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तेलंगाना : 65 वर्षीय महिला ने हाथ से लिखा कुरान, लगे दस साल

तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद की अख्तर बेगम ने साबित कर दिया कि अगर कुछ करने की चाह हो तो उसे पूरा किया जा सकता है. अख्तर बेगम ने अपने हाथों से पवित्र धर्मग्रंथ कुरान को लिखा. उन्हें इस कार्य को पूरा करने में दस साल लगे. पढ़ें पूरी खबर...

हैदराबाद की अख्तर बेगम
हैदराबाद की अख्तर बेगम
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Published : Mar 31, 2021, 6:10 PM IST

Updated : Mar 31, 2021, 8:07 PM IST

हैदराबाद : जहां चाह, वहीं राह! इस बात को साबित कर दिखाया है, हैदराबाद की अख्तर बेगम ने. अख्तर बेगम ने अपने हाथों से मुस्लमानों के धर्मग्रंथ कुरान को लिख डाला. उन्हें पवित्र कुरान को हाथ से लिखने में दस साल लगे.

यूं तो हैदराबाद में कई लोगों ने कुरान की आयतों को सुंदर लिखावट के साथ लिपिबद्ध किया है. लेकिन यह पहली बार है कि एक 65 वर्षीय महिला ने कुरान की आयतों को हाथ से लिखा है.

65 वर्षीय महिला ने हाथ से लिखा कुरान

अख्तर बेगम हैदराबाद के संतोष नगर क्षेत्र की रहने वाली हैं और पिछले दस सालों से कुरान की आयतों को लिख रही थीं. ऐसा करने के लिए उन्होंने कैलीग्राफी का अध्ययन किया.

पढ़े- हैदराबाद एफसी युवा खिलाड़ियों के लिए ओपन ट्रॉयल्स आयोजित करेगा

ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह रोजाना आठ घंटे कुरान लिखती थीं. इन दस सालों में उनकी दो बेटियों की शादी हो गई और उन्होंने कई सारे महत्वपूर्ण काम भी किया. लेकिन इन सब के बीच भी वह कभी कुरान लिखना नहीं भूलीं, बस लिखती चली गईं.

हैदराबाद : जहां चाह, वहीं राह! इस बात को साबित कर दिखाया है, हैदराबाद की अख्तर बेगम ने. अख्तर बेगम ने अपने हाथों से मुस्लमानों के धर्मग्रंथ कुरान को लिख डाला. उन्हें पवित्र कुरान को हाथ से लिखने में दस साल लगे.

यूं तो हैदराबाद में कई लोगों ने कुरान की आयतों को सुंदर लिखावट के साथ लिपिबद्ध किया है. लेकिन यह पहली बार है कि एक 65 वर्षीय महिला ने कुरान की आयतों को हाथ से लिखा है.

65 वर्षीय महिला ने हाथ से लिखा कुरान

अख्तर बेगम हैदराबाद के संतोष नगर क्षेत्र की रहने वाली हैं और पिछले दस सालों से कुरान की आयतों को लिख रही थीं. ऐसा करने के लिए उन्होंने कैलीग्राफी का अध्ययन किया.

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ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह रोजाना आठ घंटे कुरान लिखती थीं. इन दस सालों में उनकी दो बेटियों की शादी हो गई और उन्होंने कई सारे महत्वपूर्ण काम भी किया. लेकिन इन सब के बीच भी वह कभी कुरान लिखना नहीं भूलीं, बस लिखती चली गईं.

Last Updated : Mar 31, 2021, 8:07 PM IST
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