नई दिल्ली : पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के निर्देश पर जांच करने वाली सदन की एथिक्स कमेटी शुक्रवार को अपनी जांच रिपोर्ट लोकसभा में पेश कर सकती है. एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट को लोकसभा में पेश करते समय हंगामे के हालात बन सकते हैं. विपक्षी दलों के रवैये को देखते हुए रिपोर्ट को स्वीकार करते समय अथवा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई करते समय सदन में वोटिंग की नौबत आ सकती है. इसे देखते हुए भाजपा ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान दिनभर सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है.
बता दें कि महुआ मोइत्रा मामले में एथिक्स कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट को पिछले महीने 10 नवंबर को ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भेज दिया था. पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में लोकसभा अध्यक्ष बिरला के निर्देश पर पूरे मामले की जांच कर एथिक्स कमेटी ने लगभग 500 पन्नों की अपनी रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे एथिक्स कमेटी की बैठक में 6-4 के अंतर से मंजूर कर लिया गया था. सूत्रों के मुताबिक, एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है. इसी को आधार बनाकर कमेटी ने महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने या फिर गहन जांच की रिपोर्ट आने तक उनकी सदस्यता निलंबित करने की सिफारिश की है.
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है. कमेटी ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की सिफारिश की है.
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