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17 साल का हिसाब मांगने वाले अपने 60 सालों का दें हिसाब : भूपेन्द्र सिंह

मध्य प्रदेश उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है. इस बीच, ईटीवी भारत से खास बातचीत में राज्य के मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने दावा किया है कि भाजपा चारों सीटें जीतेगी. बता दें, भूपेन्द्र सिंह भाजपा के चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक हैं.

भूपेन्द्र सिंह
भूपेन्द्र सिंह
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Published : Oct 30, 2021, 7:53 AM IST

भोपाल : मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. कैसे जीतेंगे, क्या फॉर्मूला है इसे लेकर राज्य के नगरीय विकास मंत्री और भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह से खास बातचीत की भोपाल में ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ विनोद तिवारी ने.

भूपेन्द्र सिंह से खास बातचीत

सवाल: बीजेपी एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों को लेकर किस तरह से मैदान में उतरी है. कैसे जीतेंगे और क्या फॉर्मूला है, बहुत चुनौतियां है?
जवाब: चुनाव कोई भी हो चुनौती होती है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की लोकप्रियता जनता में बहुत है, लोगों में विश्वास है और जो काम 15 सालों में और डेढ़ वर्षों में किए, वो गरीब और किसानों के बीच दिख रहा है. जनकल्याण के काम किए हैं इसलिए लोगों को लगता है बीजेपी की सरकार रहते उन्हें ज्यादा लाभ है, कमलनाथ सरकार का डेढ़ साल देखा है इसलिए जनता का विश्वास अब कांग्रेस से उठ गया है. झूठे वादे किए गए, कोई काम नहीं हुआ.

सवाल: कमलनाथ कहते हैं शिवराज सिंह 22 हजार से ज्यादा घोषणा कर चुके हैं लेकिन उन पर अमल नहीं हो पा रहा है?
जवाब: शिवराज जी पिछले 15 साल मुख्यमंत्री रहे हैं और अभी मुख्यमंत्री हैं. यदि उनकी घोषणाओं पर अमल नहीं होता तो वह 15 साल और अभी मुख्यमंत्री कैसे रहते, जनता क्यों चुनती, हर बार हम ज्यादा सीटें लेकर आए हमने काम किया तभी तो जनता ने हम को वोट दिया. 2018 के चुनाव के परिणामों के बाद हम 109 थे वह 114 ज्यादा अंतर नहीं था, मध्य प्रदेश में जो भी विकास हुआ है चाहे वह सड़क हो बिजली व पानी और लॉ आर्डर हो शैक्षणिक व्यवस्था हो महिलाओं के कल्याण की योजनाएं हो यह सारा काम हमारी सरकार में हुआ है.

यह भी पढ़ें- उपचुनाव के 'रण' में कौन मारेगा बाजी? शिवराज 'द कॉमन मैन' की होगी जीत या युवा लगाएंगे कमलनाथ की नैया पार

सवाल: कमलनाथ कहते हैं कि शिवराज सिंह पहले अपने 17 साल का हिसाब किताब दें, फिर बाद में कमलनाथ अपने 15 महीने का हिसाब किताब देंगे. हिसाब-किताब की बात हुई, इसमें दल-बदल की बात भी सामने आई. अभी हाल ही में सचिन बिरला कांग्रेस से बीजेपी में आए तो ऐसे में कहीं पार्टी के विचार को नुकसान तो नहीं हो रहा?
जवाब: पहले कांग्रेस को 60 साल का हिसाब देना चाहिए, कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में भी राज किया, अभी 17 साल का जो हमारा हिसाब है वह दे देंगे, हम दे रहे हैं और वो अपना डेढ़ साल का हिसाब क्यों नहीं दे रहे.

सवाल: 2019 के उपचुनाव हुए थे जिसमें तमाम तरह के आरोप लगाए थे खरीद-फरोख्त के?
जवाब: अपनी नाकामी छुपाने के लिए हमें दोषी ठहराते हैं, इनकी नाकामी से सरकार गई थी और आरोप लगाए थे खरीद-फरोख्त के, जनता ने इनको नकार दिया. तभी तो 28 सीटों में उनके 9 और हमारे 19 विधायक जीत करके आ गए.

सवाल: कांग्रेस कहती है सरकार के खिलाफ माहौल है. कांग्रेस दावा कर रही है कि चारों सीटें वे ही जीतेंगे?
जवाब: ये कांग्रेस का खोखला दावा है, मैं मानता हूं खंडवा हमारी पार्टी की परंपरागत सीट है, ज्यादा समय हम लोग जीते हैं. यहां जीतने में कोई कठिनाई नहीं है और दूसरा जोबट और पृथ्वीपुर यह परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीट रही थीं और हम लोगों ने इस बार पूरा प्रयास किया है कि यह दोनों सीटें भी हम लोग ही जीते और अब जनता का जो निर्णय होगा वह स्वीकार होगा.

सवाल: मध्य प्रदेश में जातिवादी राजनीति बढ़ती जा रही है. एजेंडा जातिवाद पर आता जा रहा है. उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी स्थिति तो मध्य प्रदेश में नहीं बन जाएगी?
जवाब: यह कांग्रेस पार्टी है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं, विकास कभी उन्होंने देश में किया नहीं, उनके नेताओं की जो कार्यप्रणाली है सबको पता है, यह पूरा देश जानता है चुनाव को सांप्रदायिक आधार पर जातीय आधार पर ले जाने की कोशिश करते हैं क्योंकि उनके पास अब कोई मुद्दा बचा नहीं. परंतु अब लोकतंत्र में जनता ने यह तय कर लिया है अब ना जातिवाद चलेगा ना परिवारवाद चलेगा अब जो काम करेगा विकास करेगा वही जीतेगा.

यह भी पढ़ें- जीतू पटवारी ने की सीएम शिवराज की तारीफ, कहा- 'मेरा सीएम मेरे प्रदेश की शान है', जानिए क्या है पूरा मामला

सवाल: कांग्रेस कहती है कि बीजेपी खरीद-फरोख्त कर रही है. पहले सुलोचना को खरीदा और उसके बाद सचिन बिरला को खरीद लिया. दिग्विजय सिंह कहते हैं बीजेपी के पास कैंडिडेट नहीं बचे हैं, इतनी बड़ी पार्टी होने के बावजूद?
जवाब: हम राजनीतिक दल हैं और यदि अच्छा व्यक्ति कोई हमारी पार्टी में आता है तो हम अपना राजनीतिक आधार क्यों न बढ़ाएंगे, कांग्रेस में क्यों नहीं जा रहे हो लोग, कांग्रेस पर लोगों को भरोसा नहीं ,नेतृत्व विहीन हो चुकी है. कांग्रेस परिवार की पार्टी है वहां पर दूसरे लोगों को आगे बढ़ने का अवसर नहीं है और इसलिए लोगों को लगता है कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो विचारधारा के आधार पर कार्यकर्ता को स्थान देती है, यहां पर चाय बेचने वाला भी प्रधानमंत्री बन जाता है, एक गांव का किसान भी मुख्यमंत्री बनता है और यह संभव बीजेपी में ही है.

सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कहते हैं कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा गुंडों को संरक्षण देते हैं और इसलिए उन्हें गृह मंत्री नहीं रहना चाहिए?
जवाब: ऐसे कह देने से नहीं कुछ नही होता, हमारी सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी है, आरोप निराधार है.

