर्ट बनवाकर देने के लिए 8 हजार रुपये लिए थे. पुलिस ने भूरा दलाल से 15 पासपोर्ट, 7 आधार कार्ड, 7 पैन कार्ड और 6 वोटर कार्ड भी बरामद किए हैं.

किसी को पासपोर्ट देने के लिए आरोपी आया था दिल्ली: स्पेशल सेल के विशेष आयुक्त एचजीएस धालीवाल ने बताया कि मैक्सिको से गिरफ्तार करके लाए गए गैंगस्टर दीपक बॉक्सर का फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले एजेंट की पहचान यूपी के मुरादाबाद निवासी भूरा दलाल के रूप में हुई है. दीपक बॉक्सर की गिरफ्तारी के बाद से ही वह फरार था. भूरा बरेली से दिल्ली में किसी को पासपोर्ट देने के लिए आया था, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया. आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने मुरादाबाद स्थित उसके घर से कई दस्तावेज बरामद किए हैं.

अभियुक्त ने पॉलिटिकल साइंस में किया है M.A: मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में एमए करने के बाद उसने 2015 में मुरादाबाद में ही लिम्रा टूर एंड ट्रैवल्स का ऑफिस खोला था. बरेली पासपोर्ट ऑफिस के बाहर उसकी एक एजेंट से मुलाकात हुई थी. उसी की मदद से भूरा ने विदेश जाने की चाहत रखने वालों के दस्तावेजों में कमी होने पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर पासपोर्ट बनाने का काम शुरू कर दिया.

आरोपी ने एलएलबी में भी लिया था दाखिला: कानून की जानकारी और नियम कानून में होने वाली कमियों का फायदा उठाकर बचने का तरीका सीखने के लिए उसने 2016 में एलएलबी में एडमिशन लिया. उसने दो साल पढ़ाई की, लेकिन लॉकडाउन के कारण फाइनल ईयर नहीं किया. कोरोना में उसने ऑफिस बंद कर दिया, लेकिन ऑनलाइन काम चालू रखा. वह बरेली के अलावा राज्य के सात अन्य पासपोर्ट सेवा केंद्र के जरिए पासपोर्ट के लिए स्लॉट बुक करवाता था. भूरा ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2022 को बरेली पासपोर्ट सेवा केंद्र के बाहर मिले एक व्यक्ति ने रवि अंतिल नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाने की इच्छा जाहिर की. 14 दिसंबर 2022 रवि अंतिल उर्फ दीपक बॉक्सर उसे पासपोर्ट ऑफिस के बाहर मिला, जहां उसकी पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया पूरी करवाई गई.

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Last Updated : Apr 13, 2023, 10:51 AM IST
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