ETV Bharat / bharat

नवाज शरीफ पाकिस्तान लौट सकते हैं, पार्टी के वरिष्ठ नेता ने दिए संकेत

author img

By

Published : Apr 11, 2022, 2:22 PM IST

Updated : Apr 11, 2022, 5:15 PM IST

पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ईद के बाद पाकिस्तान लौट सकते (Nawaz Sharif to return to Pakistan) हैं. नवाज फिलहाल लंदन में हैं. नवाज के पाक लौटने के संबंध में उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता मियां जावेद लतीफ (Mian Javed Latif) ने संकेत दिए हैं कि नवाज ईद के बाद पाकिस्तान आ सकते हैं. बता दें कि पीएम इमरान खान के सत्ता से अपमानजनक निष्कासन के बाद देश में सियासी अस्थिरता का माहौल है.

Nawaz Sharif
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ

इस्लामाबाद : नवाज शरीफ अगले महीने लंदन से पाकिस्तान लौट सकते (Nawaz Sharif to return to Pakistan) हैं. पीएमएल-एन; पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पाकिस्तान में राजनीतिक बवंडर के बीच नई सरकार बनाने के लिए गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जानी है. बता दें कि नवाज शरीफ नवंबर, 2019 में लंदन रवाना हुए थे. लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी.

नवाज शरीफ की पाक वापसी के संबंध में मियां जावेद लतीफ (Sharif Pak return Mian Javed Latif) ने कहा कि पीएमएल-एन सुप्रीमो और तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की प्रत्याशित स्वदेश वापसी के संबंध में गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जाएगी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने उनके हवाले से कहा, सभी फैसलों से पहले गठबंधन के घटक दलों के साथ चर्चा की जाएगी. बता दें कि ईद मई के पहले हफ्ते में मनाई जाएगी. दिलचस्प है कि नवाज शरीफ ने गुरुवार को नेशनल असेंबली को बहाल करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की थी.

नवंबर 2019 में इलाज कराने लंदन गए शरीफ ने लाहौर उच्च न्यायालय में हलफनामा दिया था कि डॉक्टर चार हफ्ते के अंदर या इससे पहले जैसे ही उन्हें सेहतमंद और सफर करने के लिए उपयुक्त घोषित करेंगे, वह वैसे ही मुल्क लौट आएंगे. शरीफ को अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में भी जमानत मिल गई थी, जिसमें वह लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे.

पाकिस्तान में चुनावी सुधार जरूरी : देश में राजनीतिक अनिश्चितता पर टिप्पणी करते हुए लतीफ ने कहा कि गठबंधन सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं चलेगी और मौजूदा संकट का एकमात्र समाधान नए सिरे से चुनाव कराना है. उन्होंने कहा, 'हालांकि, चुनाव सुधारों का यह काम था जो चुनाव से पहले किया जाना था.' पीएमएल-एन नेता मियां जावेद लतीफ ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और विदेशी मताधिकार से संबंधित मसले दो मुख्य मुद्दे हैं जिन्हें जल्द से जल्द हल किया जाना है. लतीफ ने कहा, 'ईवीएम बाहरी हस्तक्षेप के प्रति अतिसंवेदनशील होती हैं और आरटीएस की तरह, इस प्रणाली से आसानी से छेड़छाड़ की जा सकती है. जहां तक विदेशी पाकिस्तानियों का सवाल है, उनके लिए अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए खास सीटें बनाई जा सकती हैं, जैसे कश्मीर में सीटें प्रवासियों के लिए आरक्षित हैं.'

Mian Javed Latif
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता मियां जावेद लतीफ (फाइल फोटो)

नवाज शरीफ के भाई बनेंगे पीएम ! गौरतलब है कि पनामा पेपर्स मामले में जुलाई 2017 में नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट ने पद से हटने का निर्देश दिया था. इसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 72 वर्षीय सुप्रीमो नवाज शरीफ के खिलाफ प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने भ्रष्टाचार के कई मामले शुरू किए. हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार गिरने के बाद पाकिस्तान में सियासी अस्थिरता बढ़ गई है. विपक्षी पार्टी की ओर से नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के पीएम बनने के लिए नामांकन दाखिल किया है.

पाकिस्तान की सियासत से जुड़ी यह खबरें भी पढ़ें-

इमरान 'आउट,' शरीफ के पाक लौटने की अटकलें : बता दें कि इमरान के हटने के बाद शरीफ की पाकिस्तान वापसी को लेकर मीडिया में कई खबरें देखी जा चुकी हैं. शनिवार आधी रात के बाद रविवार तड़के (9-10 अप्रैल की दरम्यानी रात) पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का नतीजा सामने आया था. इमरान इस प्रक्रिया के जरिए सत्ता से बाहर होने वाले इतिहास में पहले प्रधानमंत्री बन गए. 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान समाजवादी, उदारवादी और कट्टर धार्मिक दलों के संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था, जो प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था.

