मोतिहारी: जन सुराज पदयात्रा (Jan Suraj Padyatra) पर निकले चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के पूर्वी चंपारण के मेहसी में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नए वर्ष के जनवरी में नीतीश कुमार के संभावित यात्रा पर तंज कसा (Prashant Kishor Targets CM Nitish Kumar Visit To Bihar) है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार पश्चिम चंपारण से अपनी यात्रा शुरु करने वाले हैं. मुझे इस बात की खुशी है कि हमारे जन सुराज पदयात्रा पर चलने से बिहार के नेताओं पर एक दबाव बना है. बिहार के लीडरों को कम से कम चुनाव के अलावा भी जमीन पर उतरने पर विवश होना पड़ रहा है.
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'सीएम नीतीश कुमार पटना से बाहर हेलीकॉप्टर और गाड़ियों के माध्यम से यात्रा पर निकल रहे हैं. उनका यह कदम स्वागत योग्य है. मुझे उम्मीद है कि जो पश्चिम चंपारण के ज्वलंत मुद्दे हैं, नीतीश कुमार उन पर समीक्षा करके उसका समाधान करेंगे. मुझे भरोसा है कि नीतीश कुमार पश्चिम चंपारण के नवलपुर-बेतिया रोड पर जाएंगे, जहां के लोग पिछले 15 साल से विकास के लिए संघर्षरत हैं. ताकि उस सड़क को बनाया जा सके. मेरा अनुमान है कि नीतीश कुमार मसान नदी से होने वाले कटाव की वजह से त्रस्त पश्चिम चंपारण के स्थानीय लोगों की परेशानियों का समाधान करेंगे.' - प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार
प्रशांत किशोर ने CM नीतीश कुमार पर साधा निशाना : प्रशांत किशोर ने बिहार के मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस वाल्मीकिनगर से नीतीश कुमार हमेशा अपनी यात्रा (CM Nitish Kumar Visit To Bihar) की शुरुआत करते हैं. वहां के स्थानीय लोग वन राज्य अधिनियम के तहत अपनी जमीन, मिट्टी, बालू के अधिकारों के लिए आंदोलनरत हैं. हमें उम्मीद है कि जो अधिकार स्थानीय लोगो से छीन लिए गए हैं. उसका नीतीश कुमार कुछ समाधान करेंगे. प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव के 10 लाख नौकरी देने के वादे पर तंज कसते हुए कहा कि बीते दिन बिहार के लोगों ने देखा कि BTET और CTET पास किए लड़कों को डाक बंगला चौराहे पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया. इन नेताओं को अगर 10 लाख नौकरी देनी होती तो इन BTET-CTET पास किए शिक्षकों को नौकरी एक कलम से हीं दे दी होती.
प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav) पर निशाना साधते हुए कहा कि झूठे वादे करना लोगों को बरगलाना, भ्रम में रखना इनकी पुरानी आदत है. बिहार सरकार संविदा कर्मियों के भरोसे पर हीं आश्रित है. बिहार की सरकार बिहार की शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था केवल पेपर पर हीं चला रही है. जितने प्राथमिक विद्यालय हैं, उन्हें कागजों पर ही उच्च विद्यालय बना दिए गए हैं. केवल कागजों पर ही सभी विद्यालय और शिक्षक सब आ गए हैं.
बिहार के शिक्षा व्यवस्था पर कसा तंज : उन्होंने कहा कि बिहार में पेपर पर ही सारी व्यवस्था हो गई है. जबकि जमीनी हकीकत पर यह तस्वीर उल्टी है. बता दें कि जन सुराज पदयात्रा के 88वें दिन की शुरुआत पूर्वी चंपारण के मेहसी स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से हुई. इसके बाद प्रशांत किशोर ने मीडिया कर्मियों से बात की. पत्रकारों को संबोधित करने के बाद प्रशांत किशोर मेहसी के गांवों में ग्रामीणों से संवाद करने के लिए पदयात्रा पर निकल गए. वो अब तक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1000 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. जिसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई है. वहीं, शिवहर में 130 किमी से अधिक पदयात्रा प्रशांत किशोर ने की है. जबकि पूर्वी चंपारण में अब तक 350 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं.