श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में शोपियां जिले के रेबन इलाके में बीती रात आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. सुरक्षा बलों को रेबन इलाके में एक मकान में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने इलाके में घेराबंदी कर अभियान चलाया. सुरक्षा बलों के आतंकियों के ठिकाने की ओर बढ़ने पर वहां छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की.
सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की. इससे दोनों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी. स्थानीय मीडिया में खबर है कि आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. हालांकि, सुरक्षा बलों की ओर से इस संबंध में कोई जानकारी प्रदान नहीं की गयी है. सुरक्षा बल इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चला रहे हैं. इस एनकाउंटर में कितने आतंकी फंसे हुए थे इसकी जानकारी नहीं मिली है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट किया, 'शोपियां के रेबन इलाके में मुठभेड़ शुरू हो गई है. पुलिस और सेना आतंकियों के खिलाफ अभियान में जुटे हैं. विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है.'
कश्मीर के एडीजीपी ने कहा, 'इससे पहले अवंतीपोरा में एक मुठभेड़ में 2018 से सक्रिय कैसर कोका नामक आतंकी फंस गया था. वह आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) का सदस्य था. पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा अवंतीपोरा में आतंकवादी की मौजूदगी के संबंध में विशेष सूचना पर एक संयुक्त घेरा और तलाशी अभियान शुरू किया गया, जिसमें दो आतंकवादी मारे गए.'
तलाशी अभियान के दौरान जैसे ही संयुक्त तलाशी दल मौके पर पहुंचा छिपे हुए आतंकवादियों ने संयुक्त तलाशी दल पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं, जिसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया गया, जिससे मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में प्रतिबंधित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादी मारे गए और उनके शव मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए. इनकी पहचान कैसर राशिद कोका पुत्र अब राशिद कोका निवासी टेंगपोरा, कैगाम और इशाक अहमद लोन पुत्र गुलाम नबी लोन निवासी लेल्हार, पुलवामा के रूप में हुई है.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मारा गया आतंकवादी कैसर कोका एक वर्गीकृत आतंकवादी था और पुलिस और सुरक्षा बलों पर हमले और नागरिक अत्याचारों सहित कई आतंकी अपराध के मामलों में शामिल था. वह वर्ष 2018 से सक्रिय था और पाकिस्तान में प्रशिक्षण प्राप्त किया था. हथियार और गोला-बारूद और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, वह वापस कश्मीर घाटी में घुसपैठ किया और अवंतीपोरा, पुलवामा के इलाकों में सक्रिय था.
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वह 2 मई को लार्मू अवंतीपोरा में एक आईईडी हमले में शामिल था, जिसमें सीआरपीएफ के दो जवान घायल हो गए थे. जबकि दूसरा मारा गया आतंकी इशाक अहमद लोन एक हाइब्रिड आतंकी था. वह पुलिस और सुरक्षा बलों पर हमले और नागरिक अत्याचारों सहित कई मामलों में भी शामिल था. मुठभेड़ स्थल से आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किये गये. बरामद सभी सामग्रियों को आगे की जांच के लिए केस रिकॉर्ड में ले लिया गया है.
इस संबंध में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. लोगों से अनुरोध किया गया है कि जब तक मुठभेड़ स्थल पर मौजूद सभी विस्फोटक सामग्री को पूरी तरह से निकाल नहीं लिया जाता है, तब तक वे पुलिस का सहयोग करें.