ETV Bharat / bharat

Fake Currency In Gujarat: सूरत में घर के अंदर छप रहे थे नकली नोट, क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी को किया गिरफ्तार - स्पेशल ऑपरेशन की टीम

गुजरात में सूरत जिले के कडोदरा में स्थानीय क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशन की टीम ने संयुक्त रूप से एक शख्स को गिरफ्तार किया, जो अपने घर के अंदर नकली करेंसी छापकर बाजार में सर्कुलेट कर रहा था. पुलिस ने उसके पास से नकली नोट और छपाई सामग्री जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.

Fake notes were being printed inside the house in Surat
सूरत में घर के अंदर छप रहे थे नकली नोट
author img

By

Published : Feb 19, 2023, 10:51 PM IST

सुरत: गुजरात में सूरत जिले में स्थानीय क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशन की टीम ने कडोदरा स्थित श्रीनिवास ग्रीनसिटी सोसाइटी से नकली भारतीय करेंसी नोट छापने के रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 4.81 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं. सूरत जिला एस.ओ.जी. और एलसीबी की टीमें संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग कर रही थीं. इसी बीच मुखबिर से खबर मिली कि कडोदरा के श्रीनिवास ग्रीन सिटी सोसाइटी के मकान नंबर 66 में प्रवीण राजाराम माली नाम का व्यक्ति नकली भारतीय नोट छाप रहा है.

वहीं नकली नोट छापकर उसे असली नोट बताकर बाजार में सर्कुलेट कर रहा है और वह उन नोटों को घर के अंदर ही छाप रहा है. इस खास सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापेमारी करते हुए प्रवीण राजाराम माली को पकड़ लिया. वह घर में ही अलग-अलग रेट के नकली भारतीय नोट बना और काट रहा था. आरोपी के पास से उसके कमरे में 500 रुपये, 200 रुपये और 100 रुपये के नकली नोटों की बड़ी मात्रा बरामद हुई है.

पुलिस को तलाशी के दौरान उसके घर से एक स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम, कलर प्रिंटर, विभिन्न प्रकार के रसायन, सिक्युरिची कोटन थ्रेड, महात्मा गांधी की छवि और मनी स्टिकर बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 4 लाख 62 हजार 300 की कीमत के 1,309 नकली नोट व अन्य उपकरण बरामद किए हैं, जिसकी कुल कीमत 4 लाख 81 हजार 320 रुपये बताई जा रही है. पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी प्रवीण की आर्थिक स्थिति खराब थी और उसने सोशल मीडिया यूट्यूब के माध्यम से नकली करेंसी नोट बनाने की जानकारी प्राप्त की.

इसके बाद उसने एक स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम बनाया और असली नोटों को स्कैन किया. अलग-अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर नोट बनाने और उन्हें प्रिंट करने के बाद वह उन्हें बाजार में छोटे व्यापारियों को असली के रूप में देता था. जानकारी के अनुसार वह लंबे समय से इस व्यवसाय को कर रहा था, जिससे उसे आर्थिक लाभ हो रहा था.

पढ़ें: Bharatpur Youths Burnt Alive Case: एसपी बोले- न तो भरतपुर पुलिस आरोपियों के घर में घुसी, न महिलाओं से बदसलूकी की

इस संबंध में सूरत जिला एलसीबी पी.आई. बी.डी शाह ने कहा कि एल.सी.बी. और एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर इस आरोपी को डुप्लीकेट नोट के साथ दबोच लिया है. इस संबंध में कडोदरा थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. इस बात की भी जांच की जाएगी कि आरोपी ने अब तक कितने नोट छापे और कितने बाजार में सर्कुलेट कर चुका है.

सुरत: गुजरात में सूरत जिले में स्थानीय क्राइम ब्रांच और स्पेशल ऑपरेशन की टीम ने कडोदरा स्थित श्रीनिवास ग्रीनसिटी सोसाइटी से नकली भारतीय करेंसी नोट छापने के रैकेट का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 4.81 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं. सूरत जिला एस.ओ.जी. और एलसीबी की टीमें संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग कर रही थीं. इसी बीच मुखबिर से खबर मिली कि कडोदरा के श्रीनिवास ग्रीन सिटी सोसाइटी के मकान नंबर 66 में प्रवीण राजाराम माली नाम का व्यक्ति नकली भारतीय नोट छाप रहा है.

वहीं नकली नोट छापकर उसे असली नोट बताकर बाजार में सर्कुलेट कर रहा है और वह उन नोटों को घर के अंदर ही छाप रहा है. इस खास सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापेमारी करते हुए प्रवीण राजाराम माली को पकड़ लिया. वह घर में ही अलग-अलग रेट के नकली भारतीय नोट बना और काट रहा था. आरोपी के पास से उसके कमरे में 500 रुपये, 200 रुपये और 100 रुपये के नकली नोटों की बड़ी मात्रा बरामद हुई है.

पुलिस को तलाशी के दौरान उसके घर से एक स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम, कलर प्रिंटर, विभिन्न प्रकार के रसायन, सिक्युरिची कोटन थ्रेड, महात्मा गांधी की छवि और मनी स्टिकर बरामद किया है. पुलिस ने आरोपी के पास से 4 लाख 62 हजार 300 की कीमत के 1,309 नकली नोट व अन्य उपकरण बरामद किए हैं, जिसकी कुल कीमत 4 लाख 81 हजार 320 रुपये बताई जा रही है. पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी प्रवीण की आर्थिक स्थिति खराब थी और उसने सोशल मीडिया यूट्यूब के माध्यम से नकली करेंसी नोट बनाने की जानकारी प्राप्त की.

इसके बाद उसने एक स्क्रीन प्रिंटिंग फ्रेम बनाया और असली नोटों को स्कैन किया. अलग-अलग सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर नोट बनाने और उन्हें प्रिंट करने के बाद वह उन्हें बाजार में छोटे व्यापारियों को असली के रूप में देता था. जानकारी के अनुसार वह लंबे समय से इस व्यवसाय को कर रहा था, जिससे उसे आर्थिक लाभ हो रहा था.

पढ़ें: Bharatpur Youths Burnt Alive Case: एसपी बोले- न तो भरतपुर पुलिस आरोपियों के घर में घुसी, न महिलाओं से बदसलूकी की

इस संबंध में सूरत जिला एलसीबी पी.आई. बी.डी शाह ने कहा कि एल.सी.बी. और एसओजी की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर इस आरोपी को डुप्लीकेट नोट के साथ दबोच लिया है. इस संबंध में कडोदरा थाने में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है. इस बात की भी जांच की जाएगी कि आरोपी ने अब तक कितने नोट छापे और कितने बाजार में सर्कुलेट कर चुका है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.