रायपुर: चेहरे पर टैटू, हाथ में तिरंगा कुछ ऐसा ही नजारा आपको दिखाई देता है जब आप क्रिकेट मैच का लुत्फ उठाने के लिए किसी स्टेडियम में जाते हैं. क्रिकेट फैन्स फेस पेंटिंग पसंद करते हैं. हर उम्र के लोगों में फेस पेंटिंग का क्रेज नजर आता है. आप भी मैच के दौरान फेस आर्ट करवा रहे हैं तो कुछ खास बातों का ख्याल जरूर रखें. ईटीवी भारत की टीम ने फेस पेंटिंग को लेकर आर्टिस्ट डॉ सुरभी वर्मा से बातचीत की.
सवाल: फेस आर्ट या फेस पेटिंग को किस कलर से करना चाहिए?
जवाब: भारत न्यूजीलैंड मैच को लेकर लोग एक्साइटेड हैं. फेस टैटू कराना सभी को अच्छा लगता है ताकि अपनी कंट्री को मैच के दौरान स्पोर्ट कर सकें. फेस टैटू के लिए बहुत सारे कलर होते हैं. सबसे साधारण कलर सलेक्ट किया जाए तो फेब्रिक्स कलर का इस्तेमाल करना चाहिए. वह ज्यादा समय तक फेस में रहता है. जब उसे निकलना होता है, तब पानी का इस्तेमाल किए बगैर ही उसे निकाला जा सकता है. यह स्किन को नुकसान नहीं करता. फेब्रिक्स कलर के अलावा एक्रेलिक कलर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है. फैब्रिक कलर से टैटू और स्केच बनाया जा सकता है. इससे चेहरे पर कोई नुकसान नहीं होता.
सवाल: क्या फेब्रिक कलर चेहरे को नुकसान पहुंचाता है?
जवाब: फैब्रिक कलर चेहरे को नुकसान नहीं पहुंचाता और जब उसे निकालना होता है तो वह रबर के फॉर्म में आसानी से निकल जाता है. इससे कोई दिक्कत नहीं होती.
सवाल: कई बार लोग ऑल फ्रेंड का भी इस्तेमाल करते हैं. क्या यह चेहरे के लिए फायदेमंद है या इसका कोई नुकसान है?
जवाब: ऑयल पेंट में केमिकल की मात्रा ज्यादा होती है. ऑयल पेट के कंपोजिशन में जिन केमिकल का इस्तेमाल होता है, वह स्किन के लिए हार्मफुल होते हैं. स्किन काफी सेंसेटिव होती है, ऐसे में टेंपरेरी फेस आर्ट और फेस पेंटिंग एक्रेलिक और फैब्रिक कलर का ही इस्तेमाल किया जाए तो यह सेफ होता है.
सवाल: फैब्रिक कलर कितने समय तक चेहरे पर रह सकता है?
जवाब: फैब्रिक कलर से जब टी-शर्ट कलर कराया जाता है तो लंबे समय तक लगा रहता है. फैब्रिक कलर में खास बात यह है कि वह सूखने के बाद रबर की तरह हो जाता है. अन्य पेंट की अपेक्षा इसे निकालना आसान है. उसे रगड़बे पर वह आसानी से निकल जाता है.