(पीटीआई)

इस्लामाबाद : नवाज शरीफ अगले महीने लंदन से पाकिस्तान लौट सकते (Nawaz Sharif to return to Pakistan) हैं. पीएमएल-एन; पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता ने कहा है कि पाकिस्तान में राजनीतिक बवंडर के बीच नई सरकार बनाने के लिए गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जानी है. बता दें कि नवाज शरीफ नवंबर, 2019 में लंदन रवाना हुए थे. लाहौर उच्च न्यायालय ने उन्हें इलाज के लिए चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी थी.

नवाज शरीफ की पाक वापसी के संबंध में मियां जावेद लतीफ (Sharif Pak return Mian Javed Latif) ने कहा कि पीएमएल-एन सुप्रीमो और तीन बार के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की प्रत्याशित स्वदेश वापसी के संबंध में गठबंधन सहयोगियों के साथ चर्चा की जाएगी. द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने उनके हवाले से कहा, सभी फैसलों से पहले गठबंधन के घटक दलों के साथ चर्चा की जाएगी. बता दें कि ईद मई के पहले हफ्ते में मनाई जाएगी. दिलचस्प है कि नवाज शरीफ ने गुरुवार को नेशनल असेंबली को बहाल करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना की थी.

नवंबर 2019 में इलाज कराने लंदन गए शरीफ ने लाहौर उच्च न्यायालय में हलफनामा दिया था कि डॉक्टर चार हफ्ते के अंदर या इससे पहले जैसे ही उन्हें सेहतमंद और सफर करने के लिए उपयुक्त घोषित करेंगे, वह वैसे ही मुल्क लौट आएंगे. शरीफ को अल-अजीजिया मिल्स भ्रष्टाचार मामले में भी जमानत मिल गई थी, जिसमें वह लाहौर की कोट लखपत जेल में सात साल की कैद की सजा काट रहे थे.

पाकिस्तान में चुनावी सुधार जरूरी : देश में राजनीतिक अनिश्चितता पर टिप्पणी करते हुए लतीफ ने कहा कि गठबंधन सरकार छह महीने से ज्यादा नहीं चलेगी और मौजूदा संकट का एकमात्र समाधान नए सिरे से चुनाव कराना है. उन्होंने कहा, 'हालांकि, चुनाव सुधारों का यह काम था जो चुनाव से पहले किया जाना था.' पीएमएल-एन नेता मियां जावेद लतीफ ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और विदेशी मताधिकार से संबंधित मसले दो मुख्य मुद्दे हैं जिन्हें जल्द से जल्द हल किया जाना है. लतीफ ने कहा, 'ईवीएम बाहरी हस्तक्षेप के प्रति अतिसंवेदनशील होती हैं और आरटीएस की तरह, इस प्रणाली से आसानी से छेड़छाड़ की जा सकती है. जहां तक विदेशी पाकिस्तानियों का सवाल है, उनके लिए अपना प्रतिनिधि चुनने के लिए खास सीटें बनाई जा सकती हैं, जैसे कश्मीर में सीटें प्रवासियों के लिए आरक्षित हैं.'

Mian Javed Latif
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के वरिष्ठ नेता मियां जावेद लतीफ (फाइल फोटो)

नवाज शरीफ के भाई बनेंगे पीएम ! गौरतलब है कि पनामा पेपर्स मामले में जुलाई 2017 में नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट ने पद से हटने का निर्देश दिया था. इसके बाद पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के 72 वर्षीय सुप्रीमो नवाज शरीफ के खिलाफ प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार ने भ्रष्टाचार के कई मामले शुरू किए. हालांकि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सरकार गिरने के बाद पाकिस्तान में सियासी अस्थिरता बढ़ गई है. विपक्षी पार्टी की ओर से नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तान के पीएम बनने के लिए नामांकन दाखिल किया है.

पाकिस्तान की सियासत से जुड़ी यह खबरें भी पढ़ें-

इमरान 'आउट,' शरीफ के पाक लौटने की अटकलें : बता दें कि इमरान के हटने के बाद शरीफ की पाकिस्तान वापसी को लेकर मीडिया में कई खबरें देखी जा चुकी हैं. शनिवार आधी रात के बाद रविवार तड़के (9-10 अप्रैल की दरम्यानी रात) पाकिस्तान की संसद में इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का नतीजा सामने आया था. इमरान इस प्रक्रिया के जरिए सत्ता से बाहर होने वाले इतिहास में पहले प्रधानमंत्री बन गए. 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के दौरान समाजवादी, उदारवादी और कट्टर धार्मिक दलों के संयुक्त विपक्ष को 174 सदस्यों का समर्थन मिला था, जो प्रधानमंत्री को सत्ता से बाहर करने के लिए जरूरी संख्याबल यानी 172 से अधिक था.

(पीटीआई)

Last Updated : Apr 11, 2022, 5:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.