भुवनेश्वर : प्रख्यात साहित्यकार और स्तंभकार मनोज दास उम्र से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे और पिछले कुछ महीनों से अस्पताल में भर्ती थे. वह अंग्रेजी और ओड़िया लघु कहानियों और उपन्यासों में अग्रणी नाम थे. वे द्विभाषी ओडिया लेखक और नाटकीय अभिव्यक्ति के सशक्त हस्ताक्षर थे.
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दास उम्र से संबंधित बीमारियों से पीड़ित थे और पिछले कुछ महीनों से अस्पताल में भर्ती थे. राज्यपाल द्वारा महान लेखक और विचारक मनोज दास के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया. साथ ही राज्यपाल ने उनके परिवार और पाठकों के प्रति हार्दिक सहानुभूति व्यक्त की है. वह अपने कालातीत साहित्यिक कार्यों के माध्यम से पीढ़ियों को प्रेरित करना जारी रखेंगे.