श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के पुलवामा (pulwama in jammu kashmir) जिला स्थित राजपुरा इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. टीम ने हिजबुल मुजाहिदीन के एक आतंकी को मार गिराया है. मारे गए आतंकवादी का नाम फिरोज अहमद है और वह शोपियां के हेफ का रहने वाला था. खबर के मुताबिक यह आतंकी 2017 से आतंकवादी गतिविधियों में सक्रिय था.
बता दें कि, सेना की 44 आरआर, पुलवामा पुलिस और सीआरपीएफ का संयुक्त अभियान में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. जानकारी के मुताबिक अब ऑपरेशन समाप्त हो चुका है.
ट्वीट के मुताबिक 'पुलवामा के राजपुरा इलाके के उसगाम पथरी में मुठभेड़ शुरू हो गई है. पुलिस और सुरक्षा बल डटे हुए हैं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'आधी रात के करीब पुलवामा के राजपुरा गांव के उजराम पथरी इलाके में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई.'
मुठभेड़ के बारे में अधिक जानकारी देते हुए अधिकारी ने कहा, 'आतंकवादियों की उपस्थिति के संबंध में इनपुट के आधार पर पुलिस, 44 आरआर और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया. जैसे ही टीम संदिग्ध स्थान पर पहुंची छिपे हुए आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी की जिस पर जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की. इसमें एक आतंकी मारा गया है.
गौरतलब है कि मुठभेड़ की जगह जेवन (Zewan) से लगभग 30 किमी दूर है, जहां आतंकवादियों बस पर अंधाधुंध फायरिंग की थी, जिसमें तीन पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी और 11 अन्य घायल हो गए थे.
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बता दें कि, जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा एक शीर्ष पाकिस्तानी आतंकवादी मारा गया था.
सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने पुंछ के बहरामगला इलाके में हथियारबंद आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद एक तलाश अभियान चलाया था.
मंगलवार तड़के अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा कर्मियों पर गोलियां चलाकर भागने की कोशिश की. सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की जिससे मुठभेड़ शुरू हो गयी. मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया.
मारे गए आतंकवादी के पास से एक एके-47 राइफल, चार मैगजीन, एक ग्रेनेड, पाउच और कुछ भारतीय करेंसी बरामद हुई है. आतकंवादी की पहचान पाकिस्तान के रहने वाले अबू जरारा के रूप में हुई.
विदेशी आतंकवादी को राजौरी-पुंछ क्षेत्र में हमले की योजना बनाने के संभावित उद्देश्य से काम करने के लिये विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया और बरगलाया गया था. उसका मारा जाना बड़ी सफलता है और इससे आतंकवाद-रोधी अभियानों को बल मिलेगा.
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जानकारी के मुताबिक इस साल मारा गया यह आठवां आतंकवादी था. हाल ही में एक खूंखार आतंकी हाजी आरिफ को भी राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर मार गिराया गया था.'
अधिकारियों ने कहा कि स्थानीय लोगों के अटूट समर्थन के कारण राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सेना और पुलिस के संयुक्त प्रयास सकारात्मक परिणाम दिखा रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस मामले में पाकिस्तानी आतंकवादी के बारे में अगस्त में पहली बार पता चला था. वह संभवत: पीर पंजाल क्षेत्र के दक्षिण में आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के पड़ोसी देश के प्रयासों का एक हिस्सा था.