सिविल कोर्ट में आज ज्ञानवापी विवाद में कमीशन कार्यवाही की रिपोर्ट पेश नहीं होगी. इसकी जानकारी सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने दी. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 3 दिन में 12 घंटे की कार्यवाही की गई है. इसमें 1500 से ज्यादा तस्वीरें और कई घंटों की वीडियोग्राफी है. अभी तक महज 50 फीसदी डॉक्यूमेंटेशन का कार्य पूरा हुआ है और अन्य 50 फीसदी का कार्य पूरा होने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. इसकी वजह से आज न्यायालय में रिपोर्ट पेश नहीं कर पाएंगे और अगली तारीख के लिए डिमांड करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर न्यायालय ने किसी साक्ष्य पर सुरक्षा दी है तो इसका तात्पर्य है कि साक्ष्य में कोई न कोई तथ्यात्मक सच्चाई जरूर है.
ज्ञानवापी विवाद: रिपोर्ट पेश करने में लग सकते हैं 2-3 दिन, ETV BHARAT से बोले सहायक कोर्ट कमिश्नर - gyanvapi case
सिविल कोर्ट में आज ज्ञानवापी विवाद में कमीशन कार्यवाही की रिपोर्ट पेश नहीं होगी. इसकी जानकारी सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने दी. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 3 दिन में 12 घंटे की कार्यवाही की गई है. इसमें 1500 से ज्यादा तस्वीरें और कई घंटों की वीडियोग्राफी है. अभी तक महज 50 फीसदी डॉक्यूमेंटेशन का कार्य पूरा हुआ है और अन्य 50 फीसदी का कार्य पूरा होने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. इसकी वजह से आज न्यायालय में रिपोर्ट पेश नहीं कर पाएंगे और अगली तारीख के लिए डिमांड करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर न्यायालय ने किसी साक्ष्य पर सुरक्षा दी है तो इसका तात्पर्य है कि साक्ष्य में कोई न कोई तथ्यात्मक सच्चाई जरूर है.
सिविल कोर्ट में आज ज्ञानवापी विवाद में कमीशन कार्यवाही की रिपोर्ट पेश नहीं होगी. इसकी जानकारी सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह ने दी. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 3 दिन में 12 घंटे की कार्यवाही की गई है. इसमें 1500 से ज्यादा तस्वीरें और कई घंटों की वीडियोग्राफी है. अभी तक महज 50 फीसदी डॉक्यूमेंटेशन का कार्य पूरा हुआ है और अन्य 50 फीसदी का कार्य पूरा होने में 2 से 3 दिन का समय लग सकता है. इसकी वजह से आज न्यायालय में रिपोर्ट पेश नहीं कर पाएंगे और अगली तारीख के लिए डिमांड करेंगे. उन्होंने कहा कि अगर न्यायालय ने किसी साक्ष्य पर सुरक्षा दी है तो इसका तात्पर्य है कि साक्ष्य में कोई न कोई तथ्यात्मक सच्चाई जरूर है.