सवाल: दिग्विजय सिंह एक आरोप और लगाते हैं कि आपके पार्टी के अध्यक्ष वीडी शर्मा के सहयोगी पन्ना में अवैध उत्खनन में लिप्त हैं, उनको संरक्षण दिया जा रहा है, इसकी शिकायत लोकायुक्त में भी की है?
जवाब: सादी चिट्ठी लिख देने से कोई शिकायत नहीं होती. यदि उनके पास प्रमाण है तो पेश करें. एक पत्र लिख दो, तो इससे यह साबित नहीं हो जाता कि इनके संबंध है. अगर आपको लगता है तो कोर्ट में एफिडेविट के साथ जाइए सिर्फ मीडिया की सुर्खियां बनने के लिए ऐसा करते हैं. असल में आरोप पूरी तरह से निराधार हैं.

सवाल: फिल्मी दुनिया में जोधा अकबर, पद्मावती अब आश्रम वेब सीरीज, बॉलीवुड में सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने के लिए लगातार ऐसी वेब सीरीज बन रही है?
जवाब: मध्य प्रदेश फिल्म सिटी की ओर बढ़ रहा है, फिल्म इंडस्ट्री के कारण हमारा टूरिज्म भी बढ़ रहा है लोगों को रोजगार मिल रहा है. मध्य प्रदेश की जो ऐतिहासिक संपदा है उनका प्रचार-प्रसार हो रहा है. जहां तक सनातन संस्कृति का सवाल है उस ठेस पहुंचे इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे, हमारे देश के बहुसंख्यकों की भावनाओं को ठेस पहुंचे यह बर्दाश्त नहीं होगा. इतिहास है तो उसे तोड़ मरोड़ कर पेश ना कीजिए, जो सही इतिहास उसे दिखाइए हमें कोई आपत्ति नहीं. आश्रम जो है हमारी हिंदू संस्कृति में एक सेवा का स्थान है अब कहीं कोई यह घटना हो गई तो पूरे आश्रमों के बारे में कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं. लोग अपना सुख छोड़कर आश्रमों में सेवा भाव करते हैं. इसके बाद कहानियां बनाओ तो ठीक नहीं क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का मनोबल गिरता है.

यह भी पढ़ें- प्रियंका गांधी के एमपी में सक्रिय होने की अटकलें तेज! अचानक पहुंचीं दतिया, मां पीताम्बरा के किये दर्शन-पूजन

सवाल: भोपाल में आश्रम वेब सीरीज के दौरान हुई तोड़फोड़ पर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकार बजरंग दल के गुंडों का समर्थन कर रही है, आपकी नजर में क्या लगता है कि बजरंग दल ने जो किया ठीक किया यह सरकार की चुप्पी है वह ठीक है?
जवाब: देखिये मैं पहले से कहता चला आ रहा हूं कि कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए. यदि कोई विवाद का विषय आता है तो सरकार के सामने विषय रखना चाहिए, और सरकार कार्रवाई करेगी, और मेरा मानना है की किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए , इससे राज्य की छवि खराब होती है. जो मध्य प्रदेश में फिल्म उद्योग का दायरा बढ़ रहा है उस पर असर पड़ेगा.

सवाल: इसे लेकर सरकार कोई कानून बनाने जा रही है सरकार कोई पॉलिसी बनाएगी?
जवाब: देखिये इसके लिए केंद्र सरकार का सेंसर बोर्ड है हमारा काम तो इतना है हमारी राज्य में यदि फिल्म की शूटिंग हो रही है, उनको सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना उन्हें सुरक्षा देना प्राथमिकता है, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है जो सुविधाएं दी जानी चाहिए, दी जाती हैं, अभी शेरनी पिक्चर की जो शूटिंग हुई थी उन्होंने रात में फिल्म शूट की परमिशन मांगी हमने दी शर्तों के साथ, मध्य प्रदेश बॉलीवुड को आमंत्रित करता है.

