देहरादून (उत्तराखंड): दुश्मन देश पाकिस्तान से अपने प्यार सचिन के पास रहने भारत आई सीमा हैदर को लेकर दोनों मुल्कों में चर्चाओं का दौर है. सीमा हैदर पर जासूस या आतंकवादी होने का आरोप लगाया जा रहा है. साथ ही सीमा हैदर को उसके मुल्क पाकिस्तान भेजने की बात कही जा रही है. इसी बीच सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने सीमा हैदर का पॉलीग्राफ टेस्ट करने की मांग को लेकर एप्लीकेशन दी है. ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि सीमा हैदर वाकई अपने प्यार के साथ रहने आई है या फिर किसी और मकसद को अंजाम देने के लिए प्यार का सहारा ले रही है.
सीमा हैदर के वकील ने क्या कह? सीमा हैदर मामले में सीमा के वकील एपी सिंह ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि सीमा पाकिस्तान में हिंदू धर्म अपना चुकी थी और नेपाल के रास्ते भारत आई है. हालांकि, सीमा ने बुलंदशहर में मैरिज रजिस्टर करने के लिए एप्लीकेशन लगाई. उसी दौरान सीमा पर एफआईआर दर्ज कर ली गयी थी. इससे सीमा हैदर को कोई अपत्ति नहीं है. क्योंकि सीमा अपने जन्म से लेकर अभी तक के सभी डॉक्यूमेंट अपने साथ लेकर आई है. वो सभी डॉक्यूमेंट को पुलिस को दे दिए गए हैं. इन डॉक्यूमेंट की जांच की जा रही है.
सीमा हैदर और सचिन को साथ रहने दिया जाए: सीमा हैदर के वकील ने कहा कि हाईयर एजेंसी जांच कर रही हैं. बावजूद इसके सीमा हैदर पक्ष के वकील इस बात की मांग कर रहे हैं कि जितनी भी बड़ी एजेंसियां हैं सीबीआई, एनआईए, रॉ और आईबी से जांच करा ली जाए, इससे कोई अपत्ति नही है. लेकिन वर्तमान में मानवाधिकारों का हनन किया जा रहा है. क्योंकि सचिन और सीमा हैदर को अलग अलग रखा जा रहा है, मिलने नहीं दिया जा रहा है. इसके चलते बच्चे खाना नहीं खा रहे हैं. ऐसे में जांच चलती रहे, लेकिन दोनों को साथ रखा जाए. भले ही इनक्वायरी के लिए अलग अलग कमरों में रखा जाए.
पुलिस जांच से दूध का दूध, पानी का पानी करे: सीमा हैदर को लेकर देश भर में तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. इस पर वकील ने कहा कि जो पांच पासपोर्ट का मसला है, उसमें 4 पासपोर्ट बच्चों और एक पासपोर्ट सीमा का है. इसके साथ ही सीमा के पास जो भी डॉक्यूमेंट्स और फोन थे, उनको पुलिस के हवाले कर दिया है. यही नहीं, पांच पेज की लिस्ट है जो-जो समान सीमा ने पुलिस को सौंपे हैं. ऐसे में पुलिस जांच करे कि सीमा जासूस या आतंकवादी तो नहीं है. सभी तरह की जांच की जाएं लेकिन उनको अलग न रखा जाए. हालांकि, सीमा हैदर ये कह दिया है कि उसको अगर पाकिस्तान भेजा जाएगा तो वो पाकिस्तान नहीं जाएगी बल्कि उसकी लाश पाकिस्तान जाएगी.
अदनान सामी को दी नागरिकता, सीमा हैदर को भी दें: साथ ही कहा कि भारत की परंपरा अतिथि देवो भवः की है. विश्व का कल्याण हो. तो अब जब एक प्राणी देश में आई है तो उसके साथ ऐसा व्यवहार क्यों? जबकि अदनान सामी को भारत की नागरिकता दी गई जो पाकिस्तान से आए थे. इसके अलावा अक्षय कुमार, दीपिका पादुकोण समेत तमाम लोग हैं, जो भारतीय नागरिक नहीं हैं. लेकिन यहां आराम से रह रहे हैं. इसके साथ ही देश में सिटीजनशिप कानून बनने के बाद हजारों लोगों को भारत की नागरिकता दी गई. अगर सरकार नागरिकता नहीं देती है तो जो पहले किताबों में लैला मजनू की कहानी पढ़ी है, उसी तरह सीमा हैदर लैला बन जायेगी.
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कुछ तो मजबूरियां रही होंगी: सीमा हैदर के मामले को इतना बड़ा मामला बनाए जाने के सवाल पर वकील एपी सिंह ने कहा कि अगर सिस्टम इतना बेवफा है. अगर लोग बेवफा हो रहे हैं, तो कुछ न कुछ मजबूरियां जरूर होंगी. साथ ही कहा कि धर्म, धार्मिक मानसिकता और सोच की मजबूरियां हो सकती हैं. लेकिन अगर सीमा हैदर ने हिंदू धर्म अपनाकर सचिन के नाम का सिंदूर अपने मांग में भरा है, तो उसका कुछ तो सम्मान करो. साथ ही कहा कि जांच में अगर सीमा आतंकवादी, जासूस, स्पाई घोषित हो जाए, तो जो सख्त से सख्त सजा हो सकती है सीमा को दी जाए.