हैदराबाद : थाई रिसॉर्ट शहर हुआ हिन निवासी रचादावन पुएंग प्रासोपोर्न ने कहा कि जब उनका परिवार सो रहा था तो उसने रसोई में आवाजें सुनीं. जब वे और उनके पति जांच करने गए तो उन्होंने देखा कि हाथी अपना सिर उनकी रसोई में डाल रहा है. आलमारी बिखरी पड़ी है और वह प्लास्टिक की थैली से भोजन खा रहा है.
वह चालीस वर्ष का जंगली नर हाथी है और उसकी यह पहली घुसपैठ नहीं है. वह अक्सर पास के गांव व पार्क में आ जाता है. स्थानीय अधिकारियों और राष्ट्रीय उद्यानों के अधिकारियों ने अगले दिन रचादावन के परिवार का दौरा किया और उन्हें भोजन विशेष रूप से नमकीन हटाने की सलाह दी.
राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव विभाग के एक पशु चिकित्सक पट्टारापोल मनियॉन ने बताया कि यह संभव है कि बारिश के मौसम में जंगली में पर्याप्त नमकीन खाद्य पदार्थ न हों, जिससे हाथियों को स्थानीय गांवों में नमक की तलाश करनी पड़ रही है. थाई हाथी संरक्षण केंद्र के अनुसार थाईलैंड में अनुमानित 3,000 जंगली हाथी हैं. जैसे-जैसे मानव भूमि और खेती के लिए जंगलों के करीब जाता है, हाथियों को भोजन की तलाश में अपने सिकुड़ते आवासों से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ता है.
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मानव-हाथी संघर्ष कभी-कभी घातक हो जाता है और प्रजातियों के संरक्षण के प्रयास को कमजोर कर देता है. लेकिन इस मामले में विवाद को शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया. हाथी अब जंगल में कृत्रिम नमक चाटेंगे और रचदावान के घर की मरम्मत कराई जाएगी.
(AP)