सवाल: मुकुल वासनिक और सचिन पायलट ने कहा कि 24 महीने बाद फिर से हमारी सरकार आएगी, जनता ने भाजपा को नकार दिया है?
जवाब: भाषण का अर्थ कुछ नहीं इसलिए नहीं है क्योंकि आप की सरकार थी आप चला नहीं पाए, आपने काम नहीं किया इसलिए विधायकों ने आपका साथ छोड़ दिया. जो बनी बनाई सरकार नहीं चला पाए वह क्या चला पाएंगे, 2023 में फिर से हमारी सरकार बनेगी क्योंकि हम जनता के बीच जाकर उनका काम करते हैं.

भोपाल : मध्य प्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. कैसे जीतेंगे, क्या फॉर्मूला है इसे लेकर राज्य के नगरीय विकास मंत्री और भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह से खास बातचीत की भोपाल में ईटीवी भारत के ब्यूरो चीफ विनोद तिवारी ने.

भूपेन्द्र सिंह से खास बातचीत

सवाल: बीजेपी एक लोकसभा और 3 विधानसभा सीटों को लेकर किस तरह से मैदान में उतरी है. कैसे जीतेंगे और क्या फॉर्मूला है, बहुत चुनौतियां है?
जवाब: चुनाव कोई भी हो चुनौती होती है. मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की लोकप्रियता जनता में बहुत है, लोगों में विश्वास है और जो काम 15 सालों में और डेढ़ वर्षों में किए, वो गरीब और किसानों के बीच दिख रहा है. जनकल्याण के काम किए हैं इसलिए लोगों को लगता है बीजेपी की सरकार रहते उन्हें ज्यादा लाभ है, कमलनाथ सरकार का डेढ़ साल देखा है इसलिए जनता का विश्वास अब कांग्रेस से उठ गया है. झूठे वादे किए गए, कोई काम नहीं हुआ.

सवाल: कमलनाथ कहते हैं शिवराज सिंह 22 हजार से ज्यादा घोषणा कर चुके हैं लेकिन उन पर अमल नहीं हो पा रहा है?
जवाब: शिवराज जी पिछले 15 साल मुख्यमंत्री रहे हैं और अभी मुख्यमंत्री हैं. यदि उनकी घोषणाओं पर अमल नहीं होता तो वह 15 साल और अभी मुख्यमंत्री कैसे रहते, जनता क्यों चुनती, हर बार हम ज्यादा सीटें लेकर आए हमने काम किया तभी तो जनता ने हम को वोट दिया. 2018 के चुनाव के परिणामों के बाद हम 109 थे वह 114 ज्यादा अंतर नहीं था, मध्य प्रदेश में जो भी विकास हुआ है चाहे वह सड़क हो बिजली व पानी और लॉ आर्डर हो शैक्षणिक व्यवस्था हो महिलाओं के कल्याण की योजनाएं हो यह सारा काम हमारी सरकार में हुआ है.

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सवाल: कमलनाथ कहते हैं कि शिवराज सिंह पहले अपने 17 साल का हिसाब किताब दें, फिर बाद में कमलनाथ अपने 15 महीने का हिसाब किताब देंगे. हिसाब-किताब की बात हुई, इसमें दल-बदल की बात भी सामने आई. अभी हाल ही में सचिन बिरला कांग्रेस से बीजेपी में आए तो ऐसे में कहीं पार्टी के विचार को नुकसान तो नहीं हो रहा?
जवाब: पहले कांग्रेस को 60 साल का हिसाब देना चाहिए, कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश में भी राज किया, अभी 17 साल का जो हमारा हिसाब है वह दे देंगे, हम दे रहे हैं और वो अपना डेढ़ साल का हिसाब क्यों नहीं दे रहे.

सवाल: 2019 के उपचुनाव हुए थे जिसमें तमाम तरह के आरोप लगाए थे खरीद-फरोख्त के?
जवाब: अपनी नाकामी छुपाने के लिए हमें दोषी ठहराते हैं, इनकी नाकामी से सरकार गई थी और आरोप लगाए थे खरीद-फरोख्त के, जनता ने इनको नकार दिया. तभी तो 28 सीटों में उनके 9 और हमारे 19 विधायक जीत करके आ गए.

