इंफाल: मणिपुर में 3 मई से शुरू हुई हिंसा के 50 दिन पूरे हो गए हैं लेकिन हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. ताजा खबर है कि मणिपुर में अज्ञात बंदूकधारियों और असम राइफल्स के बीच गोलीबारी हुई है. गुरुवार सुबह पांच बजे मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले के उत्तरी बोलजांग में अज्ञात बंदूकधारियों और असम राइफल्स के जवानों के बीच गोलीबारी की सूचना मिली है. बताया जा रहा है कि स्थिति को नियंत्रण में कर लिया गया है और बंदूकधारियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है.
सूत्रों ने बताया कि बुधवार शाम करीब 5.45 बजे इंफाल पूर्वी जिले में वाईकेपीआई के उत्तर में उरंगपत के पास स्वचालित छोटे हथियारों से गोलीबारी की आवाजें भी सुनी गईं. शाम करीब साढ़े पांच बजे अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा हरोथेल की ओर दो दिशाओं से अकारण गोलीबारी की भी खबरें आईं. सूत्रों ने बताया कि शाम करीब साढ़े सात बजे स्थिति पर काबू पा लिया गया. सूत्रों ने बताया कि बुधवार को महिला कार्यकर्ताओं द्वारा सॉवोनबुंग-वाईकेपीआई सड़क को कई स्थानों पर अवरुद्ध किया गया.
कांग्रेस ने सीएम बिस्वा सरमा पर लगाए गंभीर आरोप: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर कांग्रेस पार्टी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पार्टी का आरोप है कि सरमा के संबंध कुकी आतंकियों से हैं. हालांकि, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है. सरमा पर ये आरोप असम की प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष मीरा बोरठाकुर गोस्वामी ने लगाए हैं. बोरठाकुर का आरोप है कि 2017 में मणिपुर विधानसभा चुनाव के दौरान सरमा ने कुकी उग्रवादियों की मदद ली थी.
तीन मई से मणिपुर में हिंसा जारी: मणिपुर में तीन मई से हिंसा जारी है. अब तक 110 लोगों की मौत हो चुकी है. 50 हजार से ज्यादा लोग कैंपों में रहने को मजबूर हैं. नगा और कुकी समुदाय के बीच परस्पर विश्वास की खाई पटने के बजाए और अधिक चौड़ी हो रही है. ऐसें में अब कई लोग राष्ट्रपति शासन की भी मांग करने लगे हैं. हालांकि, ऐसा करना भाजपा सरकार के लिए 'आत्मघाती' ही साबित होगा, क्योंकि राज्य में भाजपा की ही सरकार है.
(पीटीआई-भाषा)