सवाल: कांग्रेस कहती है सरकार के खिलाफ माहौल है. कांग्रेस दावा कर रही है कि चारों सीटें वे ही जीतेंगे?
जवाब: ये कांग्रेस का खोखला दावा है, मैं मानता हूं खंडवा हमारी पार्टी की परंपरागत सीट है, ज्यादा समय हम लोग जीते हैं. यहां जीतने में कोई कठिनाई नहीं है और दूसरा जोबट और पृथ्वीपुर यह परंपरागत रूप से कांग्रेस की सीट रही थीं और हम लोगों ने इस बार पूरा प्रयास किया है कि यह दोनों सीटें भी हम लोग ही जीते और अब जनता का जो निर्णय होगा वह स्वीकार होगा.

सवाल: मध्य प्रदेश में जातिवादी राजनीति बढ़ती जा रही है. एजेंडा जातिवाद पर आता जा रहा है. उत्तर प्रदेश और बिहार जैसी स्थिति तो मध्य प्रदेश में नहीं बन जाएगी?
जवाब: यह कांग्रेस पार्टी है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं, विकास कभी उन्होंने देश में किया नहीं, उनके नेताओं की जो कार्यप्रणाली है सबको पता है, यह पूरा देश जानता है चुनाव को सांप्रदायिक आधार पर जातीय आधार पर ले जाने की कोशिश करते हैं क्योंकि उनके पास अब कोई मुद्दा बचा नहीं. परंतु अब लोकतंत्र में जनता ने यह तय कर लिया है अब ना जातिवाद चलेगा ना परिवारवाद चलेगा अब जो काम करेगा विकास करेगा वही जीतेगा.

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सवाल: कांग्रेस कहती है कि बीजेपी खरीद-फरोख्त कर रही है. पहले सुलोचना को खरीदा और उसके बाद सचिन बिरला को खरीद लिया. दिग्विजय सिंह कहते हैं बीजेपी के पास कैंडिडेट नहीं बचे हैं, इतनी बड़ी पार्टी होने के बावजूद?
जवाब: हम राजनीतिक दल हैं और यदि अच्छा व्यक्ति कोई हमारी पार्टी में आता है तो हम अपना राजनीतिक आधार क्यों न बढ़ाएंगे, कांग्रेस में क्यों नहीं जा रहे हो लोग, कांग्रेस पर लोगों को भरोसा नहीं ,नेतृत्व विहीन हो चुकी है. कांग्रेस परिवार की पार्टी है वहां पर दूसरे लोगों को आगे बढ़ने का अवसर नहीं है और इसलिए लोगों को लगता है कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो विचारधारा के आधार पर कार्यकर्ता को स्थान देती है, यहां पर चाय बेचने वाला भी प्रधानमंत्री बन जाता है, एक गांव का किसान भी मुख्यमंत्री बनता है और यह संभव बीजेपी में ही है.

सवाल: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कहते हैं कि गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा गुंडों को संरक्षण देते हैं और इसलिए उन्हें गृह मंत्री नहीं रहना चाहिए?
जवाब: ऐसे कह देने से नहीं कुछ नही होता, हमारी सरकार में कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी है, आरोप निराधार है.

सवाल: दिग्विजय सिंह एक आरोप और लगाते हैं कि आपके पार्टी के अध्यक्ष वीडी शर्मा के सहयोगी पन्ना में अवैध उत्खनन में लिप्त हैं, उनको संरक्षण दिया जा रहा है, इसकी शिकायत लोकायुक्त में भी की है?
जवाब: सादी चिट्ठी लिख देने से कोई शिकायत नहीं होती. यदि उनके पास प्रमाण है तो पेश करें. एक पत्र लिख दो, तो इससे यह साबित नहीं हो जाता कि इनके संबंध है. अगर आपको लगता है तो कोर्ट में एफिडेविट के साथ जाइए सिर्फ मीडिया की सुर्खियां बनने के लिए ऐसा करते हैं. असल में आरोप पूरी तरह से निराधार हैं.

सवाल: फिल्मी दुनिया में जोधा अकबर, पद्मावती अब आश्रम वेब सीरीज, बॉलीवुड में सनातन धर्म को ठेस पहुंचाने के लिए लगातार ऐसी वेब सीरीज बन रही है?
जवाब: मध्य प्रदेश फिल्म सिटी की ओर बढ़ रहा है, फिल्म इंडस्ट्री के कारण हमारा टूरिज्म भी बढ़ रहा है लोगों को रोजगार मिल रहा है. मध्य प्रदेश की जो ऐतिहासिक संपदा है उनका प्रचार-प्रसार हो रहा है. जहां तक सनातन संस्कृति का सवाल है उस ठेस पहुंचे इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे, हमारे देश के बहुसंख्यकों की भावनाओं को ठेस पहुंचे यह बर्दाश्त नहीं होगा. इतिहास है तो उसे तोड़ मरोड़ कर पेश ना कीजिए, जो सही इतिहास उसे दिखाइए हमें कोई आपत्ति नहीं. आश्रम जो है हमारी हिंदू संस्कृति में एक सेवा का स्थान है अब कहीं कोई यह घटना हो गई तो पूरे आश्रमों के बारे में कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं. लोग अपना सुख छोड़कर आश्रमों में सेवा भाव करते हैं. इसके बाद कहानियां बनाओ तो ठीक नहीं क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का मनोबल गिरता है.

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सवाल: भोपाल में आश्रम वेब सीरीज के दौरान हुई तोड़फोड़ पर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकार बजरंग दल के गुंडों का समर्थन कर रही है, आपकी नजर में क्या लगता है कि बजरंग दल ने जो किया ठीक किया यह सरकार की चुप्पी है वह ठीक है?
जवाब: देखिये मैं पहले से कहता चला आ रहा हूं कि कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए. यदि कोई विवाद का विषय आता है तो सरकार के सामने विषय रखना चाहिए, और सरकार कार्रवाई करेगी, और मेरा मानना है की किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए , इससे राज्य की छवि खराब होती है. जो मध्य प्रदेश में फिल्म उद्योग का दायरा बढ़ रहा है उस पर असर पड़ेगा.

सवाल: इसे लेकर सरकार कोई कानून बनाने जा रही है सरकार कोई पॉलिसी बनाएगी?
जवाब: देखिये इसके लिए केंद्र सरकार का सेंसर बोर्ड है हमारा काम तो इतना है हमारी राज्य में यदि फिल्म की शूटिंग हो रही है, उनको सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराना उन्हें सुरक्षा देना प्राथमिकता है, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है जो सुविधाएं दी जानी चाहिए, दी जाती हैं, अभी शेरनी पिक्चर की जो शूटिंग हुई थी उन्होंने रात में फिल्म शूट की परमिशन मांगी हमने दी शर्तों के साथ, मध्य प्रदेश बॉलीवुड को आमंत्रित करता है.

सवाल: मुकुल वासनिक और सचिन पायलट ने कहा कि 24 महीने बाद फिर से हमारी सरकार आएगी, जनता ने भाजपा को नकार दिया है?
जवाब: भाषण का अर्थ कुछ नहीं इसलिए नहीं है क्योंकि आप की सरकार थी आप चला नहीं पाए, आपने काम नहीं किया इसलिए विधायकों ने आपका साथ छोड़ दिया. जो बनी बनाई सरकार नहीं चला पाए वह क्या चला पाएंगे, 2023 में फिर से हमारी सरकार बनेगी क्योंकि हम जनता के बीच जाकर उनका काम करते हैं.

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